मैं तेरे वंश को आकाश के तारों के सदृश असंख्य बनाऊंगा, और उन्हें ये सब देश प्रदान करूँगा। पृथ्वी के समस्त राष्ट्र तेरे वंश द्वारा मुझसे आशिष प्राप्त करेंगे;
जकर्याह 8:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ओ यहूदा के वंशजो, ओ इस्राएल के वंशजो! तुम्हारे नाम से राष्ट्र श्राप देते थे, पर अब मैं तुम्हे बचाऊंगा और तुम आशिष का माध्यम बनोगे। मत डरो, पर अपने हाथों को मजबूत बनाओ। पवित्र बाइबल लाग अपने शापों में यरूशलेम और यहुदा का नाम लेने लगे हैं। किन्तु मैं इस्राइल और यहुदा को बचाऊँगा और उनके नाम वरदान के रूप मैं प्रमाणित होने लगेंगे। अत: डरो नही। शक्तिशाली बनो!” Hindi Holy Bible और हे यहूदा के घराने, और इस्राएल के घराने, जिस प्रकार तुम अन्यजातियों के बीच शाप के कारण थे उसी प्रकार मैं तुम्हारा उद्धार करूंगा, और तुम आशीष के कारण होगे। इसलिये तुम मत डरो, और न तुम्हारे हाथ ढीले पड़ने पाएं॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हे यहूदा के घराने, और इस्राएल के घराने, जिस प्रकार तुम जाति–जाति के बीच शाप के कारण थे उसी प्रकार मैं तुम्हारा उद्धार करूँगा, और तुम आशीष के कारण होगे। इसलिये तुम मत डरो, और न तुम्हारे हाथ ढीले पड़ने पाएँ।” सरल हिन्दी बाइबल जैसा कि हे यहूदिया और इस्राएल, तुम जाति-जाति के लोगों के बीच एक अभिशाप बन गये हो, तो मैं तुम्हें बचाऊंगा, और तुम एक आशीष का कारण बनोगे. भयभीत न हो, पर तुम्हारे हाथ मजबूत बने रहें.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हे यहूदा के घराने, और इस्राएल के घराने, जिस प्रकार तुम अन्यजातियों के बीच श्राप के कारण थे उसी प्रकार मैं तुम्हारा उद्धार करूँगा, और तुम आशीष के कारण होगे। इसलिए तुम मत डरो, और न तुम्हारे हाथ ढीले पड़ने पाएँ।” |
मैं तेरे वंश को आकाश के तारों के सदृश असंख्य बनाऊंगा, और उन्हें ये सब देश प्रदान करूँगा। पृथ्वी के समस्त राष्ट्र तेरे वंश द्वारा मुझसे आशिष प्राप्त करेंगे;
तिरस्कार करनेवालों और निन्दकों की वाणी के कारण; शत्रु और प्रतिशोधियों की उपस्थिति के कारण।
उसका नाम सदा बना रहे; जबतक सूर्य है, तब तक उसका वंश राज्य करे। लोग उसके कारण स्वयं को धन्य मानें, समस्त राष्ट्र उसको धन्य कहें।
हम पड़ोसी देशों की निन्दा के पात्र बन गए हैं; हम चारों ओर की कौमों के लिए उपहास और तिरस्कार के पात्र हैं।
इस कारण मैंने पवित्र स्थान के प्रशासकों को पदच्युत कर दिया, मैंने याकूब को संहार के लिए, इस्राएल को निन्दा के हेतु त्याग दिया।
मैं उनको पृथ्वी के समस्त राज्यों के लिए आतंक का कारण बना दूंगा। मैं उनको जिन-जिन देशों में हांक कर ले जाऊंगा वहां-वहां के लोग उनकी निंदा करेंगे, उनका उपहास करेंगे, उनको ताना मारेंगे और शाप देंगे।
