अब्राहम ने कहा, ‘स्वामी, यदि आपकी कृपा-दृष्टि मुझ पर हो, तो आप अपने सेवक के पास से चले न जाइए।
उत्पत्ति 24:31 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) लाबान ने उससे कहा, ‘प्रभु के धन्य पुरुष, आप बाहर क्यों खड़े हैं? आइए। मैंने आपके लिए घर और आपके ऊंटों के लिए स्थान तैयार किया है।’ पवित्र बाइबल लाबान ने कहा, “महोदय, आप पधारें आपका स्वागत है। आपको यहाँ बाहर खड़ा नहीं रहना है। मैंने आपके ऊँटों के लिए एक जगह बना दी है और आपके सोने के लिए एक कमरा ठीक कर दिया है।” Hindi Holy Bible उसने कहा, हे यहोवा की ओर से धन्य पुरूष भीतर आ: तू क्यों बाहर खड़ा है? मैं ने घर को, और ऊंटो के लिये भी स्थान तैयार किया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसने कहा, “हे यहोवा की ओर से धन्य पुरुष, भीतर आ। तू क्यों बाहर खड़ा है? मैं ने घर को, और ऊँटों के लिये भी स्थान तैयार किया है।” नवीन हिंदी बाइबल उसने कहा, “हे यहोवा की ओर से धन्य पुरुष, भीतर आ। तू बाहर क्यों खड़ा है? मैंने घर, और ऊँटों के लिए स्थान तैयार कर दिया है।” सरल हिन्दी बाइबल लाबान ने सेवक से कहा, “हे याहवेह के आशीषित जन, मेरे साथ चलिए! आप यहां बाहर क्यों खड़े हैं? मैंने घर को, और ऊंटों के ठहरने के लिये भी जगह तैयार की है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसने कहा, “हे यहोवा की ओर से धन्य पुरुष भीतर आ तू क्यों बाहर खड़ा है? मैंने घर को, और ऊँटों के लिये भी स्थान तैयार किया है।” |
अब्राहम ने कहा, ‘स्वामी, यदि आपकी कृपा-दृष्टि मुझ पर हो, तो आप अपने सेवक के पास से चले न जाइए।
और कहा, ‘मेरे स्वामियो, मैं आपसे विनती करता हूँ। आप अपने सेवक के घर पधारिए और अपने पैर धोइए। आप यहीं रात व्यतीत कीजिए। आप प्रात:काल उठकर अपने मार्ग पर चले जाना।’ किन्तु उन्होंने उत्तर दिया, ‘नहीं, हम चौक में ही रात बिताएँगे।’
जब लोट ने बहुत अनुनय-विनय की तब वे उसके साथ चले और उसके घर में आए। लोट ने उनके लिए विशेष भोजन तैयार किया। उसने बेखमीर रोटी बनाई, और उन्होंने खायी।
कि जैसे हमने आपको स्पर्श भी नहीं किया था, वरन् आपके साथ केवल भलाई की थी और शान्तिपूर्वक आपको विदा किया था, वैसे ही आप हमसे कोई बुरा व्यवहार नहीं करेंगे। अब आप प्रभु की आशिष पाए हुए व्यक्ति हैं।’
जब लाबान ने अपनी बहिन के पुत्र याकूब का समाचार सुना तब वह उससे भेंट करने को दौड़ा। उसने याकूब को गले लगाया और उसका चुम्बन लिया। वह उसे अपने घर ले गया। जब याकूब ने उससे अपना सब वृत्तान्त सुनाया,
घूस देनेवाला मनुष्य घूस को जादू का चिराग समझता है; वह जहाँ-जहाँ जाता है, सफलता उसके चरण चूमती है।
उसने अपनी माँ से कहा, ‘जो चांदी के ग्यारह सौ सिक्के तुम्हारे पास से चोरी चले गए थे, जिनके विषय में तुमने अपशब्द कहे थे, और मुझे भी सुनाकर कहा था, वे मेरे पास हैं। मैंने उन्हें चुराया था।’ उसकी माँ ने कहा, ‘मेरे पुत्र, प्रभु तुझे आशिष दे।’
बोअज ने कहा, ‘मेरी पुत्री, प्रभु तुम्हें आशिष दे। तुमने अपनी सास के लिये करुणामय कार्य किया था। अब तुम्हारा यह कार्य उससे श्रेष्ठ है; क्योंकि तुमने विवाह के लिए किसी जवान पुरुष को, धनी अथवा गरीब को, नहीं चुना।