अहाब के समान, जिसको उसकी पत्नी ईजेबेल ने बहकाया था, अन्य कोई व्यक्ति नहीं था, जिसने प्रभु की दृष्टि में दुष्कर्म किया और अपनी आत्मा को बेच दिया।
दानिय्येल 4:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘यह दण्ड प्रहरियों के आदेश के अनुसार दिया गया। यह निर्णय पवित्र दूतों के वचन के अनुरूप है। यह इसलिए दिया गया कि जीव-लोक के प्राणी जान लें कि सर्वोच्च परमेश्वर मनुष्यों के राज्य पर शासन करता है, और वह जिस को चाहता है, उसको यह राज्य देता है, और उस पर शासन करने के लिए छोटे-से-छोटे मनुष्य को भी नियुक्त करता है।’ पवित्र बाइबल “एक पवित्र स्वर्गदूत ने इस दण्ड की घोषणा की थी ताकि धरती के सभी लोगों को यह पता चल जाये कि मनुष्यों के राज्यों के ऊपर परम प्रधान परमेश्वर शासन करता है। परमेश्वर जिसे भी चाहता है। इन राज्यों को दे देता है और परमेश्वर उन राज्यों पर शासन करने के लिये विनम्र मनुष्यों को चुनता है। Hindi Holy Bible यह आज्ञा पहरूओं के निर्णय से, और यह बात पवित्र लोगों के वचन से निकली, कि जो जीवित हैं वे जान लें कि परमप्रधान परमेश्वर मनुष्यों के राज्य में प्रभुता करता है, और उसको जिसे चाहे उसे दे देता है, और वह छोटे से छोटे मनुष्य को भी उस पर नियुक्त कर देता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यह आज्ञा पहरुओं के निर्णय से, और यह बात पवित्र लोगों के वचन से निकली, कि जो जीवित हैं वे जान लें कि परमप्रधान परमेश्वर मनुष्यों के राज्य में प्रभुता करता है, और उसको जिसे चाहे उसे दे देता है, और वह छोटे से छोटे मनुष्य को भी उस पर नियुक्त कर देता है।’ सरल हिन्दी बाइबल “ ‘इस निर्णय का ऐलान संदेशवाहकों के द्वारा किया जाता है, पवित्र जन इस निर्णय की घोषणा करते हैं, ताकि जीवित लोग इस बात को जानें कि वह जो सर्वोच्च हैं, वे ही पृथ्वी पर सब राज्यों के ऊपर परम प्रधान हैं और वे जिसे चाहते हैं, उसे उन राज्यों को दे देते हैं और छोटे से छोटे व्यक्ति को उनके ऊपर नियुक्त कर देते हैं.’ इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यह आज्ञा उस दूत के निर्णय से, और यह बात पवित्र लोगों के वचन से निकली, कि जो जीवित हैं वे जान लें कि परमप्रधान परमेश्वर मनुष्यों के राज्य में प्रभुता करता है, और उसको जिसे चाहे उसे दे देता है, और वह छोटे से छोटे मनुष्य को भी उस पर नियुक्त कर देता है।’ |
अहाब के समान, जिसको उसकी पत्नी ईजेबेल ने बहकाया था, अन्य कोई व्यक्ति नहीं था, जिसने प्रभु की दृष्टि में दुष्कर्म किया और अपनी आत्मा को बेच दिया।
जब मनुष्यों के मध्य नीचता की प्रशंसा की जाती है, तब नीच लोग चारों ओर अकड़ते फिरते हैं।
प्रभु ने स्वयं को प्रकट किया, उसने न्याय किया, दुर्जन अपने ही कर्मों के जाल में फंस गए। हिग्गायोन सेलाह
किन्तु मैंने तुझे इस उद्देश्य से जीवित रखा कि तुझे अपना सामर्थ्य दिखाऊं, जिससे समस्त पृथ्वी पर मेरे नाम का गुणगान किया जाए।
