उत्पत्ति 1:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परमेश्वर ने दो विशाल ज्योति-पिण्ड बनाए : अधिक शक्तिवान ज्योति-पिण्ड को दिन का शासक, और कम शक्तिवान ज्योति-पिण्ड को रात का शासक बनाया। उसने तारे भी बनाए। पवित्र बाइबल तब परमेश्वर ने दो बड़ी ज्योतियाँ बनाईं। परमेश्वर ने उन में से बड़ी ज्योति को दिन पर राज करने के लिए बनाया और छोटी को रात पर राज करने के लिए बनाया। परमेश्वर ने तारे भी बनाए। Hindi Holy Bible तब परमेश्वर ने दो बड़ी ज्योतियां बनाईं; उन में से बड़ी ज्योति को दिन पर प्रभुता करने के लिये, और छोटी ज्योति को रात पर प्रभुता करने के लिये बनाया: और तारागण को भी बनाया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब परमेश्वर ने दो बड़ी ज्योतियाँ बनाईं; उन में से बड़ी ज्योति को दिन पर प्रभुता करने के लिये और छोटी ज्योति को रात पर प्रभुता करने के लिये बनाया; और तारागण को भी बनाया। नवीन हिंदी बाइबल परमेश्वर ने दो बड़ी ज्योतियाँ बनाईं; उनमें से बड़ी ज्योति को दिन पर प्रभुता करने के लिए और छोटी ज्योति को रात पर प्रभुता करने के लिए बनाया। उसने तारागण भी बनाए। सरल हिन्दी बाइबल परमेश्वर ने दो बड़ी ज्योतियां बनाई—बड़ी ज्योति को दिन में तथा छोटी ज्योति को रात में राज करने हेतु बनाया. और परमेश्वर ने तारे भी बनाये. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब परमेश्वर ने दो बड़ी ज्योतियाँ बनाईं; उनमें से बड़ी ज्योति को दिन पर प्रभुता करने के लिये, और छोटी ज्योति को रात पर प्रभुता करने के लिये बनाया; और तारागण को भी बनाया। |
आकाश का एक सीमान्त उसका उदयाचल है, और उसके परिभ्रमण का क्षेत्र दूसरे सीमान्त तक है; उसके ताप से कुछ नहीं छूटता।
जब मैं देखता हूं तेरे आकाश को, जो तेरा हस्त-शिल्प है, चंद्रमा एवं नक्षत्रों को जिन्हें तूने स्थापित किया है,
उस दिन आकाश में तारे और नक्षत्र प्रकाश नहीं देंगे; सूर्य उदित होते ही अन्धकार में बदल जाएगा, चन्द्रमा अपना प्रकाश नहीं देगा।
तब चन्द्रमा शर्म से मुंह छिपाएगा, सूर्य का मुंह काला होगा; क्योंकि आकाश की शक्तियों का प्रभु सियोन पर्वत पर, यरूशलेम नगर पर शासन करेगा; और अपने सेवक-धर्मवृद्धों के सम्मुख अपनी महिमा प्रकट करेगा।
आकाश की ओर आंखें उठाओ, और देखो: इन तारों को किसने रचा है? मैं-प्रभु ने! मैं सेना के सदृश उनकी गणना करता हूं; और हर एक तारे को उसके नाम से पुकारता हूं। मेरी शक्ति असीमित है, मेरा बल अपार है, अत: प्रत्येक तारा मुझे उत्तर देता है।”
मैं ही प्रकाश का उत्पन्न करनेवाला हूं, मैं ही अन्धकार का स्रष्टा हूं। मैं ही कल्याण का देनेवाला, मैं ही विपत्ति का ढाहनेवाला हूं। मैं, प्रभु, यह सब करता हूं।’
प्रभु, जिसने दिन में प्रकाश देने के लिए सूर्य को नियुक्त किया है, जिस ने रात में रोशनी के लिए चन्द्रमा और तारों को स्थित किया है; जो समुद्र को उत्तेजित करता है और लहरें गरजने लगती हैं; और जिसका यह नाम है, “स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु,” वह यों कहता है,
तेरे उड़नेवाले बाणों की चमक से, तेरे चमकीले भाले की कौंध से सूर्य परिक्रमा करना भूल गया; चांद अपनी परिधि में ठहर गया!
“उन दिनों के संकट के तुरन्त बाद सूर्य अन्धकारमय हो जाएगा, चन्द्रमा प्रकाश नहीं देगा, तारे आकाश से गिर जाएँगे और आकाश की शक्तियाँ विचलित हो जाएँगी।
सूर्य, चन्द्रमा और नक्षत्रों का तेज अपने-अपने प्रकार का होता है, क्योंकि एक नक्षत्र का तेज दूसरे नक्षत्र के तेज से भिन्न है।
सावधान! ऐसा न हो कि जब तुम आकाश की ओर अपनी आंखें उठाओ और सूर्य, चन्द्रमा और तारों को, आकाश की समस्त सेना को देखो, तब उनकी ओर खिंच जाओ, और उनकी वन्दना करो, उनकी सेवा करो। तुम्हारे प्रभु परमेश्वर ने आकाश के नीचे की समस्त जातियों में उनको बांट दिया है।
नगर को सूर्य अथवा चन्द्रमा के प्रकाश की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि परमेश्वर की महिमा उसकी ज्योति और मेमना उसका प्रदीप है।