तब प्रभु ने यरूशलेम नगर, तथा यहूदा प्रदेश के नगरों को, उसके राजाओं और सामन्तों को नष्ट कर दिया। ये नगर उजाड़ और खण्डहर हो गए, और आज के दिन तक वे शापग्रस्त हैं। अन्य जाति के लोग उनको देखकर व्याकुल हो जाते हैं।)
तो मैं यरूशलेम के इस मन्दिर को शिलोह के समान तहस-नहस कर दूंगा, और इस नगर को पृथ्वी की सब जातियों के लिए ‘शाप नगरी’ बना दूंगा।” ’
मैं तलवार, अकाल और महामारी से उनका पीछा करूंगा। मैं उनको पृथ्वी के सब राज्यों के लिए आतंक का कारण बना दूंगा। मैं उनको जिन-जिन देशों में हांक कर ले जाऊंगा, वहां-वहां के लोग उन से घृणा करेंगे, उनके कारण आतंकित और व्याकुल होंगे, और उनकी निन्दा करेंगे।
‘यिर्मयाह, क्या तूने ध्यान दिया कि ये लोग मेरे बारे में क्या कह रहे हैं? ये कहते हैं कि प्रभु ने जिन दो परिवारों को चुना था, उनको त्याग दिया है। यों ये मेरे निज लोगों को अपनी दृष्टि में तुच्छ समझने लगे हैं कि अब वे राष्ट्र नहीं रहे; एक कौम के रूप में मेरे निज लोगों का अस्तित्व समाप्त हो गया।
‘स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु, इस्राएल का परमेश्वर यों कहता है: यदि तुम मिस्र देश को जाओगे, तो जैसी मेरी क्रोधाग्नि यरूशलेम के प्रति भड़क उठी थी, जैसे मैंने अपने प्रकोप का प्याला उण्डेला था, वैसे ही मैं तुम्हारे प्रति अपनी क्रोधाग्नि प्रज्वलित करूंगा। तब अन्य जातियां तुमसे घृणा करेंगी। वे तुम्हें आतंक का कारण, शापित कौम, और निंदित मानेंगी। तुम इस देश के पुन: दर्शन नहीं कर सकोगे।
जो यहूदा प्रदेश के बचे हुए लोग मिस्र देश में बसने के लिए इधर आ रहे हैं, मैं उन पर हाथ उठाऊंगा, और वे सब पूर्णत: नष्ट हो जाएंगे। वे मिस्र देश में मर-मिट जाएंगे। तलवार और अकाल से वे मारे जाएंगे; हाँ, छोटे-बड़े सबका तलवार और अकाल से संहार होगा। वे लोगों के लिए आतंक का कारण बनेंगे और शापित कहलाएंगे। लोग उनसे घृणा करेंगे और उनकी निंदा करेंगे।
सुनो, यह असहनीय था; प्रभु और अधिक तुम्हारे इस दुष्कर्म को, इस घृणास्पद कार्य को सह नहीं सका। उसने तुम्हारे देश को उजाड़ दिया। तुम्हारा देश निर्जन और सुनसान हो गया। वह शापित हो गया और बर्बाद हो गया, जैसा वह आज तक है।
लोग उनको देखकर चिल्लाते हैं, ‘अशुद्ध! भागो! भागो! यहां से भागो। हमें स्पर्श मत करो।’ अत: वे इधर-उधर भटकने लगे। तब अन्य राष्ट्रों के लोगों ने यह कहा, ‘ये हमारे साथ अब नहीं रह सकते।’
मैं उनको और अपनी पहाड़ी के आसपास के स्थानों को आशिष का कारण बनाऊंगा। मैं वर्षा के मौसम पर वर्षा करूंगा, और यह वर्षा आशिष की वर्षा होगी।
तब प्रभु ने मुझसे कहा, ‘ओ मानव, ये हड्डियां मानो इस्राएल के सब वंशज हैं। देख, वे कहते हैं, “हमारी हड्डियां सूख गईं। हमारी आशा टूट गई। हम पूर्णत: नष्ट हो चुके हैं।”
