‘हे स्वामी, हमारी बात सुनिए। आप तो हमारे मध्य में परम शक्तिमान हैं। आप हमारी सर्वोत्तम कबर में शव को गाड़ दीजिए। हममें से कोई भी व्यक्ति अपनी कबर आपको देना अस्वीकार न करेगा, और न शव गाड़ने में रुकावट डालेगा।’
उत्पत्ति 32:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उसने दूतों को आदेश दिया, ‘मेरे स्वामी एसाव से कहना, “आपका सेवक याकूब यों कहता है, मैं प्रवासी होकर लाबान के साथ रहा और अब तक उन्हीं के पास था। पवित्र बाइबल याकूब ने दूत से कहा, “मेरे स्वामी एसाव को यह खबर दो: ‘तुम्हारा सेवक याकूब कहता है, मैं इन सारे वर्षों लाबान के साथ रहा हूँ। Hindi Holy Bible और उसने उन्हें यह आज्ञा दी, कि मेरे प्रभु ऐसाव से यों कहना; कि तेरा दास याकूब तुझ से यों कहता है, कि मैं लाबान के यहां परदेशी हो कर अब तक रहा; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और उसने उन्हें यह आज्ञा दी, “मेरे प्रभु एसाव से यों कहना : तेरा दास याक़ूब तुझ से यों कहता है कि मैं लाबान के यहाँ परदेशी होकर अब तक रहा; नवीन हिंदी बाइबल उसने उन्हें यह आज्ञा भी दी, “तुम मेरे प्रभु एसाव से यह कहना : तेरा दास याकूब यह कहता है, ‘मैं अब तक लाबान के यहाँ परदेशी होकर रहा; सरल हिन्दी बाइबल और उनसे कहा कि मेरा स्वामी एसाव से यह कहना कि आपके सेवक याकोब कहता है, “मैं लाबान के यहां पराये होकर अब तक वहीं रहा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और उसने उन्हें यह आज्ञा दी, “मेरे प्रभु एसाव से यह कहना; कि तेरा दास याकूब तुझ से यह कहता है, कि मैं लाबान के यहाँ परदेशी होकर अब तक रहा; |
‘हे स्वामी, हमारी बात सुनिए। आप तो हमारे मध्य में परम शक्तिमान हैं। आप हमारी सर्वोत्तम कबर में शव को गाड़ दीजिए। हममें से कोई भी व्यक्ति अपनी कबर आपको देना अस्वीकार न करेगा, और न शव गाड़ने में रुकावट डालेगा।’
उसने याकूब से कहा, ‘मुझे लाल-लाल वस्तु में से कुछ खिला, क्योंकि मुझे बहुत भूख लगी है।’ (इसलिए उसका नाम ‘एदोम’ भी पड़ा।)
राष्ट्र तेरी सेवा करें, विभिन्न जातियाँ तुझे दण्दवत् करें। तू अपने भाइयों का स्वामी बने। तेरी माँ के पुत्र तुझे दण्दवत् करें। तुझे शाप देने वाले स्वयं शापित हों, पर आशिष देनेवाले, आशिष प्राप्त करें।’
इसहाक ने एसाव को उत्तर दिया, ‘मैंने उसे तेरा स्वामी बनाया है। मैंने उसके सब भाइयों को उसके सेवक बनने के लिए प्रदान कर दिया। मैंने अनाज और अंगूर से उसको सम्पन्न बना दिया। अब मेरे पुत्र, मैं तेरे लिए क्या कर सकता हूँ?’
मैं बीस वर्ष तक आपके घर में रहा। मैंने आपकी दो पुत्रियों के लिए चौदह वर्ष तक, और आपकी भेड़-बकरियों के लिए छ: वर्ष तक आपकी सेवा की। आपने दस बार मेरी मजदूरी बदली।
तब तुम कहना, “यह आपके सेवक याकूब के पशु हैं। उन्होंने अपने स्वामी एसाव को भेंट के रूप में इनको भेजा है। आपके सेवक याकूब भी हमारे पीछे आ रहे हैं।”
मेरे पास गाय-बैल, गधे, भेड़-बकरियां और सेवक-सेविकाएं हैं। मैंने अपने स्वामी को बताने के लिए यह सन्देश भेजा है जिससे मैं आपकी कृपा-दृष्टि प्राप्त करूं।” ’
मेरा स्वामी अपने सेवक के आगे बढ़ जाए। जो पशु मेरे आगे-आगे हैं, उनकी गति एवं अपने बच्चों की गति के अनुसार मैं धीरे-धीरे आगे बढ़ूंगा, जब तक सेईर नगर में अपने स्वामी के पास न पहुंच जाऊं।’
एसाव ने पूछा, ‘जो पशुओं के झुण्ड मुझे मार्ग में मिले, उनसे तुम्हारा क्या अभिप्राय है?’ याकूब ने उत्तर दिया, ‘स्वामी की कृपादृष्टि प्राप्त करना।’
यदि तू भलाई करे तो क्या मैं तुझे ग्रहण न करूंगा? किन्तु यदि तू भलाई न करे तो देख, तेरे द्वार पर पाप खड़ा है। वह तेरी कामना कर रहा है। तू उसको अपने वश में कर।’
अत: दरबारियों ने अपनी कमर में टाट, और सिर पर रस्सी बाँधी। वे इस्राएल प्रदेश के राजा अहाब के पास आए। उन्होंने कहा, ‘आपके सेवक बेन-हदद ने निवेदन किया है : “कृपया आप मेरे प्राण बख्श दें।” ’ अहाब ने पूछा, ‘क्या वह अब तक जीवित हैं? वह मेरे भाई हैं।’
हारून ने उत्तर दिया, ‘हे स्वामी, आपका क्रोध न भड़के। आप स्वयं इन लोगों को जानते हैं कि ये बुराई करने को तत्पर रहते हैं।
कोमल उत्तर देने से क्रोध शान्त हो जाता है; परन्तु कटु वचन से क्रोधाग्नि धधक उठती है।
तो तू यह काम करना और बच जाना; तू पड़ोसी के हाथ में पड़ गया है; अत: तू अविलम्ब जाना और उसको साष्टांग प्रणाम कर मना लेना।
यदि शासक तुमसे नाराज हो तो तुम अपना स्थान मत छोड़ो। क्योंकि धैर्य गंभीर अपराध भी सुधार देता है।
एदोम देश के विरुद्ध नबूवत : सेईर पहाड़ से कोई मुझे पुकार रहा है : “ओ रखवाले, रात कितनी शेष रही? रात कितनी गुजर गई?”
क्योंकि जो अपने आप को बड़ा मानता है, वह छोटा किया जाएगा और जो अपने आप को छोटा मानता है, वह बड़ा किया जाएगा।”
सारा का उदाहरण लें, जो अब्राहम का आज्ञापालन करती और उन्हें ‘स्वामी’ कह कर पुकारती थी। जब आप भलाई करती रहेंगी और किसी आशंका से नहीं घबरायेंगी, तो आप उनकी सुपुत्रियाँ सिद्ध होंगी।
‘प्रभु, जब तू सेईर देश से बाहर निकला, जब तूने एदोम के मैदान से प्रस्थान किया, तब भूमि कांपने लगी, और आकाश बरसने लगा, मेघ जल बरसाने लगे।
शाऊल ने दाऊद की आवाज पहचान ली। उसने पूछा, ‘मेरे पुत्र दाऊद, क्या यह तेरी आवाज है?’ दाऊद ने उत्तर दिया, ‘हां महाराज, मेरे स्वामी, यह मेरी आवाज है।’