उत्पत्ति 18:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अब्राहम ने आँख ऊपर उठाकर देखा कि उनके सामने तीन पुरुष खड़े हैं। वह उनको देखते ही उनका स्वागत करने के लिए तम्बू के द्वार से दौड़कर आए, और भूमि की ओर झुककर उनका अभिवादन किया। पवित्र बाइबल इब्राहीम ने आँख उठा कर देखा और अपने सामने तीन पुरुषों को खड़े पाया। जब इब्राहीम ने उनको देखा, वह उनके पास गया और उन्हें प्रणाम किया। Hindi Holy Bible और उसने आंख उठा कर दृष्टि की तो क्या देखा, कि तीन पुरूष उसके साम्हने खड़े हैं: जब उसने उन्हे देखा तब वह उन से भेंट करने के लिये तम्बू के द्वार से दौड़ा, और भूमि पर गिरकर दण्डवत की और कहने लगा, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसने आँख उठाकर दृष्टि की तो क्या देखा कि तीन पुरुष उसके सामने खड़े हैं। जब उसने उन्हें देखा तब वह उनसे भेंट करने के लिये तम्बू के द्वार से दौड़ा, और भूमि पर गिरकर दण्डवत् की और कहने लगा, नवीन हिंदी बाइबल जब अब्राहम ने अपनी आँखें ऊपर उठाईं तो देखा कि तीन पुरुष उसके सामने खड़े हैं; उन्हें देखते ही वह उनसे भेंट करने के लिए तंबू के द्वार से दौड़ा, और उसने भूमि पर गिरकर उन्हें दंडवत् किया, सरल हिन्दी बाइबल अब्राहाम ने आंखें ऊपर उठाकर देखा कि उनके सामने तीन व्यक्ति खड़े हैं. जब उन्होंने इन व्यक्तियों को देखा, तब वे उनसे मिलने के लिये तंबू के द्वार से दौड़कर उनके पास गए, और झुककर उनको प्रणाम किया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसने आँख उठाकर दृष्टि की तो क्या देखा, कि तीन पुरुष उसके सामने खड़े हैं। जब उसने उन्हें देखा तब वह उनसे भेंट करने के लिये तम्बू के द्वार से दौड़ा, और भूमि पर गिरकर दण्डवत् की और कहने लगा, |
वे पुरुष वहाँ से उठे, और उन्होंने सदोम नगर की ओर दृष्टि की। अब्राहम उन्हें विदा करने के लिए उनके साथ गए।
वे पुरुष वहाँ से मुड़कर सदोम नगर की ओर चले गए। किन्तु अब्राहम प्रभु के सम्मुख खड़े रहे।
अब्राहम ने कहा, ‘स्वामी, यदि आपकी कृपा-दृष्टि मुझ पर हो, तो आप अपने सेवक के पास से चले न जाइए।
वे दो दूत सन्ध्या के समय सदोम नगर पहुँचे। लोट सदोम नगर के प्रवेश द्वार पर बैठा था। जब लोट ने उन्हें देखा तब वह उनके स्वागत के लिए उठा। उसने भूमि की ओर सिर झुकाकर उनका अभिवादन किया,
वह सन्ध्या के समय खुले मैदान में मृत्यु-शोक मनाने निकला। जब उसने अपनी आंखें ऊपर उठाईं तो देखा कि ऊंट आ रहे हैं।
यूसुफ मिस्र देश का प्रधान मन्त्री था। वह देश के सब लोगों का अन्न-विक्रेता था। यूसुफ के भाई आए। उन्होंने भूमि की ओर सिर झुका कर यूसुफ का अभिवादन किया।
यूसुफ महल में आया। वे अपने पास की भेंट लेकर महल में उसके पास गए। उन्होंने भूमि की ओर झुककर उसका अभिवादन किया।
उन्होंने उत्तर दिया, ‘आपके सेवक, हमारे पिता, सकुशल हैं। वह अब तक जीवित हैं।’ उन्होंने सिर झुकाकर पुन: अभिवादन किया।
यूसुफ ने उन्हें अपने पिता के घुटनों के बीच में से हटाया और भूमि की ओर सिर झुकाकर अभिवादन किया।
यरीहो नगर के नबियों का दल दूर खड़े-खड़े एलीशा को देख रहा था। उन्होंने कहा, ‘एलियाह की आत्मा एलीशा पर ठहर गई है। ‘वे एलीशा से भेंट करने के लिए आए। उन्होंने भूमि पर गिरकर एलीशा को साष्टांग प्रणाम किया।
आप लोग आतिथ्य-सत्कार भूलें नहीं, क्योंकि इसी के कारण कुछ लोगों ने अनजाने ही अपने यहाँ स्वर्गदूतों का सत्कार किया है।
यहोशुअ यरीहो नगर के निकट था। उसने आँखें ऊपर उठाईं तो अचानक उसे हाथ में नंगी तलवार लिए हुए एक व्यक्ति दिखाई दिया। वह उसके सम्मुख खड़ा था। यहोशुअ उसके पास गया। यहोशुअ ने उससे पूछा, ‘तुम किस पक्ष के हो? हमारे पक्ष के अथवा शत्रु-पक्ष के?’
एक दिन प्रभु के दूत ने उसकी पत्नी को दर्शन दिया। दूत ने उससे कहा, ‘देख, तू बांझ है, और तुझे सन्तान उत्पन्न नहीं हुई है। किन्तु अब तू गर्भवती होगी, और एक पुत्र को जन्म देगी।
रूत ने मुँह के बल गिरकर साष्टांग प्रणाम किया। उसने बोअज से पूछा, ‘आपने क्यों मुझ पर कृपादृष्टि की, मुझ पर ध्यान दिया? मैं परदेशिनी हूँ।’