मैंने यह भी सोचा था कि महाराज के, मेरे स्वामी के वचन से मुझे शान्ति मिलेगी, क्योंकि महाराज भले और बुरे में भेद करने वाले परमेश्वर के दूत के सदृश हैं। प्रभु परमेश्वर आपके साथ हो!’
गलातियों 4:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यद्यपि मैं अपने शरीर की दुर्बलता के कारण आप लोगों के लिए परीक्षा बना, फिर भी आपने न तो मेरा तिरस्कार किया और न मेरे प्रति घृणा प्रकट की, बल्कि आपने मेरा ऐसा स्वागत किया, मानो मैं परमेश्वर का दूत या स्वयं येशु मसीह हूं। पवित्र बाइबल और तुमने भी, मेरी अस्वस्थता के कारण, जो तुम्हारी परीक्षा ली गयी थी, उससे मुझे छोटा नहीं समझा और न ही मेरा निषेध किया। बल्कि तुमने परमेश्वर के स्वर्गदूत के रूप में मेरा स्वागत किया। मानों मैं स्वयं मसीह यीशु ही था। Hindi Holy Bible और तुम ने मेरी शारीरिक दशा को जो तुम्हारी परीक्षा का कारण थी, तुच्छ न जाना; न उस से घृणा की; और परमेश्वर के दूत वरन मसीह के समान मुझे ग्रहण किया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और तुम ने मेरी शारीरिक दशा को जो तुम्हारी परीक्षा का कारण थी, तुच्छ न जाना; न उससे घृणा की; और परमेश्वर के दूत वरन् स्वयं मसीह के समान मुझे ग्रहण किया। नवीन हिंदी बाइबल और तुमने मेरी शारीरिक दशा को, जो तुम्हारी परीक्षा का कारण थी, तुच्छ न समझा और न उससे घृणा की, परंतु तुमने मुझे परमेश्वर के दूत बल्कि स्वयं मसीह यीशु के समान ग्रहण किया। सरल हिन्दी बाइबल परंतु मेरी शारीरिक स्थिति के कारण, जो तुम्हारे लिए एक परख थी, तुमने न तो मुझसे घृणा की और न ही मुझसे मुख मोड़ा, परंतु मुझे इस प्रकार स्वीकार किया, मानो मैं परमेश्वर का स्वर्गदूत हूं, मसीह येशु हूं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और तुम ने मेरी शारीरिक दशा को जो तुम्हारी परीक्षा का कारण थी, तुच्छ न जाना; न उससे घृणा की; और परमेश्वर के दूत वरन् मसीह के समान मुझे ग्रहण किया। |
मैंने यह भी सोचा था कि महाराज के, मेरे स्वामी के वचन से मुझे शान्ति मिलेगी, क्योंकि महाराज भले और बुरे में भेद करने वाले परमेश्वर के दूत के सदृश हैं। प्रभु परमेश्वर आपके साथ हो!’
परन्तु मेरे सेवक ने महाराज से, मेरे स्वामी से, मेरी चुगली की। महाराज, मेरे स्वामी, आप परमेश्वर के दूत के सदृश हैं। जो कार्य आपको अपनी दृष्टि में भला लगे, वही मेरे साथ कीजिए।
जो सुखी है, उसकी दृष्टि में दु:खी मनुष्य तुच्छ है; जिसका पैर फिसलता है, वह अभागा समझा जाता है!
यद्यपि गरीब आदमी की बुद्धि का किसी ने सम्मान नहीं किया, उसकी बातों पर ध्यान नहीं दिया तो भी मैं कहता हूं: बल से बुद्धि श्रेष्ठ है।
प्रभु यरूशलेम नगर के निवासियों के लिए मानो ढाल बनेगा और उनकी रक्षा करेगा। फलत: उस दिन यरूशलेम वासियों का दुर्बल से दुर्बल व्यक्ति राजा दाऊद के समान बलवान बनेगा। दाऊद का परिवार ईश्वर के समान, प्रभु के दूत के समान उनका नेतृत्व करेगा।
‘पुरोहित को अपने मुंह से ज्ञान की रक्षा करनी चाहिए। उसके मुंह से लोगों को व्यवस्था प्राप्त होनी चाहिए। पुरोहित स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु का सन्देशवाहक है।
“जो तुम्हारा स्वागत करता है, वह मेरा स्वागत करता है और जो मेरा स्वागत करता है, वह उसका स्वागत करता है, जिसने मुझे भेजा है।
“राजा उन्हें यह उत्तर देगा, ‘मैं तुम से सच कहता हूँ, जो कुछ तुम ने मेरे इन छोटे से छोटे भाई-बहिनों में से किसी एक के लिए किया, वह तुम ने मेरे लिए ही किया।’
“जो तुम्हारी सुनता है, वह मेरी सुनता है और जो तुम्हारा तिरस्कार करता है, वह मेरा तिरस्कार करता है। जो मेरा तिरस्कार करता है, वह उसका तिरस्कार करता है जिसने मुझे भेजा है।”
मैं तुम से सच-सच कहता हूँ : जो मेरे भेजे हुए का स्वागत करता है, वह मेरा स्वागत करता है और जो मेरा स्वागत करता है, वह उसका स्वागत करता है, जिसने मुझे भेजा है।”
गण्य-माण्य लोगों का घमण्ड चूर करने के लिए उसने उन लोगों को चुना है, जो संसार की दृष्टि में तुच्छ, नीच और नगण्य हैं,
हम मसीह के कारण मूर्ख हैं, किन्तु आप मसीह के समझदार अनुयायी हैं। हम दुर्बल हैं और आप बलवान हैं। आप लोगों को सम्मान मिल रहा है और हमें तिरस्कार।
इसलिए हम मसीह के राजदूत हैं, मानो परमेश्वर हमारे द्वारा आप लोगों से अनुरोध कर रहा है। हम मसीह के नाम पर आप से यह विनती करते हैं कि आप परमेश्वर से मेल कर लें।
अब न तो कोई यहूदी है और न यूनानी, न तो कोई दास है और न स्वतन्त्र, न तो कोई पुरुष है और न स्त्री-आप सब येशु मसीह में एक हो गये हैं।
आप जानते हैं कि अस्वस्थ होने के कारण मुझे आप को पहली बार शुभ समाचार सुनाने का अवसर मिला।
उस समय आप लोग अपने को धन्य समझते थे। अब आप लोगों का वह मनोभाव कहाँ गया? मैं आप के विषय में यह कह सकता हूँ कि यदि सम्भव होता, तो आप अपनी आँखें निकाल कर मुझे दे देते!
हम इसलिए निरन्तर परमेश्वर को धन्यवाद देते हैं कि जब आपने हम से परमेश्वर का सन्देश सुना और ग्रहण किया, तो आपने उसे मनुष्यों का वचन नहीं, बल्कि- जैसा कि वह वास्तव में है- परमेश्वर का वचन समझ कर स्वीकार किया और यह वचन अब आप विश्वासियों में क्रियाशील है।
इसलिए जो इस आदेश का तिरस्कार करता है, वह मनुष्य का नहीं, बल्कि परमेश्वर का तिरस्कार करता है जो आप को अपना पवित्र आत्मा प्रदान करता है।
आप लोग आतिथ्य-सत्कार भूलें नहीं, क्योंकि इसी के कारण कुछ लोगों ने अनजाने ही अपने यहाँ स्वर्गदूतों का सत्कार किया है।