ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




उत्पत्ति 14:24 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

पर जो कुछ इन युवकों ने खाया है, और जो व्यक्‍ति मेरे साथ गए थे, उनके भाग के अतिरिक्‍त, मैं कुछ न लूँगा। किन्‍तु मेरे सन्‍धिबद्ध मित्र−आनेर, एशकोल और ममरे अपना-अपना भाग ले लें।’

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

मैं केवल वह भोजन स्वीकार करूँगा जो हमारे जवानों ने खाया है किन्तु आप दूसरे लोगों को उनका हिस्सा दें। हमारी लड़ाई में जीती हुई चीज़ें आप लें और इसमें से कुछ आनेर, एश्कोल और मस्रे को दें। इन लोगों ने लड़ाई में मेरी मदद की थी।”

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

पर जो कुछ इन जवानों ने खा लिया है और उनका भाग जो मेरे साथ गए थे; अर्थात आनेर, एश्कोल, और माम्रे मैं नहीं लौटाऊंगा वे तो अपना अपना भाग रख लें॥

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

पर जो कुछ इन जवानों ने खा लिया है और उनका भाग, जो मेरे साथ गए थे अर्थात् आनेर, एश्कोल, और मम्रे, मैं नहीं लौटाऊँगा, वे तो अपना अपना भाग रख लें।”

अध्याय देखें

नवीन हिंदी बाइबल

इन जवानों ने जो कुछ खा लिया है उसे छोड़, तथा जो पुरुष मेरे साथ गए थे अर्थात् आनेर, एश्कोल और मम्रे के भाग को छोड़, मैं कुछ और न लूँगा; वे अपना-अपना भाग रख लें।”

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

मैं आपसे कुछ नहीं लूंगा पर सिर्फ खाना, जिसे मेरे लोगों ने खा लिया है और उनका हिस्सा, जो मेरे साथ गये थे याने ऐनर, एशकोल तथा ममरे का हिस्सा, मैं आपको नहीं लौटाऊंगा. उन्हें उनके हिस्सा रखने दीजिये.”

अध्याय देखें

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

पर जो कुछ इन जवानों ने खा लिया है और उनका भाग जो मेरे साथ गए थे; अर्थात् आनेर, एशकोल, और मम्रे मैं नहीं लौटाऊँगा वे तो अपना-अपना भाग रख लें।”

अध्याय देखें



उत्पत्ति 14:24
7 क्रॉस रेफरेंस  

एक मनुष्‍य, जो भागकर बच गया था, इब्रानी जाति के अब्राम के पास आया, और उन्‍हें यह समाचार दिया। अब्राम बांज वृक्षों के जंगल में रहते थे। यह जंगल एमोरी जाति के ममरे नामक व्यक्‍ति का था। वह एशकोल और आनेर का भाई था। ये तीनों अब्राम के सन्‍धिबद्ध मित्र थे।


तब उनके साहसी पुरुष उठे। वे गए। उन्‍होंने शाऊल, तथा उसके पुत्रों के शव उठाए, और उनको याबेश नगर ले गए। तत्‍पश्‍चात् उन्‍होंने शाऊल और उसके पुत्रों की अस्‍थियां याबेश नगर में बांज वृक्ष के नीचे गाड़ दीं। उन्‍होंने सात दिन तक उपवास किया।


यदि तुझमें भला करने का सामर्थ्य है तो उनका भला अवश्‍य करना जो भलाई के योग्‍य हैं।


“हर समय दूसरों से अपने प्रति जैसा व्‍यवहार चाहते हो, तुम भी उनके प्रति वैसा ही व्‍यवहार किया करो; क्‍योंकि व्‍यवस्‍था-ग्रन्‍थ और नबियों की यही शिक्षा है।


क्‍योंकि धर्मग्रन्‍थ कहता है, “तुम दँवरी करते बैल के मुँह पर मोहरा मत लगाओ” और फिर, “मजदूर को अपनी उचित मजदूरी का अधिकार है।”