तू महान्, शक्तिशाली, महिमामय और प्रतापी है। तू ही विजय का स्रोत है स्वर्ग और पृथ्वी की प्रत्येक वस्तु तेरी ही है। हे प्रभु, राज्य तेरा ही है। तू सबके ऊपर उन्नत और सर्वोच्च है।
इब्रानियों 1:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यह पुत्र, परमेश्वर की महिमा का प्रतिबिम्ब और उसके तत्व का प्रतिरूप है। यह पुत्र अपने शक्तिशाली शब्द द्वारा समस्त सृष्टि को बनाये रखता है। उसने मनुष्यों को पापों से शुद्ध किया और वह उच्च स्वर्ग में महामहिम परमेश्वर की दाहिनी ओर विराजमान हुआ। पवित्र बाइबल वह पुत्र परमेश्वर की महिमा का तेज-मंडल है तथा उसके स्वरूप का यथावत प्रतिनिधि। वह अपने समर्थ वचन के द्वारा सब वस्तुओं की स्थिति बनाये रखता है। सबको पापों से मुक्त करने का विधान करके वह स्वर्ग में उस महामहिम के दाहिने हाथ बैठ गया। Hindi Holy Bible वह उस की महिमा का प्रकाश, और उसके तत्व की छाप है, और सब वस्तुओं को अपनी सामर्थ के वचन से संभालता है: वह पापों को धोकर ऊंचे स्थानों पर महामहिमन के दाहिने जा बैठा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वह उसकी महिमा का प्रकाश और उसके तत्व की छाप है, और सब वस्तुओं को अपनी सामर्थ्य के वचन से संभालता है। वह पापों को धोकर ऊँचे स्थानों पर महामहिमन् के दाहिने जा बैठा; नवीन हिंदी बाइबल वह उसकी महिमा का प्रकाश और उसके तत्त्व का प्रतिरूप है, और अपने सामर्थ्य के वचन के द्वारा वह सब वस्तुओं को संभाले रखता है। वह हमारे पापों को धोकर ऊँचे पर महामहिम के दाहिनी ओर जा बैठा। सरल हिन्दी बाइबल पुत्र ही परमेश्वर की महिमा का प्रकाश तथा उनके तत्व का प्रतिबिंब है. वह अपने सामर्थ्य के वचन से सारी सृष्टि को स्थिर बनाये रखता है. जब वह हमें हमारे पापों से धो चुके, वह महिमामय ऊंचे पर विराजमान परमेश्वर की दायीं ओर में बैठ गए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वह उसकी महिमा का प्रकाश, और उसके तत्व की छाप है, और सब वस्तुओं को अपनी सामर्थ्य के वचन से सम्भालता है: वह पापों को धोकर ऊँचे स्थानों पर महामहिमन् के दाहिने जा बैठा। |
तू महान्, शक्तिशाली, महिमामय और प्रतापी है। तू ही विजय का स्रोत है स्वर्ग और पृथ्वी की प्रत्येक वस्तु तेरी ही है। हे प्रभु, राज्य तेरा ही है। तू सबके ऊपर उन्नत और सर्वोच्च है।
प्रभु ने मेरे स्वामी से कहा: ‘जब तक मैं तेरे शत्रुओं को तेरे चरणों की चौकी न बना दूं, तू मेरी दाहिनी ओर बैठ।’
जब पृथ्वी और उसके समस्त निवासी डगमगाने लगते हैं, तब मैं ही पृथ्वी के स्तम्भों को स्थिर करता हूँ। सेलाह
राजा के शब्दों में परम सत्ता होती है। राजा से कौन पूछ सकता है, ‘आप यह क्या कर रहे हैं?’
पुरोहित उनमें से एक को पाप-बलि के लिए और दूसरे को अग्नि-बलि के लिए अर्पित करेगा। पुरोहित उसके स्राव के हेतु उसके लिए प्रभु के सम्मुख प्रायश्चित्त करेगा।
आनेवाला व्यक्ति प्रभु की सामर्थ्य से, अपने प्रभु परमेश्वर के महान नाम से प्रकट होगा और अपने रेवड़ को चराएगा। इस्राएली सुरक्षित जीवन व्यतीत करेंगे, क्योंकि वह पृथ्वी के सीमांतों तक महान होगा।
उन्होंने येशु के सामने यह प्रश्न रखा, “गुरुवर! मूसा ने कहा है कि यदि कोई मनुष्य निस्सन्तान मर जाए, तो उसका भाई उसकी विधवा को ब्याह कर अपने भाई के लिए सन्तान उत्पन्न करे।
प्रभु येशु अपने शिष्यों से बातें करने के बाद स्वर्ग में उठा लिये गये और परमेश्वर की दाहिनी ओर विराजमान हो गये।
शब्द ने देह धारण कर हमारे बीच निवास किया। हम ने उसकी ऐसी महिमा देखी जैसी पिता के एकलौते पुत्र की महिमा, जो अनुग्रह और सत्य से परिपूर्ण है।
दूसरे दिन योहन ने येशु को अपनी ओर आते देखा और कहा, “देखो, परमेश्वर का मेमना, जो संसार का पाप हरता है।
अब वह परमेश्वर के दाहिने हाथ से उन्नत हुए और उन्हें पिता से पवित्र आत्मा प्राप्त हुआ, जिसकी प्रतिज्ञा की गई थी। उन्होंने उसे उंडेल दिया, जैसा कि आप देख और सुन रहे हैं।
वह बोल उठा, “मैं स्वर्ग को खुला और परमेश्वर की दाहिनी ओर खड़े मानव-पुत्र को देख रहा हूँ।”
शुभ समाचार से मैं लज्जित नहीं होता! यह परमेश्वर का सामर्थ्य है, जो प्रत्येक विश्वासी के लिए—पहले यहूदी और फिर यूनानी के लिए—मुक्ति का स्रोत है।
उन्हें कौन दोषी ठहरायेगा? क्या येशु मसीह ऐसा करेंगे? वह तो मर गये, बल्कि जी उठे और परमेश्वर के दाहिने हाथ विराजमान हो कर हमारे लिए निवेदन करते रहते हैं।
इस युग-संसार के देवता ने अविश्वासियों का मन इतना अन्धा कर दिया है कि वे परमेश्वर के प्रतिरूप, अर्थात् मसीह के तेजोमय शुभ समाचार की ज्योति को देखने में असमर्थ हैं।
यदि आप लोग मसीह के साथ ही जी उठे हैं, तो स्वर्ग की वस्तुएं खोजते रहें, जहाँ मसीह परमेश्वर की दाहिनी ओर विराजमान हैं।
येशु ने हमारे लिए अपने को बलि चढ़ाया, जिससे वह हमें हर प्रकार की बुराई से मुक्त करें और हमें एक ऐसी प्रजा बनायें, जो शुद्ध हो, जो उनकी अपनी हो और जो भलाई करने के लिए उत्सुक हो।
क्या उसने स्वर्गदूतों में किसी से कभी यह कहा, “तू तब तक मेरी दाहिनी ओर बैठ, जब तक मैं तेरे शत्रुओं को तेरे चरणों की चौकी न बना दूँ?”
