वह मार्ग का सांप, पथ का नाग होगा, जो अश्वों की एड़ी को डंसता है, और अश्वारोही पीछे गिर पड़ता है।
उत्पत्ति 3:15 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं तेरे और स्त्री के बीच, तेरे वंश और स्त्री के वंश के मध्य शत्रुता उत्पन्न करूँगा। वह तेरा सिर कुचलेगा, और तू उसकी एड़ी डसेगा।’ पवित्र बाइबल मैं तुम्हें और स्त्री को एक दूसरे का दुश्मन बनाऊँगा। तुम्हारे बच्चे और इसके बच्चे आपस में दुश्मन होंगे। तुम इसके बच्चे के पैर में डसोगे और वह तुम्हारा सिर कुचल देगी।” Hindi Holy Bible और मैं तेरे और इस स्त्री के बीच में, और तेरे वंश और इसके वंश के बीच में बैर उत्पन्न करुंगा, वह तेरे सिर को कुचल डालेगा, और तू उसकी एड़ी को डसेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और मैं तेरे और इस स्त्री के बीच में, और तेरे वंश और इसके वंश के बीच में बैर उत्पन्न करूँगा; वह तेरे सिर को कुचल डालेगा, और तू उसकी एड़ी को डसेगा।” नवीन हिंदी बाइबल और मैं तेरे और इस स्त्री के बीच, तथा तेरे वंश और इसके वंश के बीच बैर उत्पन्न करूँगा; वह तेरे सिर को कुचलेगा, और तू उसकी एड़ी को डसेगा।” सरल हिन्दी बाइबल मैं तेरे तथा स्त्री के बीच, तेरी संतान तथा स्त्री की संतान के बीच बैर पैदा करूंगा; वह तेरे सिर को कुचलेगा, तथा तू उसकी एड़ी को डसेगा.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और मैं तेरे और इस स्त्री के बीच में, और तेरे वंश और इसके वंश के बीच में बैर उत्पन्न करूँगा, वह तेरे सिर को कुचल डालेगा, और तू उसकी एड़ी को डसेगा।” |
वह मार्ग का सांप, पथ का नाग होगा, जो अश्वों की एड़ी को डंसता है, और अश्वारोही पीछे गिर पड़ता है।
प्रभु ने दाऊद से सत्य शपथ खाई है, वह उससे विमुख न होगा; ‘तेरे निज पुत्रों में से एक पुत्र को मैं तेरे सिंहासन पर बैठाऊंगा।
अत: मैं महान व्यक्तियों के साथ उसका भाग बांटूंगा, और वह बलवानों के साथ “लूट” बांटेगा। उसने मृत्यु की वेदी पर अपना प्राण अर्पित कर दिया; और वह अपराधियों के साथ गिना गया। फिर भी उसने अनेक लोगों के पाप का बोझ उठाया, और अपराधियों के लिए प्रार्थना की।’
अत: स्वयं स्वामी तुम्हें एक संकेत-चिह्न देगा: देखो, एक कन्या गर्भवती होगी और वह एक पुत्र को जन्म देगी। वह उसका नाम ‘इम्मानुएल’ रखेगी।
ओ चंचल पुत्री! तू कब तक यहां-वहां भटकती रहेगी? मैं-प्रभु ने पृथ्वी पर एक नई व्यवस्था की है : नारी पुरुष की रक्षा करेगी।’
बासठ सप्ताहों के पश्चात् एक दूसरा ‘अभिषिक्त’ होगा। वह काटा जाएगा, और उसके पास कुछ नहीं रह जाएगा। एक अगुआ आएगा। उस की सेना नगर और पवित्र स्थान को खण्डहर बना देगी। उसका अन्त बाढ़ से होगा, और अन्त तक युद्ध होता रहेगा। विनाश ठहराया जा चुका है।
यदि वे कर्मेल पर्वत के शिखर पर छिपेंगे तो मैं वहां भी उन्हें खोज कर पकड़ लूंगा। यदि वे मेरी आंखों से छिपकर सागर के तल में चले जाएंगे, तो मैं सर्प को आदेश दूंगा, और वह उनको डस लेगा।
जब तक गर्भवती स्त्री बालक को जन्म न देगी, तब तक प्रभु इस्राएल को त्यागे रहेगा। उसके पश्चात् शेष इस्राएली अपने जाति-भाई-बहिनों के पास लौट आएंगे।
“देखो, एक कुंवारी गर्भवती होगी और पुत्र को जन्म देगी, और उसका नाम ‘इम्मानुएल’ रखा जाएगा” − जिसका अर्थ है, “परमेश्वर हमारे साथ है।”
किन्तु यूसुफ ने उससे तब तक संसर्ग नहीं किया, जब तक उसने पुत्र को जन्म नहीं दिया। यूसुफ ने पुत्र का नाम येशु रखा।
साँप के बच्चो! तुम बुरे हो कर अच्छी बातें कैसे कह सकते हो? जो हृदय में भरा है, वही तो मुँह से बाहर आता है।
बहुत से फरीसियों और सदूकियों को बपतिस्मा के लिए आते देख कर योहन ने उन से कहा, “साँप के बच्चो! किसने तुम लोगों को परमेश्वर के आने वाले कोप से भागने के लिए सचेत कर दिया?