जब मैं तुझको क्रोध, कोप और रोषपूर्ण चेतावनी के साथ दण्ड दूंगा, तब तू सब राष्ट्रों में घृणा, निन्दा, चेतावनी और अपमान का पात्र बन जाएगा। सुन, मैंने, तेरे प्रभु ने, यह कहा है।
समस्त इस्राएली कौम ने तेरी वाणी को सुनने से इन्कार किया। उन्होंने तेरी व्यवस्था का उल्लंघन किया और तेरी ओर से मुंह फेर लिया। अत: जो शाप और शपथ तेरे सेवक मूसा की व्यवस्था में लिखे हुए हैं, वे हम पर बरसने लगे; क्योंकि हमने तेरे प्रति पाप किया था।
तब अनेक राष्ट्रों से घिरे हुए शेष याकूब-वंशीय प्रभु-प्रेषित ओस की बूंद के सदृश, घास पर बरसती वर्षा के समान होंगे, जो लोगों की पुकार की प्रतीक्षा नहीं करती, जो मनुष्यों की राह नहीं देखती।
ओ इस्राएली कौम! उस समय जब मैं तुझे एकत्र करूंगा तब मैं तुझे घर वापस लाऊंगा; जब मैं तेरी समृद्धि तेरी आंखों के सामने तुझे लौटाऊंगा, तब मैं निस्सन्देह पृथ्वी की समस्त कौमों में तुझे यश और कीर्ति प्रदान करूंगा।’ प्रभु की यही वाणी है।
क्या बीज अब तक बखार में है? क्या अंगूर, अंजीर, अनार और जैतून के वृक्षों में फल नहीं लगे? आज के दिन से मैं तुम्हें आशिष देता रहूंगा।’
जैसा मैंने तुम्हें वचन दिया था, जब तुम मिस्र देश से बाहर निकले थे। मेरा आत्मा तुम्हारे मध्य निवास करता है। मत डरो।”
जो दूत मुझसे बात कर रहा था, उससे मैंने पूछा, ‘ये क्या हैं?’ उसने मुझे उत्तर दिया, ‘इन्हीं सींगों ने यहूदा, तथा इस्राएल प्रदेश के निवासियों को और यरूशलेम के नागरिकों को तितर-बितर किया है।’
यरूशलेम नगर आबाद रहेगा। वह विनाश का शाप नहीं भोगेगा। यरूशलेम के निवासी सुख-चैन से निवास करेंगे।
वैसे ही अब मैंने यरूशलेम नगर और यहूदा के वंशजों के साथ भलाई करने का निश्चय किया है। स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु का यह कथन है। मत डरो!
‘स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है : नबियों के माध्यम से इन दिनों मेरा सन्देश सुननेवाले लोगो! तुम्हारे हाथ मजबूत हों, ताकि मेरा मन्दिर पुन: निर्मित हो सके। तुम यह सन्देश उस दिन से सुनते आ रहे हो, जिस दिन स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु के भवन की नींव रखी गई थी।
ओ यहूदा, मैंने अपना धनुष ताना है। ओ एफ्रइम, मैंने अपने धनुष पर तीर रखा है। ओ सियोन, मैंने तेरे पुत्रों को यूनान के विरुद्ध युद्ध के लिए उभाड़ा है। मैं तुझे महायोद्धा की तलवार बनाऊंगा।’
यह इसलिए हुआ कि येशु मसीह के द्वारा अब्राहम का आशीर्वाद गैर-यहूदियों को भी प्राप्त हो और हमें विश्वास द्वारा वह आत्मा मिले, जिसकी प्रतिज्ञा की गयी थी।
जिन राष्ट्रों को उसने रचा है, उनके मध्य वह तुझे सर्वोच्च आसन पर प्रतिष्ठित करेगा जिससे उसकी स्तुति, प्रसिद्धि और सम्मान हो। जैसा प्रभु परमेश्वर ने कहा है उसके अनुसार तू उसकी पवित्र प्रजा बनेगा।’