मूसा ने सब इस्राएली लोगों में योग्य व्यक्तियों को चुना और उन्हें लोगों का मुखिया बनाया। उन्हें हजार-हजार, सौ-सौ, पचास-पचास और दस-दस के समूह पर शासक नियुक्त किया।
गिनती 13:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘ तू पुरुषों को भेज ताकि वे कनान देश का भेद लें जिसे मैं इस्राएली समाज को दे रहा हूँ। उनके पूर्वजों के प्रत्येक कुल से एक-एक व्यक्ति को भेजना जो उनका नेता है।’ पवित्र बाइबल “कुछ व्यक्तियों को कनान देश का अध्ययन करने के लिए भेजो। यही वह देश है जिसे मैं इस्राएल के लोगों को दूँगा। हर एक बारह परिवार समूह से एक नेता को भेजो।” Hindi Holy Bible कनान देश जिसे मैं इस्त्राएलियों को देता हूं उसका भेद लेने के लिये पुरूषों को भेज; वे उनके पितरों के प्रति गोत्र का एक प्रधान पुरूष हों। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “कनान देश जिसे मैं इस्राएलियों को देता हूँ उसका भेद लेने के लिये पुरुषों को भेज; वे उनके पितरों के प्रति गोत्र के एक–एक प्रधान पुरुष हों।” सरल हिन्दी बाइबल “भेद लेने के उद्देश्य से अपने कुछ व्यक्ति कनान देश को भेज दो; कनान जो मैं इस्राएल के घराने को देने जा रहा हूं. हर एक गोत्र से एक-एक प्रधान को भेजना.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “कनान देश जिसे मैं इस्राएलियों को देता हूँ, उसका भेद लेने के लिये पुरुषों को भेज; वे उनके पितरों के प्रति गोत्र के एक-एक प्रधान पुरुष हों।” |
मूसा ने सब इस्राएली लोगों में योग्य व्यक्तियों को चुना और उन्हें लोगों का मुखिया बनाया। उन्हें हजार-हजार, सौ-सौ, पचास-पचास और दस-दस के समूह पर शासक नियुक्त किया।
प्रभु मूसा से बोला, ‘मेरे लिए इस्राएल के सत्तर धर्मवृद्ध एकत्र कर जिनको तू जानता है कि वे लोगों के धर्मवृद्ध और पदाधिकारी हैं। तू उनको मिलन-शिविर में ला। वहाँ वे तेरे साथ खड़े हों।
ये ही उन पुरुषों के नाम हैं, जिन्हें मूसा ने कनान देश का भेद लेने के लिए भेजा था। मूसा ने नून के पुत्र होशे का नाम यहोशुअ रखा।
अत: मूसा ने प्रभु के आदेश के अनुसार उन्हें पारन के निर्जन प्रदेश से भेज दिया। ये सब पुरुष इस्राएली समाज के नेता थे।
जब मैंने तुम्हारे बाप-दादा को कादेश-बर्नेअ से इस देश को देखने के लिए भेजा था, तब उन्होंने भी ऐसा ही किया था।
इसलिए मैंने तुम्हारे कुलों के मुखिया, बुद्धिमान और अनुभवी व्यक्ति लिये और उन्हें तुम्हारे ऊपर नेता नियुक्त किये : हजार-हजार, सौ-सौ, पचास-पचास और दस-दस के समूह पर नायक, और तुम्हारे कुलों के लिए शास्त्री भी नियुक्त किये।
जब प्रभु ने तुम्हें कादेश-बर्नेअ के मरूद्यान से यह कहकर भेजा था, “आक्रमण करो और उस देश पर अधिकार कर लो, जिसको मैंने तुम्हें प्रदान किया है,” तब भी तुमने अपने प्रभु परमेश्वर के वचन से विद्रोह किया था। तुमने उस पर विश्वास नहीं किया, और न उसकी वाणी सुनी।