किन्तु मसीह, पापों के लिए एक ही बलि चढ़ाने के बाद, सदा के लिए परमेश्वर की दाहिनी ओर विराजमान हो गये हैं,
हम अपने विश्वास के प्रवर्तक एवं सिद्धिकर्ता येशु पर दृष्टि रखे रहें, जिन्होंने कलंक की कोई परवाह नहीं की और भविष्य में आनन्द की प्राप्ति के लिए क्रूस का कष्ट सहन किया तथा परमेश्वर के सिंहासन की दाहिनी ओर विराजमान हुए।
हमारे अपने एक महान् महापुरोहित हैं, अर्थात् परमेश्वर-पुत्र येशु जो ऊध्र्वलोक को पार कर चुके हैं। इसलिए हम अपने विश्वास-वचन में सुदृढ़ रहें।
अन्य महापुरोहित पहले अपने पापों और बाद में प्रजा के पापों के लिए प्रतिदिन बलि चढ़ाया करते हैं। येशु को इसकी आवश्यकता नहीं होती, क्योंकि उन्होंने यह कार्य सदा के लिए एक ही बार में पूरा कर लिया जब उन्होंने अपने को बलि चढ़ाया।
इन बातों का सारांश यह है: हमारे एक ऐसे महापुरोहित हैं, जो स्वर्ग में महामहिम परमेश्वर के सिंहासन की दाहिनी ओर विराजमान हो कर
यदि ऐसा होता तो संसार के प्रारम्भ से उन्हें बार-बार दु:ख भोगना पड़ता, किन्तु अब युग के अन्त में वह एक ही बार प्रकट हुए जिससे वह आत्मबलिदान द्वारा पाप को मिटा दें।
उन्हीं के द्वारा आप लोग अब परमेश्वर के प्रति विश्वासी हैं। परमेश्वर ने उन्हें मृतकों में से जिलाया और महिमान्वित किया; इसलिए आपका विश्वास और आपकी आशा परमेश्वर पर आधारित है।
मसीह ने दूतों, अधिकारियों और शक्तियों को अपने अधीन कर स्वर्ग में प्रवेश किया और अब वह परमेश्वर की दाहिनी ओर विराजमान हैं।
जब हमने आप लोगों को अपने प्रभु येशु मसीह के सामर्थ्य तथा आगमन के विषय में बताया, तो हमने चतुराई से गढ़ी हुई कल्पित कथाओं का सहारा नहीं लिया, बल्कि अपनी ही आँखों से उनका प्रताप उस समय देखा,
जब उन्हें पिता-परमेश्वर से सम्मान तथा महिमा प्राप्त हुई और भव्य ऐश्वर्य में से उनके प्रति एक वाणी यह कहती हुई सुनाई पड़ी, “यह मेरा पुत्र, मेरा प्रिय है। मैं इस से प्रसन्न हूँ।”
परन्तु यदि हम ज्योति में चलते हैं-जिस तरह वह स्वयं ज्योति में है − तो हमारी एक-दूसरे से सहभागिता है और उसके पुत्र येशु का रक्त हमें हर पाप से शुद्ध कर देता है।
जो हमें हमारे प्रभु येशु मसीह द्वारा मुक्ति प्रदान करता है, उसी एकमात्र परमेश्वर को अनादि काल से, अभी और युग-युगान्तर तक महिमा, प्रताप, सामर्थ्य और अधिकार प्राप्त हो! आमेन!
“जो विजय प्राप्त करता है, उसको मैं उसी तरह अपने साथ अपने सिंहासन पर विराजमान होने का अधिकार दूँगा, जिस तरह मैं विजय प्राप्त कर अपने पिता के साथ उसके सिंहासन पर विराजमन हूँ।
“हमारे प्रभु परमेश्वर! तू महिमा, सम्मान और सामर्थ्य का अधिकारी है; क्योंकि तूने समस्त विश्व की सृष्टि की। तेरी ही इच्छा से वह अस्तित्व में आया और उसकी सृष्टि हुई है।”