यूसुफ को मिस्र देश में मनश्शे और एफ्रइम नामक पुत्र उत्पन्न हुए थे। उन्हें ओन नगर के पुरोहित पोटीफेरा की पुत्री आसनत ने जन्म दिया था।
उत्पत्ति 48:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इन बातों के पश्चात् किसी ने यूसुफ से कहा, ’आपके पिता बीमार हैं।’ अतएव वह अपने दोनों पुत्रों, मनश्शे और एफ्रइम को लेकर गया। पवित्र बाइबल कुछ समय बाद यूसुफ को पता लगा कि उसका पिता बहुत बीमार है। इसलिए यूसुफ ने अपने दोनों पुत्रों मनश्शे और एप्रैम को साथ लिया और अपने पिता के पास गया। Hindi Holy Bible इन बातों के पश्चात किसी ने यूसुफ से कहा, सुन, तेरा पिता बीमार है; तब वह मनश्शे और एप्रैम नाम अपने दोनों पुत्रों को संग ले कर उसके पास चला। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इन बातों के पश्चात् किसी ने यूसुफ से कहा, “सुन, तेरा पिता बीमार है।” तब वह मनश्शे और एप्रैम नामक अपने दोनों पुत्रों को संग लेकर उसके पास चला। नवीन हिंदी बाइबल इन बातों के बाद ऐसा हुआ कि किसी ने यूसुफ को यह समाचार दिया, “सुन, तेरा पिता बीमार है।” तब वह अपने दोनों पुत्रों, मनश्शे और एप्रैम को साथ लेकर चल पड़ा। सरल हिन्दी बाइबल कुछ दिन बाद योसेफ़ को बताया गया, “आपके पिता की तबियत ठीक नहीं है.” यह सुन योसेफ़ अपने दोनो पुत्रों; मनश्शेह तथा एफ्राईम को लेकर अपने पिता से मिलने निकल पड़े. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इन बातों के पश्चात् किसी ने यूसुफ से कहा, “सुन, तेरा पिता बीमार है।” तब वह मनश्शे और एप्रैम नामक अपने दोनों पुत्रों को संग लेकर उसके पास चला। |
यूसुफ को मिस्र देश में मनश्शे और एफ्रइम नामक पुत्र उत्पन्न हुए थे। उन्हें ओन नगर के पुरोहित पोटीफेरा की पुत्री आसनत ने जन्म दिया था।
किसी ने याकूब को बताया, ‘आपका पुत्र यूसुफ आपके पास आया है।’ याकूब ने अपनी शक्ति संचित की और वह। उठकर पलंग पर बैठ गए।
अब तेरे दोनों पुत्र, जो मिस्र देश में मेरे आगमन के पूर्व तुझे उत्पन्न हुए थे, वे मेरे हैं। जैसे रूबेन और शिमोन हैं वैसे मनश्शे और एफ्रइम मेरे हैं।
यूसुफ ने एफ्रइम की संतान को तीसरी पीढ़ी तक देखा। मनश्शे के पुत्र मकीर के बच्चे भी यूसुफ के घुटनों पर उत्पन्न हुए थे।
जिस रोग से एलीशा की मृत्यु होनी थी, वह उनको लग गया। इस्राएल प्रदेश का राजा यहोआश उनके पास गया। वह उनके सम्मुख रोने लगा। उसने कहा, ‘ओ मेरे पिता! ओ मेरे पिता! ओ इस्राएली राष्ट्र के सारथी! ओ हमारे अश्वारोही!’
एलीशा की मृत्यु हो गई। उनको गाड़ा गया। प्रत्येक वर्ष मोआब देश के लुटेरों का दल इस्राएल प्रदेश पर आक्रमण करता था।
अपने दु:ख-भोग के बाद अय्यूब एक सौ चालीस वर्ष तक जीवित रहा। उसने चार पीढ़ियों तक अपनी संतान को देखा।
दोनों बहिनों ने येशु को समाचार भेजा, “प्रभु! देखिए, जिसे आप प्यार करते हैं, वह बीमार है।”
विश्वास के कारण याकूब ने मरते समय यूसुफ के हर एक पुत्र को आशीर्वाद दिया और उन्होंने अपनी छड़ी की मूठ के सहारे झुक कर परमेश्वर की आराधना की।
यूसुफ के वंशज दो गोत्रों में बंट गए थे : मनश्शे और एफ्रइम। लेवी कुल के लोगों को पैतृक-अधिकार में भूमि नहीं दी गई। पर इसके बदले में उन्हें रहने के लिए नगर तथा उनकी पशु-सम्पत्ति के लिए चरागाह दिए गए।