एक दूत दूसरे दूत से उच्च स्वर में यह कह रहा था : ‘पवित्र, पवित्र, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु पवित्र है। सम्पूर्ण पृथ्वी उसके तेज से परिपूर्ण है।’
तत्पश्चात् मैंने स्वामी की यह वाणी सुनी, ‘मैं किस को भेजूं? हमारी ओर से कौन जाएगा?’ मैंने कहा, ‘मैं प्रस्तुत हूं, मुझे भेज।’
मैं उन्हें महादण्ड दूंगा। क्रोध के साथ मैं उनसे बदला लूंगा, तब उन्हें मालूम होगा कि मैं ही प्रभु हूं।
इसलिए मैं राष्ट्रों में सबसे दुष्ट राष्ट्र को भड़काऊंगा कि वह इस्राएल पर आक्रमण करे। वह आएगा, और इस्राएलियों के घरों पर अधिकार कर लेगा। यों मैं उनके वैभव के अहंकार को धूल में मिला दूंगा, और उनके पवित्र स्थान अपवित्र हो जाएंगे।
“उसके स्थान पर एक तुच्छ व्यक्ति गद्दी पर बैठेगा जो राज्य-प्रतिष्ठा के योग्य नहीं होगा। वह चापलूसी के माध्यम से राज्य प्राप्त करेगा। जब जनता असावधान होगी तब वह बिना चेतावनी दिए गद्दी पर बैठ जाएगा।
परमेश्वर ही काल का नियंता और ऋतुओं का परिवर्तनकर्त्ता है। वही राजाओं को सिंहासन पर बैठाता, और वही उनको पदच्युत करता है। परमेश्वर ही बुद्धिमान को बुद्धि और समझदार को समझ देता है।
“सर्वोच्च परमेश्वर ने मुझे अद्भुत चिह्न और चमत्कार दिखाए हैं। मुझे यह अच्छा लगा कि मैं उनका अर्थ तुम्हें समझाऊं।
आप मनुष्य-समाज के बीच से निकाल दिए जाएंगे, और आपको वन-पशुओं के साथ रहना पड़ेगा। आप बैल के समान घास चरेंगे, और आकाश की ओस में भीगा करेंगे। सात वर्ष तक आपकी यही दशा रहेगी। उसके बाद आपको अनुभव होगा कि सर्वोच्च परमेश्वर ही मनुष्यों के राज्य पर शासन करता है, और वह जिसको चाहता है, उसको यह राज्य दे देता है।
यह राजा सर्वोच्च परमेश्वर की निन्दा करेगा, और उसके भक्तों को पीस डालेगा। यह निर्धारित पर्व-कालों और विधि-विधानों को बदलने का प्रयत्न करेगा; सर्वोच्च परमेश्वर के भक्त साढ़े तीन वर्ष तक इसके हाथ में सौंप दिए जाएंगे।
प्रत्येक व्यक्ति शासन के अधिकारियों के अधीन रहे, क्योंकि परमेश्वर की अनुमति से ही अधिकार दिया जाता है और वर्तमान अधिकारों की व्यवस्था परमेश्वर की ओर से है।
गण्य-माण्य लोगों का घमण्ड चूर करने के लिए उसने उन लोगों को चुना है, जो संसार की दृष्टि में तुच्छ, नीच और नगण्य हैं,
मैं परमेश्वर और येशु मसीह एवं मनोनीत स्वर्गदूतों को साक्षी बना कर तुम से यह अनुरोध करता हूँ कि तुम, पूर्वाग्रह से मुक्त हो कर और किसी के साथ पक्षपात किये बिना, इन बातों का पालन करो।
चारों प्राणियों के छह-छह पंख हैं; वे भीतर-बाहर आँखों से भरे हुए हैं और रात-दिन निरन्तर यह कहते रहते हैं। “पवित्र, पवित्र, पवित्र सर्वशक्तिमान प्रभु परमेश्वर! जो था, जो है और जो आनेवाला है।”
वह दुर्बलों को धूल से उठाकर खड़ा करता है, दरिद्रों को राख के ढेर से निकालकर उठाता है। वह उन्हें शासकों के साथ बैठाता है; वह उन्हें सम्मानित आसन का उत्तराधिकारी बनाता है; क्योंकि पृथ्वी के आधार-स्तम्भ प्रभु के ही हैं, इन पर ही उसने जगत को खड़ा किया है।