और साँपों को हाथ से उठा लेंगे। यदि वे विष पिएँगे, तो उस से उन्हें कोई हानि नहीं होगी। वे रोगियों पर हाथ रखेंगे और रोगी स्वस्थ हो जाएँगे।” [
“हे बालक! तू सर्वोच्च परमेश्वर का नबी कहलाएगा; तू प्रभु का अग्रदूत बनेगा कि तू उसका मार्ग तैयार करे
मैंने तुम्हें साँपों, बिच्छुओं और बैरी की सारी शक्ति को कुचलने का सामर्थ्य दिया है। कुछ भी तुम्हें हानि नहीं पहुँचा सकेगा।
मैं प्रतिदिन मन्दिर में तुम्हारे साथ रहा और तुम ने मुझ पर हाथ नहीं डाला। परन्तु यह तुम्हारा समय है और उस पर अन्धकार का अधिकार है।”
तब येशु ने मूसा एवं सब नबियों से आरम्भ कर संपूर्ण धर्मग्रन्थ में अपने विषय में लिखी बातों की व्याख्या उनसे की।
“तुम तो अपने पिता शैतान से हो और अपने पिता की इच्छा पूरी करना चाहते हो। वह तो प्रारम्भ से ही हत्यारा था। वह सत्य पर स्थिर नहीं रहता, क्योंकि उसमें सत्य है ही नहीं। जब वह झूठ बोलता है, तो अपने ही स्वभाव के अनुसार बोलता है; क्योंकि वह झूठा है और झूठ का पिता है।
और कहा, “तू शैतान की संतान है! तू धूर्तता और कपट से कूट-कूट कर भरा हुआ है और हर प्रकार की धार्मिकता का शत्रु है! क्या तू प्रभु के सीधे मार्ग टेढ़े बनाने से बाज़ नहीं आयेगा?
शान्ति का परमेश्वर शीघ्र ही शैतान को आपके पैरों तले कुचल देगा। हमारे प्रभु येशु की कृपा आप लोगों पर बनी रहे।
उनका गला खुली हुई कबर है; उनकी वाणी में छल कपट है और उनके होंठों के तले साँप का विष है।
किन्तु समय पूरा हो जाने पर परमेश्वर ने अपने पुत्र को भेजा। वह एक नारी से उत्पन्न हुए और व्यवस्था के अधीन उत्पन्न हुए,
इसलिए धर्मग्रन्थ कहता है, “वह ऊंचाई पर चढ़ा और बन्दियों को बांध ले गया। उसने मनुष्यों को वरदान दिये।”
उसने प्रत्येक आधिपत्य और अधिकार को अपदस्थ किया, संसार की दृष्टि में उन को नीचा दिखाया और क्रूस की विजय-यात्रा में उन्हें बन्दियों के समान घुमाया।
येशु की परीक्षा ली गयी है और उन्होंने स्वयं दु:ख भोगा है इसलिए वह परीक्षा में पड़े हुए लोगों की सहायता कर सकते हैं।
मसीह ने इस पृथ्वी पर रहते समय पुकार-पुकार कर और आँसू बहा-बहा कर परमेश्वर से, जो उन्हें मृत्यु से बचा सकता था, प्रार्थना और अनुनय-विनय की। श्रद्धाभक्ति के कारण उनकी प्रार्थना सुनी गयी।
परमेश्वर की सन्तान और शैतान की सन्तान की पहचान यह है: जो भी व्यक्ति धर्माचरण नहीं करता, वह परमेश्वर की सन्तान नहीं है और वह भी नहीं, जो अपने भाई अथवा बहिन से प्रेम नहीं करता।
जो पाप करता है, वह शैतान से है; क्योंकि शैतान प्रारम्भ से पाप करता आया है। परमेश्वर का पुत्र इसीलिए प्रकट हुआ कि वह शैतान के कार्य समाप्त कर दे।
संसार का विजेता कौन है? केवल वही जो यह विश्वास करता है कि येशु परमेश्वर के पुत्र हैं।
इस पर पंखदार सर्प को महिला पर बड़ा क्रोध आया और वह उसकी शेष सन्तान से युद्ध करने निकला, अर्थात उन लोगों से जो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करते और येशु के विषय में दी हुई साक्षी पर अटल रहते हैं।
उसे सन्तों से युद्ध करने एवं उन्हें परास्त करने की अनुमति मिली और हर एक कुल, प्रजाति, भाषा और राष्ट्र पर अधिकार दिया गया।
तुम्हें जो कष्ट भोगना होगा, उस से मत डरो। शैतान तुम्हारी परीक्षा लेने के उद्देश्य से तुम लोगों में से कुछ को क़ैद में डाल देगा और तुम लोग दस दिनों तक संकट में पड़े रहोगे। तुम मृत्यु तक विश्वस्त बने रहो और मैं तुम्हें जीवन का मुकुट प्रदान करूँगा।
उन्हें बहकाने वाले शैतान को आग और गन्धक के कुण्ड में डाल दिया गया, जहाँ पशु और झूठा नबी डाल दिये गये थे। वे युग-युगों तक दिन रात यन्त्रणा भोगेंगे।