सुलेमान फरात नदी से पलिश्ती देश तक तथा मिस्र देश की सीमा तक आने वाले समस्त राज्यों पर शासन करता था। ये राज्य उसको कर देते थे। ये उसके जीवन-भर उसके अधीन बने रहे।
जकर्याह 9:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वह एफ्रइम-राज्य के रथों को यरूशलेम के युद्ध के घोड़ों को नष्ट करेगा। वह युद्ध के धनुषों को तोड़ेगा, और सब राष्ट्रों में शान्ति स्थापित करेगा। उसका साम्राज्य भूमध्यसागर से मृतसागर तक, फरात नदी से दक्षिणी सीमान्त, पृथ्वी की सीमांत तक होगा। पवित्र बाइबल राजा कहता है, “मैंने एप्रैम में रथों को और यरूशलेम में घुङसवारों को नष्ट किया। मैंने युद्ध में प्रयोग किये गये धनुषों को नष्ट किया।” अन्य राष्ट्रों ने शान्ति—संधि की बातें सुनीं। वह राजा सागर से सागर तक राज्य करेगा। वह नदी से लेकर पृथ्वी के दूरतम सेथानों पर राज्यकरेगा। Hindi Holy Bible मैं एप्रैम के रथ और यरूशलेम के घोड़े नाश करूंगा; और युद्ध के धनुष तोड़ डाले जाएंगे, और वह अन्यजातियों से शान्ति की बातें कहेगा; वह समुद्र से समुद्र तक और महानद से पृथ्वी के दूर दूर के देशों तक प्रभुता करेगा॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं एप्रैम के रथ और यरूशलेम के घोड़े नष्ट करूँगा; और युद्ध के धनुष तोड़ डाले जाएँगे, और वह जाति–जाति से शान्ति की बातें कहेगा; वह समुद्र से समुद्र तक और महानद से पृथ्वी के दूर दूर के देशों तक प्रभुता करेगा। सरल हिन्दी बाइबल मैं एफ्राईम से रथों को और येरूशलेम से युद्ध के घोड़ों को ले लूंगा, और युद्ध के धनुष तोड़ दिये जाएंगे. तब वह जाति-जाति के लोगों के बीच शांति की घोषणा करेगा. उसका साम्राज्य एक समुद्र से लेकर दूसरे समुद्र तक और नदी से लेकर पृथ्वी के छोर तक फैलेगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मैं एप्रैम के रथ और यरूशलेम के घोड़े नष्ट करूँगा; और युद्ध के धनुष तोड़ डाले जाएँगे, और वह अन्यजातियों से शान्ति की बातें कहेगा; वह समुद्र से समुद्र तक और महानद से पृथ्वी के दूर-दूर के देशों तक प्रभुता करेगा। (इफि. 2:17, भज. 72:8) |
सुलेमान फरात नदी से पलिश्ती देश तक तथा मिस्र देश की सीमा तक आने वाले समस्त राज्यों पर शासन करता था। ये राज्य उसको कर देते थे। ये उसके जीवन-भर उसके अधीन बने रहे।
उसका नाम सदा बना रहे; जबतक सूर्य है, तब तक उसका वंश राज्य करे। लोग उसके कारण स्वयं को धन्य मानें, समस्त राष्ट्र उसको धन्य कहें।
मुझे सुनने दो, कि प्रभु परमेश्वर क्या कहता है? वह अपनी प्रजा से, अपने भक्तों से, और उनसे, जो हृदय से उसकी ओर लौटते हैं, शान्तिप्रद वचन बोलेगा।
उस दिन यिशय का वंश-मूल देश-देश के लोगों के लिए एक पताका बनेगा। राष्ट्र उसको ढूंढ़ेंगे। उसका निवास-स्थान तेजोमय होगा।
