उसने अब्राम को यह आशीर्वाद दिया : ‘आकाश और पृथ्वी का सृष्टिकर्ता सर्वोच्च परमेश्वर, अब्राम को आशिष दे।
उत्पत्ति 27:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उसके बाद तू मेरी रुचि के अनुसार मेरे लिए स्वादिष्ट भोजन पकाना और उसको मेरे पास लाना। मैं उसको खाऊंगा और मरने के पूर्व तुझे आशीर्वाद दूँगा।’ पवित्र बाइबल मेरा प्रिय भोजन बनाओ। उसे मेरे पास लाओ, और मैं इसे खाऊँगा। तब मैं मरने से पहले तुम्हें आशीर्वाद दूँगा।” Hindi Holy Bible तब मेरी रूचि के अनुसार स्वादिष्ट भोजन बना कर मेरे पास ले आना, कि मैं उसे खा कर मरने से पहले तुझे जी भर के आशीर्वाद दूं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब मेरी रुचि के अनुसार स्वादिष्ट भोजन बनाकर मेरे पास ले आना, कि मैं उसे खाकर मरने से पहले तुझे जी भर के आशीर्वाद दूँ।” नवीन हिंदी बाइबल तब मेरी पसंद का स्वादिष्ट भोजन बनाकर मेरे पास ले आ कि मैं उसे खाऊँ और मरने से पहले तुझे जी भरके आशीर्वाद दूँ।” सरल हिन्दी बाइबल और मेरी पसंद के अनुसार स्वादिष्ट भोजन बनाकर मेरे पास ले आना कि मैं उसे खाऊं और अपने मरने से पहले तुम्हें आशीष दूं.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब मेरी रूचि के अनुसार स्वादिष्ट भोजन बनाकर मेरे पास ले आना, कि मैं उसे खाकर मरने से पहले तुझे जी भरकर आशीर्वाद दूँ।” |
उसने अब्राम को यह आशीर्वाद दिया : ‘आकाश और पृथ्वी का सृष्टिकर्ता सर्वोच्च परमेश्वर, अब्राम को आशिष दे।
उन्होंने रिबका को आशीर्वाद देते हुए कहा, ‘हे हमारी बहिन, तुम हजारों-लाखों पुत्र-पुत्रियों की माता बनो। तुम्हारे वंशज अपने बैरियों के नगरों पर अधिकार करें।’
अत: वह गया और बकरी के दो बच्चे लेकर अपनी माँ के पास आया। उसकी माँ ने उसके पिता की रुचि के अनुसार स्वादिष्ट भोजन पकाया।
तत्पश्चात् उसने रोटी और स्वादिष्ट भोजन, जिसको उसने स्वयं पकाया था, अपने पुत्र याकूब के हाथ में सौंप दिया।
याकूब ने अपने पिता को उत्तर दिया, ‘मैं आपका पहिलौठा पुत्र एसाव हूँ। जैसा आपने मुझसे कहा था वैसा ही मैंने किया है। कृपया उठिए और आइए, मेरे शिकार का मांस खाइए जिससे आप अपनी आत्मा से मुझे आशीर्वाद दे सकें।’
इस प्रकार इसहाक उसे नहीं पहचान सके; क्योंकि उसके हाथ उसके भाई एसाव के समान रोएंदार थे। अत: इसहाक ने उसे आशीर्वाद दिया।
इसहाक ने कहा, ‘तो मुझे भोजन परोस। मैं अपने पुत्र के शिकार को खाऊंगा जिससे मैं अपनी आत्मा से तुझे आशीर्वाद दूँ।’ उसने भोजन परोसा। इसहाक ने भोजन किया। वह उनके लिए अंगूर का रस भी लाया, और उन्होंने उसे पिया।
उसने पास जाकर इसहाक को चूमा। इसहाक ने उसके वस्त्र की सुगन्ध सूंघकर उसको यह आशीर्वाद दिया : ‘देखो, मेरे पुत्र की सुगन्ध! यह उस खेत की सुगन्ध के सदृश है जिसे प्रभु ने आशिष दी है।
उसने भी स्वादिष्ट भोजन पकाया। तत्पश्चात् वह उसे अपने पिता के पास लाया। उसने कहा, ‘पिताजी, उठिए और अपने पुत्र के शिकार का मांस खाइए जिससे आपकी आत्मा मुझे आशीर्वाद दे।’
जब इसहाक अपने पुत्र एसाव से बातें कर रहे थे तब रिबका भी सुन रही थी। एसाव शिकार लाने के लिए जंगल चला गया।
“मेरे लिए शिकार मार कर ला। मेरे लिए स्वादिष्ट भोजन पका। मैं उसको खाऊंगा और मरने के पूर्व प्रभु के सम्मुख तुझे आशीर्वाद दूँगा।”
तू बकरियों के बाड़े में जा और वहाँ से बकरी के दो अच्छे बच्चे ले आ। मैं उनसे तेरे पिता के लिए उनकी रुचि के अनुसार स्वादिष्ट भोजन पकाऊंगी।
सर्वशक्तिमान परमेश्वर तुझे आशिष दे, तुझे इतना फलवन्त और असंख्य बनाए कि तू अनेक जातियों का एक समुदाय बन जाए।
यूसुफ ने अपने पिता को उत्तर दिया, ‘ये मेरे पुत्र हैं, जो परमेश्वर ने मुझे इस देश में दिए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘इन्हें मेरे पास ला कि मैं आशीर्वाद दूँ।’
ये इस्राएल के बारह कुल हैं। ये ही आशीर्वचन उनके पिता ने उच्चारे थे। उन्होंने प्रत्येक कुल को उसके उपयुक्त आशीर्वाद दिया था।
शिमोन ने उन्हें आशीर्वाद दिया और बालक की माता मरियम से यह कहा, “देखिए, यह बालक एक ऐसा चिह्न है जिसका लोग विरोध करेंगे। इस के कारण इस्राएल में बहुतों का पतन और उत्थान होगा
यहोशुअ ने शुभ-कामना प्रकट की; और कालेब बेन-यपून्ने को पैतृक-अधिकार के लिए हेब्रोन नगर दे दिया।
तत्पश्चात् यहोशुअ ने उन्हें आशीर्वाद देकर उनके पैतृक भूमि-भाग को भेज दिया। वे अपने निवास-स्थान की ओर चले गए।