मैंने उसे चुना है कि वह अपने पुत्रों और परिवार को, जो उसके पश्चात् रहेंगे, शिक्षा दे कि वे धार्मिकता और न्याय के कार्य करें और मुझ-प्रभु के मार्ग पर चलते रहें। तब मैं उस वचन को पूर्ण करूँगा जो मैंने अब्राहम को दिया है।’
एस्तेर 4:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘जाओ, और शूशन नगर के सब यहूदियों को एकत्र करो, और मेरे लिए सामूहिक उपवास करो। तीन दिन और रात न भोजन करना, और न पानी पीना। तुम्हारे समान मैं भी अपनी सखियों के साथ उपवास करूंगी। तब मैं महाराज के पास जाऊंगी, यद्यपि ऐसा करना नियम के विरुद्ध होगा। यदि मुझे मरना ही पड़ेगा तो मैं मर जाऊंगी।’ Hindi Holy Bible कि तू जा कर शूशन के सब यहूदियों को इकट्ठा कर, और तुम सब मिलकर मेरे निमित्त उपवास करो, तीन दिन रात न तो कुछ खाओ, और न कुछ पीओ। और मैं भी अपनी सहेलियों सहित उसी रीति उपवास करूंगी। और ऐसी ही दशा में मैं नियम के विरुद्ध राजा के पास भीतर जाऊंगी; और यदि नाश हो गई तो हो गई। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “तू जाकर शूशन के सब यहूदियों को इकट्ठा कर, और तुम सब मिलकर मेरे निमित्त उपवास करो, तीन दिन रात न तो कुछ खाओ, और न कुछ पीओ। मैं भी अपनी सहेलियों सहित उसी रीति उपवास करूँगी; और ऐसी ही दशा में मैं नियम के विरुद्ध राजा के पास भीतर जाऊँगी; और यदि नष्ट हो गई तो हो गई।” सरल हिन्दी बाइबल “जाइए और शूशन नगर के सभी यहूदियों को एकत्र कीजिए तथा मेरे लिए उपवास कीजिए; तीन दिन तथा तीन रात को कोई भी कुछ न खाए और न ही कुछ पिए. अपनी परिचारिकाओं के साथ स्वयं मैं भी इसी प्रकार उपवास करूंगी. तब मैं इसी स्थिति में राजा के पास भीतर जाऊंगी, जो नियम के विरुद्ध है. तब यदि मेरा नाश होता है, तो हो जाए.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “तू जाकर शूशन के सब यहूदियों को इकट्ठा कर, और तुम सब मिलकर मेरे निमित्त उपवास करो, तीन दिन-रात न तो कुछ खाओ, और न कुछ पीओ। और मैं भी अपनी सहेलियों सहित उसी रीति उपवास करूँगी। और ऐसी ही दशा में मैं नियम के विरुद्ध राजा के पास भीतर जाऊँगी; और यदि नाश हो गई तो हो गई।” |
मैंने उसे चुना है कि वह अपने पुत्रों और परिवार को, जो उसके पश्चात् रहेंगे, शिक्षा दे कि वे धार्मिकता और न्याय के कार्य करें और मुझ-प्रभु के मार्ग पर चलते रहें। तब मैं उस वचन को पूर्ण करूँगा जो मैंने अब्राहम को दिया है।’
सर्वशक्तिमान परमेश्वर उस पुरुष की कृपादृष्टि तुम्हें प्रदान करे जिससे वह तुम्हारे दूसरे भाई और बिन्यामिन को तुम्हारे साथ भेज दे। यदि मुझे सन्तान से वंचित होना है, तो होने दो।’
शक्तिशाली बनो! हम अपनी जनता और अपने परमेश्वर के नगरों के लिए युद्ध करें। प्रभु वही करे, जो उसकी दृष्टि में उचित है।’
यदि हम यह कहेंगे, “आओ हम नगर में प्रवेश करें” तो नगर में अकाल फैला है, और हम वहां मर जाएंगे। परन्तु यदि हम यहां बैठे रहेंगे, तो यहां भी हम भूख से मर जाएंगे। इसलिए, आओ, चलें। हम सीरियाई सेना के पड़ाव पर जाएंगे। यदि वे हमें जीवित छोड़ देंगे तो हम जीवित रहेंगे। यदि वे हमें मार डालेंगे, तो हम मर जाएंगे।’
यह खबर सुनकर यहोशाफट डर गया, और उसने प्रभु की इच्छा जानने का प्रयत्न किया। उसने समस्त यहूदा प्रदेश में सामूहिक उपवास की घोषणा कर दी।
तब मैंने अहवा नदी के तट पर सामूहिक उपवास की घोषणा की ताकि हम परमेश्वर के सम्मुख विनम्र बनें, और उससे स्वयं की, अपने बच्चों की तथा सम्पत्ति की रक्षा के लिए निर्विघ्न यात्रा की मांग करें।
मोरदकय के सन्देश के उत्तर में एस्तर ने सन्देशवाहकों से कहा कि वे मोरदकय को यह उत्तर दें:
यह सन्देश सुनकर मोरदकय चला गया, और उसने वैसा ही किया जैसा करने का आदेश एस्तर ने दिया था।
