यह भोजन-सामग्री देश के निमित्त अकाल के उन सात वर्षों के लिए सुरक्षित रहेगी, जो मिस्र देश पर आएंगे, जिससे मिस्र देश अकाल से विनष्ट न हो जाए।’
उत्पत्ति 47:19 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) हम और हमारे खेत आपके रहते क्यों नष्ट हों? आप अनाज देकर हमें और हमारे खेतों को खरीद लीजिए। तब हम और हमारे खेत फरओ के गुलाम हो जाएँगे। हमें बीज दीजिए जिससे हम नष्ट न हों वरन् जीवित रहें। हमारे खेत न उजड़ें।’ पवित्र बाइबल आपके देखते हुए ही हम निश्चय ही मर जाएँगे। किन्तु यदि आप हमें भोजन देते हैं तो हम फ़िरौन को अपनी भूमि देंगे और उसके दास हो जाएँगे। हमें बीज दो जिन्हें हम बो सकें। तब हम लोग जीवित रहेंगे और मरेंगे नहीं और भूमि हम लोगों के लिए फिर अन्न उगाएगी।” Hindi Holy Bible हम तेरे देखते क्यों मरें, और हमारी भूमि क्यों उजड़ जाए? हमको और हमारी भूमि को भोजन वस्तु की सन्ती मोल ले, कि हम अपनी भूमि समेत फिरौन के दास हों: और हम को बीज दे, कि हम मरने न पाएं, वरन जीवित रहें, और भूमि न उजड़े। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हम तेरे देखते क्यों मरें, और हमारी भूमि क्यों उजड़ जाए? हमको और हमारी भूमि को भोजन वस्तु के बदले मोल ले, कि हम अपनी भूमि समेत फ़िरौन के दास हों : और हमको बीज दे कि हम मरने न पाएँ, वरन् जीवित रहें, और भूमि न उजड़े।” नवीन हिंदी बाइबल ऐसा क्यों हो कि हम तेरे सामने मर जाएँ और हमारी भूमि उजड़ जाए? हमें और हमारी भूमि को भोजन के बदले खरीद ले कि हम अपनी भूमि सहित फ़िरौन के दास हो जाएँ। हमें बीज प्रदान कर जिससे कि हम मर न जाएँ बल्कि जीवित रहें, और हमारी भूमि भी न उजड़े।” सरल हिन्दी बाइबल क्या हम और हमारी ज़मीन आपकी आंखों के सामने नाश हो जायेंगी? अब भोजन के बदले आप हमारी ज़मीन को ही खरीद लीजिए, और हम अपनी ज़मीन के साथ फ़रोह के दास बन जाएंगे. हमें सिर्फ बीज दे दीजिये कि हम नहीं मरें परंतु जीवित रहें कि हमारी भूमि निर्जन न हो.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हम तेरे देखते क्यों मरें, और हमारी भूमि क्यों उजड़ जाए? हमको और हमारी भूमि को भोजनवस्तु के बदले मोल ले, कि हम अपनी भूमि समेत फ़िरौन के दास हों और हमको बीज दे, कि हम मरने न पाएँ, वरन् जीवित रहें, और भूमि न उजड़े।” |
यह भोजन-सामग्री देश के निमित्त अकाल के उन सात वर्षों के लिए सुरक्षित रहेगी, जो मिस्र देश पर आएंगे, जिससे मिस्र देश अकाल से विनष्ट न हो जाए।’
जब मिस्र और कनान देश में मुद्रा समाप्त हो गई तब मिस्र के निवासी यूसुफ के पास आए। उन्होंने कहा, ‘हमें रोटी दीजिए। क्यों हम आपके रहते मरें? हमारा रुपया-पैसा समाप्त हो गया है।’
वह वर्ष व्यतीत हुआ। लोग दूसरे वर्ष यूसुफ के पास पुन: आए। वे उससे बोले, ‘हम अपने स्वामी से यह बात नहीं छिपाएँगे कि हमारा रुपया-पैसा समाप्त हो गया है। हमारे पशु भी स्वामी के हो गए। अब स्वामी की दृष्टि में हमारी देह और भूमि के अतिरिक्त हमारे पास और कुछ भी शेष नहीं रहा।
अत: यूसुफ ने फरओ के लिए मिस्र देश के सब खेत खरीद लिये। प्रत्येक मिस्र निवासी ने अपना खेत बेच दिया; क्योंकि अकाल ने उन्हें भयंकर रूप से प्रभावित किया था। भूमि पर फरओ का अधिकार हो गया।
शैतान ने प्रभु को उत्तर दिया, ‘खाल के बदले खाल, लेकिन मनुष्य अपना प्राण बचाने के लिए सब कुछ दे सकता है।
अब उसके सब निवासी कराहते हुए भोजन की तलाश में भटक रहे हैं। वे अपने प्राण बचाने के लिए बहुमूल्य वस्तुओं के बदले में भोजन खरीद रहे हैं। ‘हे प्रभु, मेरे कष्ट को देख, मुझ पर ध्यान दे! क्योंकि मैं कितनी तिरस्कृत हो गई हूं।’
भोजन-वस्तु प्राप्त करने के लिए हम अपने प्राण संकट में डालते हैं, क्योंकि निर्जन प्रदेश में लुटेरों की तलवार का डर है।
मनुष्य को इससे क्या लाभ यदि वह सारा संसार तो प्राप्त कर ले, लेकिन अपना प्राण ही गँवा दे? अपने प्राण के बदले में मनुष्य क्या देगा?