प्रभु राष्ट्रों के मध्य न्याय करेगा; वह भिन्न-भिन्न कौमों को अपना निर्णय सुनायेगा। तब विश्व में शान्ति स्थापित होगी : राष्ट्र अपनी तलवारों को हल के फाल बनायेंगे, वे अपने भालों को हंसियों में बदल देंगे। एक राष्ट्र दूसरे राष्ट्र के विरुद्ध तलवार नहीं उठायेगा, वे युद्ध-विद्या फिर नहीं सीखेंगे।
वह कहता है, ‘यह साधारण-सी बात है कि याकूब के कुलों को पुन: स्थापित करने के लिए, इस्राएल के बचे हुए लोगों को वापस लाने के लिए तू मेरा सेवक बने; पर यह पर्याप्त नहीं है : मैं तुझे राष्ट्रों के लिए ज्योति बनाऊंगा, जिससे मेरा उद्धार पृथ्वी के सीमान्तों तक पहुँच सके।’
जो राष्ट्र और जो राज्य तेरी सेवा नहीं करेगा, वह नष्ट हो जाएगा। ऐसे राष्ट्र पूर्णत: नष्ट हो जाएंगे।
पर मैं यहूदा वंश पर दया करूंगा। मैं उसको मुक्त करूंगा; धनुष से नहीं, तलवार से नहीं, युद्ध से नहीं, अश्व से नहीं, घुड़सवार सैनिकों से नहीं, वरन् मैं स्वयं, उसका प्रभु परमेश्वर, उसे मुक्त करूंगा।’
तब मैं उस दिन इस्राएली राष्ट्र की ओर से वन-पशुओं, आकाश के पक्षियों और भूमि पर रेंगनेवाले जीव-जंतुओं से सन्धि स्थापित करूंगा। मैं पृथ्वी पर से युद्ध के शस्त्र, तलवार और धनुष − तोड़ दूंगा। मैं तुझे सुख-चैन की नींद प्रदान करूंगा।
ओ रेवड़ के बुर्ज! ओ सियोन के गढ़! तुझे पहले-जैसा शासन प्राप्त होगा, तुझे यरूशलेम का राज्य प्राप्त होगा।
आनेवाला व्यक्ति प्रभु की सामर्थ्य से, अपने प्रभु परमेश्वर के महान नाम से प्रकट होगा और अपने रेवड़ को चराएगा। इस्राएली सुरक्षित जीवन व्यतीत करेंगे, क्योंकि वह पृथ्वी के सीमांतों तक महान होगा।
मैं पृथ्वी के राज्य-सिंहासनों को उलट-पलट दूंगा। मैं राष्ट्रों की राज्य-सत्ता को नष्ट कर दूंगा। रथों और सारथियों को, घोड़ों और घुड़सवारों को पटक दूंगा और वे गिर जाएंगे। वे अपने साथी की तलवार से मौत के घाट उतारे जाएंगे
“परमेश्वर ने इस्राएलियों को अपना सन्देश भेजा और येशु मसीह द्वारा, जो सब के प्रभु हैं, शान्ति का शुभसमाचार सुनाया।
परमेश्वर ने यह सब किया है-उसने मसीह के द्वारा अपने से हमारा मेल कराया और इस मेल-मिलाप का सेवा-कार्य हमें सौंपा है।
इसलिए हम मसीह के राजदूत हैं, मानो परमेश्वर हमारे द्वारा आप लोगों से अनुरोध कर रहा है। हम मसीह के नाम पर आप से यह विनती करते हैं कि आप परमेश्वर से मेल कर लें।
जिस-जिस स्थान पर तुम्हारा पैर पड़ेगा, वह तुम्हारा होगा। तुम्हारी सीमा निर्जन प्रदेश से लबानोन, और फरात नदी से पश्चिमी सागर तक होगी।
सातवें स्वर्गदूत ने तुरही बजायी। इस पर स्वर्ग में वाणियाँ सुनाई पड़ीं, जो ऊंचे स्वर से कह रही थीं : “इस संसार का राज्य हमारे प्रभु और उसके मसीह का राज्य बन गया है। वह युग-युगों तक राज्य करेंगे।”