परमेश्वर ने उन्हें यह आशिष दी, ‘फलो-फूलो और पृथ्वी को भर दो, और उसे अपने अधिकार में कर लो। समुद्र के जलचरों, आकाश के पक्षियों और भूमि के समस्त गतिमान जीव-जन्तुओं पर तुम्हारा अधिकार हो।’
उत्पत्ति 5:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) शेत के जन्म के पश्चात् आदम आठ सौ वर्ष तक जीवित रहा। उसको अन्य पुत्र-पुत्रियां भी उत्पन्न हुईं। पवित्र बाइबल शेत के जन्म के बाद आदम आठ सौ वर्ष जीवित रहा। इन दिनों में आदम के अन्य पुत्र और पुत्रियाँ पैदा हुईं। Hindi Holy Bible और शेत के जन्म के पश्चात आदम आठ सौ वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे बेटियां उत्पन्न हुईं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) शेत के जन्म के पश्चात् आदम आठ सौ वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे बेटियाँ उत्पन्न हुईं। नवीन हिंदी बाइबल शेत के जन्म के बाद आदम आठ सौ वर्ष और जीवित रहा, तथा उसके और भी पुत्र-पुत्रियाँ उत्पन्न हुईं। सरल हिन्दी बाइबल शेत के जन्म के बाद आदम 800 वर्ष के हुए, उनके और पुत्र-पुत्रियां भी पैदा हुए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और शेत के जन्म के पश्चात् आदम आठ सौ वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे-बेटियाँ उत्पन्न हुईं। |
परमेश्वर ने उन्हें यह आशिष दी, ‘फलो-फूलो और पृथ्वी को भर दो, और उसे अपने अधिकार में कर लो। समुद्र के जलचरों, आकाश के पक्षियों और भूमि के समस्त गतिमान जीव-जन्तुओं पर तुम्हारा अधिकार हो।’
केनन के जन्म के पश्चात् एनोश आठ सौ पन्द्रह वर्ष तक जीवित रहा। उसको अन्य पुत्र-पुत्रियां भी उत्पन्न हुईं।
महल्लेल के जन्म के पश्चात् केनन आठ सौ चालीस वर्ष तक जीवित रहा। उसको अन्य पुत्र-पुत्रियां भी उत्पन्न हुईं।
हनोक के जन्म के पश्चात् यारद आठ सौ वर्ष तक जीवित रहा। उसको अन्य पुत्र-पुत्रियां भी उत्पन्न हुईं।
मथूशेलह के जन्म के पश्चात् हनोक तीन सौ वर्ष तक परमेश्वर का सहचर बना रहा। उसको अन्य पुत्र-पुत्रियां भी उत्पन्न हुईं।
लामेक के जन्म के पश्चात् मथूशेलह सात सौ बयासी वर्ष तक जीवित रहा। उसको अन्य पुत्र-पुत्रियां भी उत्पन्न हुईं।
जब आदम एक सौ तीस वर्ष का हुआ तब उसने अपने सदृश, अपने ही स्वरूप में एक पुत्र को उत्पन्न किया। उसने उसका नाम ‘शेत’ रखा।
नूह के जन्म के पश्चात् लामेक पांच सौ पंचानबे वर्ष तक जीवित रहा। उसको अन्य पुत्र-पुत्रियां भी हुईं।
एनोश के जन्म के पश्चात् शेत आठ सौ सात वर्ष तक जीवित रहा। उसको अन्य पुत्र-पुत्रियां भी उत्पन्न हुईं।
परमेश्वर ने नूह और उसके पुत्रों को आशिष दी और उनसे कहा, ‘फलो-फूलो और पृथ्वी में भर जाओ।
हमारे पुत्र अपनी युवावस्था में पूर्ण विकसित पौधों के सदृश हों, हमारी पुत्रियाँ उन स्तम्भों के समान बनें, जो महल के ढांचे के लिए तराशे गये हैं।