साम्राज्य के प्रदेशों में, जहाँ-जहाँ सम्राट की राजाज्ञा तथा आदेश-पत्र पहुँचा, वहाँ-वहाँ यहूदी बहुत शोक करने लगे। उन्होंने सामूहिक उपवास किया, परमेश्वर के सम्मुख विलाप किया। वे रोए। अधिकांश यहूदी टाट के वस्त्र पहिनकर राख के ढेर पर बैठे रहे।
तीसरे दिन एस्तर ने अपने राजसी वस्त्र पहिने और सम्राट क्षयर्ष के भवन के सम्मुख महल के अन्त:पुर में उपस्थित हुई। सम्राट महल में प्रवेश-द्वार के सामने अपने सिंहासन पर बैठा था।
उनमें यही लिखा था: निर्धारित दिनों में, जिनको यहूदी मोरदकय और रानी एस्तर ने निश्चित किया है, पूरीम का पर्व मनाया जाएगा − जैसा यहूदियों ने स्वयं के लिए तथा अपने वंश के लिए ठहराया कि वे इन दिनों में सामूहिक उपवास और शोक मनाएंगे।
उस दिन स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने, स्वामी ने तुम्हें आदेश दिया था कि तुम अपना पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए रोओ, शोक मनाओ, सिर मुंड़ाओ, टाटवस्त्र पहिनो।
यहूदा प्रदेश के राजा यहोयाकीम बेन-योशियाह के राज्य-काल के पांचवें वर्ष के नौवें महीने में उपवास दिवस था। यहूदा प्रदेश के नगरों से लोग यरूशलेम नगर में आए थे। इन लोगों ने तथा यरूशलेम के रहनेवालों ने प्रभु के सम्मुख घोषणा की कि वे सामूहिक रूप से उपवास करेंगे।
और उसने उनसे कहा कि वे इस रहस्य के सम्बन्ध में स्वर्गिक परमेश्वर से प्रार्थना कर उसकी दया प्राप्त करें ताकि बेबीलोन के सब दरबारी विद्वानों के साथ हम भी नष्ट न किए जाएं। दानिएल के साथियों ने ऐसा ही किया।
जिस प्रकार योना तीन दिन और तीन रात मच्छ के पेट में रहा, उसी प्रकार मानव-पुत्र भी तीन दिन और तीन रात पृथ्वी के गर्भ में रहेगा।
क्योंकि जो अपना प्राण सुरक्षित रखना चाहता है, वह उसे खो देगा और जो मेरे कारण अपना प्राण खोएगा, वही उसे सुरक्षित रखेगा।
जब वह स्वर्गदूत, जो उससे बात कर रहा था, चला गया तो करनेलियुस ने दो सेवकों और अपने अनुचरों में से एक धर्मपरायण सैनिक को बुलाया
किन्तु मेरी दृष्टि में मेरे जीवन का कोई मूल्य नहीं। मैं तो केवल अपनी दौड़ समाप्त करना और वह सेवाकार्य पूरा करना चाहता हूँ, जिसे प्रभु येशु ने मुझे सौंपा है − अर्थात् मैं परमेश्वर के अनुग्रह के शुभ समाचार की साक्षी देता रहूँ।
इस पर पौलुस ने कहा, “आप लोग यह क्या कह रहे हैं? आप रो-रो कर मेरा हृदय क्यों दु:खी कर रहे हैं? मैं प्रभु येशु के नाम के कारण यरूशलेम में न केवल बँधने, बल्कि मरने को भी तैयार हूँ।”
जब पौ फटने लगी, तो पौलुस ने सब को अपने साथ भोजन करने के लिए उत्साहित किया। पौलुस ने कहा, “आप लोगों को चिन्ता करते-करते और निराहार रहते चौदह दिन हो गये हैं। आप लोगों ने कुछ भी नहीं खाया।
जिन्होंने मेरे प्राण बचाने के लिए अपना सिर दाँव पर रख दिया। मैं ही नहीं, बल्कि गैर-यहूदियों की सब कलीसियाएँ उनका आभार मानती हैं।
उसने मसीह के कार्य के लिए मृत्यु का सामना किया और अपने जीवन को जोखिम में डाला जिससे वह मेरे प्रति जन-सेवा का वह कार्य पूरा करे, जिसे आप लोग स्वयं करने में असमर्थ थे।
यदि प्रभु की आराधना करना तुम्हें अपनी दृष्टि में बुरा लगता है तो तुम्हें आज ही इस बात का निर्णय करना होगा कि तुम किसकी आराधना करोगे : क्या उन देवताओं की आराधना करोगे, जिनकी आराधना तुम्हारे पूर्वज मसोपोतामिया में करते थे? या एमोरी जाति के देवताओं की आराधना करोगे जिसके देश में तुम निवास कर रहे हो? जहां तक मेरा और मेरे परिवार का प्रश्न है, हम प्रभु ही की आराधना करेंगे।’
उसने अपने प्राण को हथेली पर रखकर पलिश्तियों का वध किया था। यों प्रभु ने समस्त इस्राएली जाति को एक महान विजय प्रदान की। आपने स्वयं उसको देखा, और आनन्द मनाया था। तब आप क्यों निर्दोष व्यक्ति के प्रति पाप करना चाहते हैं? क्यों आप दाऊद की अकारण हत्या करना चाहते हैं?’