अब से तेरा नाम “अब्राम” न रहेगा, वरन् “अब्राहम” होगा; क्योंकि मैंने तुझे अनेक राष्ट्रों का पिता बनाया है।
उत्पत्ति 32:29 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) याकूब ने पूछा, ‘कृपया, मुझे अपना नाम बता।’ उसने कहा, ‘तूने मेरा नाम क्यों पूछा?’ तत्पश्चात् उसने याकूब को आशीर्वाद दिया। पवित्र बाइबल तब याकूब ने उस से पूछा, “कृपया मुझे अपना नाम बताएं।” किन्तु उस व्यक्ति ने कहा, “तुम मेरा नाम क्यों पूछते हो?” उस समय उस व्यक्ति ने याकूब को आशीर्वाद दिया। Hindi Holy Bible याकूब ने कहा, मैं बिनती करता हूं, मुझे अपना नाम बता। उसने कहा, तू मेरा नाम क्यों पूछता है? तब उसने उसको वहीं आशीर्वाद दिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) याक़ूब ने कहा, “मैं विनती करता हूँ, मुझे अपना नाम बता।” उसने कहा, “तू मेरा नाम क्यों पूछता है?” तब उसने उसको वहीं आशीर्वाद दिया। नवीन हिंदी बाइबल याकूब ने उससे कहा, “मेरी विनती सुन, मुझे अपना नाम बता।” परंतु उसने कहा, “तू मेरा नाम क्यों पूछता है?” फिर उसने उसे वहीं आशीर्वाद दिया। सरल हिन्दी बाइबल तब याकोब ने उस व्यक्ति से कहा, “कृपया आप मुझे अपना नाम बताइए.” उस व्यक्ति ने उत्तर दिया, “क्या करोगे मेरा नाम जानकर?” और तब उस व्यक्ति ने वहीं याकोब को आशीष दी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 याकूब ने कहा, “मैं विनती करता हूँ, मुझे अपना नाम बता।” उसने कहा, “तू मेरा नाम क्यों पूछता है?” तब उसने उसको वहीं आशीर्वाद दिया। |
अब से तेरा नाम “अब्राम” न रहेगा, वरन् “अब्राहम” होगा; क्योंकि मैंने तुझे अनेक राष्ट्रों का पिता बनाया है।
परमेश्वर ने उससे कहा, ‘तेरा नाम याकूब है। किन्तु अब से तेरा नाम याकूब नहीं रहेगा, वरन् तेरा नाम इस्राएल होगा।’ अत: उसका नाम इस्राएल रखा गया।
एलियाह ने याकूब के बारह पुत्रों के कुलों की संख्या के अनुसार बारह पत्थर लिये। उसी याकूब को प्रभु का यह वचन सुनाई दिया था, ‘अब से तेरा नाम इस्राएल होगा।’
वे आज भी प्राचीन रीति-रिवाजों का पालन करती हैं। सामरी लोग प्रभु का भय नहीं मानते थे। वे उन संविधियों, न्याय-सिद्धान्तों, व्यवस्था और आज्ञाओं का पालन नहीं करते थे, जिन्हें प्रभु ने याकूब के वंशजों को प्रदान किया था। याकूब का नाम उसने ‘इस्राएल’ रखा था।
‘क्या तुम परमेश्वर के गूढ़ रहस्य का पता लगा सकते हो? क्या तुम सर्वशक्तिमान परमेश्वर की सीमा मालूम कर सकते हो?
“कौन मनुष्य स्वर्ग में जाकर फिर पृथ्वी पर लौटा है? कौन आदमी अपनी मुट्ठी में हवा को पकड़ सका है? कौन व्यक्ति वस्त्र में महासागर को लपेट सका है? किसने पृथ्वी के सब सीमान्तों को स्थिर किया है? उसका नाम क्या है? उसके पुत्र का क्या नाम है? यदि तुम जानते हो तो बताओ।
देखो, हमारे लिए एक बालक का जन्म हुआ है; हमें एक पुत्र दिया गया है। राज-सत्ता उसके कंधों पर है। उसका यह नाम रखा जाएगा : ‘अद्भुत् परामर्शदाता’, ‘शक्तिमान ईश्वर’, ‘शाश्वत पिता’, ‘शान्ति का शासक’।
लोग यह कहते हैं : ‘आओ, हम प्रभु के पास लौटें। उसने हमें क्षत-विक्षत किया है, अब वही हमें स्वस्थ करेगा। उसने हमें घायल किया है, अब वही हमारे घावों पर पट्टी बांधेगा।
मूसा ने कादेश मरूद्यान से एदोम देश के राजा के पास दूत भेजे और कहा, ‘आपके भाई-बन्धु इस्राएली यों कहते हैं : आप उन सब कष्टों को जानते ही हैं, जो हमने झेले हैं।
स्वर्गदूत ने उसे उत्तर दिया, “मैं गब्रिएल स्वर्गदूत हूँ। परमेश्वर के सामने उपस्थित रहता हूँ। मैं आप से बातें करने और आप को यह शुभ समाचार सुनाने भेजा गया हूँ।
गुप्त बातें केवल हमारा प्रभु परमेश्वर ही जानता है। पर जो बातें प्रकट की गई हैं, उन्हें हम और हमारी सन्तान सदा-सर्वदा जानेंगे, ताकि हम इस व्यवस्था के वचनों के अनुसार कार्य कर सकें।