जब यहूदा और बिन्यामिन कुलों के बैरी सामरियों ने सुना कि स्वदेश लौटे हुए निष्कासित लोग इस्राएली कौम के परमेश्वर, ‘प्रभु’ के लिए एक मन्दिर बना रहे हैं,
एज्रा 4:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इनके अतिरिक्त अभियोग-पत्र लिखने में उन कौमों के लोग भी शामिल थे, जिनको महान् तथा गौरवशाली राजा ओस्नप्पर ने उनके देशों से निष्कासित कर सामरी प्रदेश के नगरों में तथा फरात नदी के पश्चिम क्षेत्र के शेष प्रदेशों में बसाया था। पवित्र बाइबल तथा वे अन्य लोग जिन्हें महान और शक्तिशाली ओस्नप्पर ने शोमरोन के नगरों एवं परात नदी के पश्चिमी प्रदेश के अन्य स्थानों पर बसाय था। Hindi Holy Bible आदि जातियों ने जिन्हें महान और प्रधान ओस्नप्पर ने पार ले आकर शोमरोन नगर में और महानद के इस पार के शेष देश में बसाया था, एक चिट्ठी लिखी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) आदि जातियों ने, जिन्हें महान् और प्रधान ओस्नप्पर ने पार ले आकर शोमरोन नगर में और महानद के इस पार के शेष देश में बसाया था, एक चिट्ठी लिखी। सरल हिन्दी बाइबल तथा वे अन्य लोग जिन्हें महान और शक्तिशाली ओस्नप्पर ने शमरिया के नगरों एवं परात नदी के पश्चिमी प्रदेश के अन्य स्थानों पर बसाय था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 आदि जातियों ने जिन्हें महान और प्रधान ओस्नप्पर ने पार ले आकर सामरिया नगर में और महानद के इस पार के शेष देश में बसाया था, एक चिट्ठी लिखी। |
जब यहूदा और बिन्यामिन कुलों के बैरी सामरियों ने सुना कि स्वदेश लौटे हुए निष्कासित लोग इस्राएली कौम के परमेश्वर, ‘प्रभु’ के लिए एक मन्दिर बना रहे हैं,
जो अभियोग-पत्र भेजा गया, उसकी प्रतिलिपि यह है : ‘महाराज अर्तक्षत्र की सेवा में, फरात नदी के पश्चिम क्षेत्र के निवासी, आपके सेवक शुभकामनाएं भेज रहे हैं।
सम्राट अर्तक्षत्र ने उनको यह उत्तर भेजा : ‘राजमंत्री रहूम, लिपिक शिमशई और सामरी प्रदेश में निवास करने वाले तुम्हारे सहयोगियों को, तथा फरात नदी के पश्चिम क्षेत्र के शेष प्रदेश में रहने वाली जनता को महाराज की ओर से आशीर्वाद।
पत्र इस प्रकार था : ‘महाराजाधिराज अर्तक्षत्र का पत्र स्वर्ग के परमेश्वर की व्यवस्था के शास्त्री और पुरोहित एज्रा के नाम।
उसने अपने जाति-भाई-बन्धुओं तथा सामरी सेना के सम्मुख यह कहा, ‘ये शक्तिहीन यहूदी क्या कर रहे हैं? क्या ये अपने बल पर पुनर्निर्माण करने में सफल होंगे? क्या ये फिर चढ़ावा चढ़ाएंगे? क्या ये एक दिन में काम समाप्त कर लेंगे? क्या ये मलवों में दबे हुए बेकाम पत्थरों को निकाल कर उन्हें शहरपनाह की दीवार में फिर लगाएंगे?’
‘अब हे हमारे परमेश्वर, तू महान, शक्तिशाली और आतंकमय परमेश्वर, अपने विधान का पालन करनेवाला, और करुणा सागर है! जो महा संकट के बादल हम पर, हमारे राजाओं, शासकों, पुरोहितों, नबियों और पूर्वजों पर, तेरे समस्त निज लोगों पर असीरियाई राजाओं के समय से आज तक हम पर बरसते आए हैं, उन्हें अपनी दृष्टि में कम न जान!
आप सब के प्रति अपना कर्त्तव्य पूरा करें। जिसे राजकर देना चाहिए, उसे राजकर दिया करें। जिसे चुंगी देनी चाहिए, उसे चुंगी दिया करें। जिस पर श्रद्धा रखनी चाहिए, उस पर श्रद्धा रखें और जिसे सम्मान देना चाहिए, उसे सम्मान दें।