मैं तेरे वंशजों को पृथ्वी के रजकणों के सदृश बढ़ाऊंगा। उनकी गिनती करना असम्भव होगा: यदि कोई पृथ्वी के रजकणों को गिन सकेगा तो वह तेरे वंशजों को भी गिन सकेगा।
उत्पत्ति 32:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) याकूब ने वह रात वहीं व्यतीत की। उसने अपने भाई एसाव को भेंट में देने के लिए अपनी समस्त सम्पत्ति में से ये पशु चुने: पवित्र बाइबल याकूब रात को उस जगह ठहरा। याकूब ने कुछ चीजें एसाव को भेंट देने के लिए तैयार कीं। Hindi Holy Bible और उसने उस दिन की रात वहीं बिताई; और जो कुछ उसके पास था उस में से अपने भाई ऐसाव की भेंट के लिये छांट छांट कर निकाला; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसने उस दिन रात वहीं बिताई; और जो कुछ उसके पास था उसमें से अपने भाई एसाव की भेंट के लिये छाँट छाँटकर निकाला; नवीन हिंदी बाइबल तब उसने वहीं रात बिताई, और जो कुछ उसके पास था उसमें से कुछ को उसने अपने भाई एसाव को भेंट देने के लिए अलग किया : सरल हिन्दी बाइबल याकोब ने रात वहीं बिताई. और उन्होंने अपनी संपत्ति में से अपने भाई एसाव को उपहार देने के लिए अलग किया: इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसने उस दिन की रात वहीं बिताई; और जो कुछ उसके पास था उसमें से अपने भाई एसाव की भेंट के लिये छाँट छाँटकर निकाला; |
मैं तेरे वंशजों को पृथ्वी के रजकणों के सदृश बढ़ाऊंगा। उनकी गिनती करना असम्भव होगा: यदि कोई पृथ्वी के रजकणों को गिन सकेगा तो वह तेरे वंशजों को भी गिन सकेगा।
प्रभु ने अब्राम को बाहर ले जाकर कहा, ‘आकाश की ओर देख। यदि तू तारों को गिन सकता है तो गिन।’ तब वह अब्राम से बोला, ‘तेरा वंश ऐसा ही असंख्य होगा।’
अब्राहम ने आँख ऊपर उठाकर देखा कि उनके सामने तीन पुरुष खड़े हैं। वह उनको देखते ही उनका स्वागत करने के लिए तम्बू के द्वार से दौड़कर आए, और भूमि की ओर झुककर उनका अभिवादन किया।
मैं निश्चय ही तुझे आशिष दूंगा, और तेरे वंश को आकाश के तारों एवं समुद्र तट के रेत-कणों के सदृश असंख्य बनाऊंगा। तेरे वंशज अपने शत्रुओं के नगर-द्वारों पर अधिकार करेंगे।
याकूब ने कहा, ‘नहीं, यदि मुझे तुम्हारी कृपा-दृष्टि प्राप्त हुई है तो तुम मेरे हाथ से मेरी भेंट स्वीकार करो। निस्सन्देह तुम्हारे मुख को देखना मानो परमेश्वर के मुख को देखना है; क्योंकि तुमने मुझे अपनाया है।
एसाव ने पूछा, ‘जो पशुओं के झुण्ड मुझे मार्ग में मिले, उनसे तुम्हारा क्या अभिप्राय है?’ याकूब ने उत्तर दिया, ‘स्वामी की कृपादृष्टि प्राप्त करना।’
यूसुफ मिस्र देश का प्रधान मन्त्री था। वह देश के सब लोगों का अन्न-विक्रेता था। यूसुफ के भाई आए। उन्होंने भूमि की ओर सिर झुका कर यूसुफ का अभिवादन किया।
उनके पिता याकूब ने उनसे कहा, ‘यदि ऐसी ही बात है तो यह करो : अपने बोरों में कनान देश की सर्वोत्तम वस्तुएँ रखो : बलसान, शहद, गोंद, गन्धरस, पिस्ता और बादाम। इन्हें मिस्र देश के स्वामी को भेंट देने के लिए ले जाओ।
यूसुफ महल में आया। वे अपने पास की भेंट लेकर महल में उसके पास गए। उन्होंने भूमि की ओर झुककर उसका अभिवादन किया।
अत: मैंने लोगों को तलवारें, भाले और धनुष दिए, और उन्हें उनके पितृ-कुलों के अनुसार शहरपनाह के पीछे सबसे नीचे के खुले स्थानों में बैठा दिया।
घूस देनेवाला मनुष्य घूस को जादू का चिराग समझता है; वह जहाँ-जहाँ जाता है, सफलता उसके चरण चूमती है।
उदार मनुष्य की कृपा चाहनेवाले अनेक लोग होते हैं; जो मनुष्य धन लुटाता है, उसके मित्र सब बनना चाहते हैं।
गुप्त रूप से दिया गया उपहार क्रोध को शान्त कर देता है; चुपके से दी गई भेंट से क्रोधाग्नि भी ठण्डी पड़ जाती है।
अब, यह उपहार, जो आपकी सेविका अपने स्वामी के लिए लाई है, आपके कदमों पर चलनेवाले अपने सैनिकों को दे दीजिए।
आप अपने सेवकों से पूछिए। वे आपको यह बात बताएंगे। अत: आप मेरे सैनिकों पर कृपा-दृष्टि कीजिए। ये आनन्द के पर्व पर आए हैं। जो भी आपके पास है, वह आप हमें, अपने सेवकों को, और अपने पुत्र-तुल्य दाऊद को दे दीजिए।” ’