अब्राहम ने मुँह के बल गिर कर प्रणाम किया। पर वह हंस पड़े। उन्होंने अपने हृदय में कहा, ‘क्या सौ वर्ष के बूढ़े को भी सन्तान हो सकती है? क्या नब्बे वर्ष की सारा गर्भवती होगी?’
उत्पत्ति 17:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अब्राम ने मुँह के बल गिरकर प्रणाम किया। परमेश्वर ने उनसे कहा, पवित्र बाइबल अब्राम ने अपना मुँह जमीन की ओर झुकाया। तब परमेश्वर ने उससे बात—चीत की और कहा, Hindi Holy Bible तब अब्राम मुंह के बल गिरा: और परमेश्वर उससे यों बातें कहता गया, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब अब्राम मुँह के बल गिरा : और परमेश्वर उस से यों बातें करता गया, नवीन हिंदी बाइबल तब अब्राम ने मुँह के बल गिरकर उसे दंडवत् किया, और परमेश्वर उससे यह कहकर बातें करने लगा, सरल हिन्दी बाइबल तब अब्राम ने झुककर परमेश्वर को प्रणाम किया और परमेश्वर ने उनसे कहा, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब अब्राम मुँह के बल गिरा और परमेश्वर उससे यह बातें करता गया, |
अब्राहम ने मुँह के बल गिर कर प्रणाम किया। पर वह हंस पड़े। उन्होंने अपने हृदय में कहा, ‘क्या सौ वर्ष के बूढ़े को भी सन्तान हो सकती है? क्या नब्बे वर्ष की सारा गर्भवती होगी?’
अब्राहम ने आँख ऊपर उठाकर देखा कि उनके सामने तीन पुरुष खड़े हैं। वह उनको देखते ही उनका स्वागत करने के लिए तम्बू के द्वार से दौड़कर आए, और भूमि की ओर झुककर उनका अभिवादन किया।
जब लोगों ने यह देखा अब उन्होंने मुंह के बल गिरकर प्रभु की वंदना की। वे पुकारने लगे, ‘निस्सन्देह, प्रभु ही ईश्वर है! प्रभु ही ईश्वर है!’
प्रभु ने फिर कहा, ‘मैं तेरे पिता का परमेश्वर, अब्राहम का परमेश्वर, इसहाक का परमेश्वर, और याकूब का परमेश्वर हूं।’ मूसा ने अपना मुंह ढक लिया; क्योंकि वह परमेश्वर पर दृष्टि करने से डरते थे।
जैसे वर्षा के दिन बादलों में धनुष दिखाई पड़ता है, वैसे ही उसके चारों ओर का प्रभा-मण्डल दिखाई दे रहा था। प्रभु के तेज का रूप मानो ऐसा ही दिखाई दे रहा था। जब मैंने प्रभु के तेज के दर्शन किए, तब मैं श्रद्धा और भक्ति से नतमस्तक हो गया, और मैंने किसी की आवाज सुनी। कोई व्यक्ति मुझसे कह रहा था:
अत: मैं उठा, और मैदान की ओर गया, और देखो, प्रभु का तेज वहां प्रकट हुआ; वह उस तेज के समान था जो मैंने कबार नदी के तट पर देखा था। तब मैं भूमि पर मुंह के बल गिर पड़ा।
जब वे नगर में सबका वध कर रहे थे, और मैं ही अकेला बच गया था, तब मैं मुंह के बल गिरा, और प्रभु को पुकारने लगा, ‘ओ स्वामी-प्रभु! क्या तू यरूशलेम पर अपनी क्रोधाग्नि इतनी उण्डेलेगा कि इस्राएल के बचे हुए वंशज भी नष्ट हो जाएं?’
“तब मैंने उसके शब्दों की आवाज सुनी। मैं आवाज सुनते ही अचेतन हो गया, और भूमि पर औंधे-मुंह गिर पड़ा।
किन्तु मूसा और हारून अपने मुंह के बल गिरकर प्रभु से कहने लगे, ‘हे परमेश्वर, समस्त प्राणियों की आत्माओं के ईश्वर! एक मनुष्य के पाप करने पर क्या तू समस्त मंडली पर क्रोध करेगा?’
‘मंडली के इस जन-समुदाय के मध्य से अलग हो जाओ, ताकि मैं इन्हें क्षण भर में भस्म कर दूं।’ परन्तु मूसा और हारून मुंह के बल गिर पड़े।
व्यक्ति ने उत्तर दिया, ‘मैं किसी भी पक्ष का नहीं हूँ। मैं प्रभु की सेना का सेनाध्यक्ष हूँ और अब यहाँ आया हूँ।’ यहोशुअ ने तुरन्त भूमि पर गिरकर उसकी वन्दना की और उससे पूछा, ‘स्वामी, मुझ-सेवक के लिए आपका क्या आदेश है?’
मैं उसे देखते ही मृतक-जैसा उसके चरणों पर गिर पड़ा। उसने मुझ पर अपना दाहिना हाथ रख कर कहा, “मत डरो। प्रथम और अन्तिम मैं हूँ।
जब अग्नि की लपट वेदी से निकलकर आकाश की ओर उठी, तब प्रभु का दूत उस वेदी की लपट में होकर ऊपर चला गया। मानोह और उसकी पत्नी यह देखते रहे। उन्होंने भय से भूमि पर गिरकर वन्दना की।