16 किन्तु मैंने तुम्हें यहाँ किसी कारणवश रखा है। मैंने तुम्हें यहाँ इसलिए रखा है कि तुम मेरी शक्ति को देख सको। तब सारे संसार के लोग मेरे बारे में जान जाएंगे।
तेरे निज लोग, इस्राएली राष्ट्र के समान पृथ्वी पर और कौन राष्ट्र है? हे परमेश्वर, तू स्वयं उनको मुक्त करने के लिए गया था। तूने स्वयं एक नाम धारण किया था। तूने उनके हितार्थ महान् और आतंकपूर्ण कार्य किए थे। तूने अपने निज लोगों के सम्मुख से, जिन्हें तूने अपने लिए मिस्र देश से मुक्त किया था, अनेक राष्ट्रों और उनके देवताओं को भगाया था।
उस रात प्रभु का एक दूत बाहर निकला। वह असीरियाई सेना के पड़ाव में गया, और वहाँ एक लाख पचासी हजार सैनिकों का वध कर दिया। जब सबेरा हुआ, तब लोगों ने देखा कि शव पड़े हैं!
और तब तूने फरओ, और उसके कर्मचारियों, तथा मिस्र देश के निवासियों के विरुद्ध आश्चर्यपूर्ण कार्य किए और चिह्न दिखाए थे; क्योंकि तू जानता था कि उन्होंने हमारे पूर्वजों से असभ्य व्यवहार किया था। यों तूने अपना नाम प्रतिष्ठित किया, जो आज तक प्रतिष्ठित है।
मैं मिस्र-निवासियों का हृदय हठीला कर दूंगा जिससे वे इस्राएलियों का पीछा करते हुए समुद्र के मध्य जाएँ। तब मैं फरओ, उसकी समस्त सेना, उसके रथों और घुड़सवारों को पराजित कर अपनी महिमा करूंगा।
मैं फरओ के हृदय को हठीला बना दूंगा और वह इस्राएलियों का पीछा करेगा। तब मैं फरओ तथा उसकी समस्त सेना को पराजित कर अपनी महिमा करूँगा जिससे मिस्र-निवासी जान लें कि मैं प्रभु हूं।’ इस्राएलियों ने ऐसा ही किया।
अब मुझे ज्ञात हुआ कि प्रभु समस्त देवताओं से महान है, क्योंकि जब मिस्र-निवासियों ने इस्राएलियों के साथ तिरस्कारपूर्ण व्यवहार किया तब उसने उनको मिस्र-निवासियों की अधीनता से मुक्त किया।’
तूने मिस्र देश में आश्चर्यपूर्ण कार्य किये थे, और अद्भुत चिह्न दिखाये थे, जो आज भी तू इस्राएली राष्ट्र में तथा समस्त मानव-जाति के मध्य कर रहा है। यों तूने अपना नाम ऐसा प्रतिष्ठित किया जो आज तक बना है।
‘मैं सब राष्ट्रों में अपनी महिमा प्रकट करूंगा, और वे मेरे न्यायपूर्ण कार्यों को देखेंगे। उनको अनुभव होगा कि मैंने अपने सामर्थ्यपूर्ण हाथ से उनको दण्ड दिया है।
उदयाचल से अस्ताचल तक, समस्त राष्ट्रों में मेरा नाम महान है। हर स्थान में मेरे नाम पर धूप-द्रव्य और शुद्ध भेंट चढ़ाई जाती है। मैं, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यह कहता हूं: समस्त राष्ट्रों में मेरा नाम महान है।
धोखा देनेवाला व्यक्ति शापित हो। उसके रेवड़ में स्वस्थ नर पशु है। उसने उसे चढ़ाने की मन्नत मांगी, पर चढ़ाया अपने प्रभु को−वर्जित विकृत पशु! स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: ‘मैं समस्त पृथ्वी का सम्राट हूँ। समस्त राष्ट्र मेरे नाम के प्रति श्रद्धा-भक्ति प्रकट करते हैं।
धर्मग्रन्थ मिस्र देश के राजा फरओ से कहता है, “मैंने तुझे इसलिए ऊपर उठाया है कि तुझ में अपना सामर्थ्य प्रदर्शित करूँ और सारी पृथ्वी पर अपने नाम का प्रचार करूँ।”
यदि परमेश्वर ने अपना क्रोध प्रदर्शित करने तथा अपना सामर्थ्य प्रकट करने के उद्देश्य से बहुत धैर्य से कोप के उन पात्रों को सहन किया, जो विनाश के लिए तैयार थे, तो कौन आपत्ति कर सकता है?
और यह भी लिखा है, “वह ऐसा पत्थर है जिससे लोगों को ठेस लगती है, ऐसी चट्टान है जिससे वे ठोकर खाते हैं।” वे वचन पर विश्वास करना नहीं चाहते, इसलिए वे ठोकर खा कर गिर जाते हैं। यही उनकी नियति है।
क्योंकि कुछ व्यक्ति आप लोगों के बीच छिप कर घुस आये हैं। इन धर्मद्रोही लोगों की दण्डाज्ञा प्राचीन काल से धर्मग्रन्थ में लिखी हुई है। ये धर्मद्रोही हमारे परमेश्वर की कृपा को विलासिता का बहाना बनाते और हमारे एकमात्र स्वामी एवं प्रभु येशु मसीह को अस्वीकार करते हैं।
हाय! अब क्या होगा? कौन हमें इन महाबली देवताओं के हाथ से छुड़ा सकेगा? ये वे ही देवता हैं, जिन्होंने सब प्रकार की महामारियों और अपने वचनों से मिस्र निवासियों को नष्ट कर दिया था।