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दानिय्येल 5:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

8 राजा के ज्ञानी राजमन्‍दिर में आए, पर वे दीवार पर लिखे हुए लेख को न पढ़ सके और न राजा को उसका अर्थ बता सके।

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पवित्र बाइबल

8 सो राजा के सभी बूद्धिमान पुरूष वहा आ गये किन्तु वे उस लिखावट को नहीं पढ़ सके। वे समझ ही नहीं सके कि उसका क्या अर्थ है।

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Hindi Holy Bible

8 तब राजा के सब पण्डित लोग भीतर आए, परन्तु उस लिखे हुए को न पढ़ सके और न राजा को उसका अर्थ समझा सके।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

8 तब राजा के सब पण्डित लोग भीतर आए, परन्तु उस लिखे हुए को न पढ़ सके और न राजा को उसका अर्थ समझा सके।

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सरल हिन्दी बाइबल

8 तब राजा के सब बुद्धिमान लोग आए, पर वे उस दीवार पर लिखी बात को पढ़ न सके और न ही वे राजा को उसका अर्थ बता सके.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

8 तब राजा के सब पंडित लोग भीतर आए, परन्तु उस लिखे हुए को न पढ़ सके और न राजा को उसका अर्थ समझा सके।

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दानिय्येल 5:8
9 क्रॉस रेफरेंस  

सबेरे उसकी आत्‍मा व्‍याकुल थी। उसने दूत भेजकर अपने सब तान्‍त्रिकों और विद्वानों को बुलाया। फरओ ने उनको अपने स्‍वप्‍न सुनाए। पर कोई भी फरओ को उनका अर्थ न बता सका।


सुन, एक क्षण, एक ही दिन ये दोनों विपत्तियाँ तुझ पर टूट पड़ेंगी: तू सन्‍तान से पूर्णत: वंचित होगी, और तू विधवा होगी। तेरे अनेक टोने-टोटके, तेरे भारी-भारी तन्‍त्र-मन्‍त्र निष्‍फल हो जाएंगे!


‘प्रभु कहता है : कसदी कौम पर तलवार का प्रहार होगा; बेबीलोन की जनता, उसके उच्‍चाधिकारी और ज्ञानी-पंडित तलवार से मौत के घाट उतारे जाएंगे।


दानिएल ने राजा को उत्तर दिया, “महाराज, जो रहस्‍य की बात आपने पूछी है, उसको न पंडित, न तांत्रिक, न ज्‍योतिषी और न शकुन विचारनेवाले बता सकते हैं, यह किसी मनुष्‍य से संभव नहीं है।


“राजा नबूकदनेस्‍सर ने, मैंने यह स्‍वप्‍न देखा। अब, तुम, ओ बेलतशस्‍सर, इसका अर्थ बताओ; क्‍योंकि मेरे राज्‍य का कोई भी दरबारी विद्वान इसका अर्थ मुझे नहीं बता सका। पर तुम मेरे स्‍वप्‍न का अर्थ बता सकते हो; क्‍योंकि पवित्र परमेश्‍वर का आत्‍मा तुममें निवास करता है।”


“मैं, नबूकदनेस्‍सर अपने निवास-स्‍थान में सुख-चैन से था और अपने महल में सुख-समृद्धि भोग रहा था।


तब मेरे आदेश के अनुसार ज्‍योतिषी, तांत्रिक, शकुन विचारनेवाले और कसदी पंडित मेरे महल में आए। मैंने उन्‍हें अपना स्‍वप्‍न बताया, किन्‍तु वे उसका अर्थ मुझ पर प्रकट नहीं कर सके।


मेरे देश के ज्ञानी लोग, ज्‍योतिषी मेरे सम्‍मुख राजमन्‍दिर में लाए गए कि वे इस लेख को पढ़ें और मुझको इसका अर्थ बताएं। पर वे अर्थ न बता सके।


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