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इब्रानियों 7:27 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

27 अन्‍य महापुरोहित पहले अपने पापों और बाद में प्रजा के पापों के लिए प्रतिदिन बलि चढ़ाया करते हैं। येशु को इसकी आवश्‍यकता नहीं होती, क्‍योंकि उन्‍होंने यह कार्य सदा के लिए एक ही बार में पूरा कर लिया जब उन्‍होंने अपने को बलि चढ़ाया।

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पवित्र बाइबल

27 जिसके लिए दूसरे महायाजकों के समान यह आवश्यक न हो कि वह दिन प्रतिदिन पहले अपने पापों के लिए और फिर लोगों के पापों के लिए बलियाँ चढ़ाए। उसने तो सदा-सदा के लिए उनके पापों के हेतु स्वयं अपने आपको बलिदान कर दिया।

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Hindi Holy Bible

27 और उन महायाजकों की नाईं उसे आवश्यक नहीं कि प्रति दिन पहिले अपने पापों और फिर लोगों के पापों के लिये बलिदान चढ़ाए; क्योंकि उस ने अपने आप को बलिदान चढ़ाकर उसे एक ही बार निपटा दिया।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

27 उन महायाजकों के समान उसे आवश्यक नहीं कि प्रतिदिन पहले अपने पापों और फिर लोगों के पापों के लिये बलिदान चढ़ाए; क्योंकि उसने अपने आप को बलिदान चढ़ाकर उसे एक ही बार में पूरा कर दिया।

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नवीन हिंदी बाइबल

27 उसे अन्य महायाजकों के समान प्रतिदिन पहले अपने पापों के लिए और फिर लोगों के पापों के लिए बलिदान चढ़ाने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि उसने अपने आपको बलिदान चढ़ाकर यह कार्य सदा के लिए एक ही बार में पूरा कर दिया है।

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सरल हिन्दी बाइबल

27 इन्हें प्रतिदिन, पहले तो स्वयं के पापों के लिए, इसके बाद लोगों के पापों के लिए बलि भेंट करने की ज़रूरत ही नहीं थी क्योंकि इसकी पूर्ति उन्होंने एक ही बार अपने आपको बलि के रूप में भेंट कर हमेशा के लिए कर दी.

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इब्रानियों 7:27
23 क्रॉस रेफरेंस  

उसी तरह मसीह बहुतों के पाप हरने के लिए एक ही बार अर्पित हुए। वह दूसरी बार प्रकट होंगे−पाप के कारण नहीं, बल्‍कि उन लोगों को मुक्‍ति दिलाने के लिए, जो उनकी प्रतीक्षा करते हैं।


उन्‍होंने बकरों तथा बछड़ों का नहीं, बल्‍कि अपना रक्‍त ले कर सदा के लिए एक ही बार पवित्र स्‍थान में प्रवेश किया और इस तरह मनुष्‍यों के लिए सदा-सर्वदा बना रहने वाला उद्धार प्राप्‍त किया है।


तो फिर मसीह का रक्‍त, जिन्‍होंने अपने आपको शाश्‍वत आत्‍मा के द्वारा निर्दोष बलि के रूप में परमेश्‍वर को अर्पित किया, हमारे अन्‍त:करण को मृत कर्मों से क्‍यों नहीं शुद्ध करेगा और हमें जीवन्‍त परमेश्‍वर की सेवा के योग्‍य क्‍यों नहीं बनायेगा?


आप प्रेम के मार्ग पर चलें, जिस तरह मसीह ने हम लोगों से प्रेम किया और सुगन्‍धित भेंट तथा बलि के रूप में परमेश्‍वर के प्रति अपने को हमारे लिए अर्पित कर दिया।


यही कारण है कि उसे न केवल जनता के लिए, बल्‍कि अपने लिए भी पापों के प्रायश्‍चित की बलि चढ़ानी पड़ती है।


येशु ने हमारे लिए अपने को बलि चढ़ाया, जिससे वह हमें हर प्रकार की बुराई से मुक्‍त करें और हमें एक ऐसी प्रजा बनायें, जो शुद्ध हो, जो उनकी अपनी हो और जो भलाई करने के लिए उत्‍सुक हो।


जब वह मरे, तो पाप की ओर से एक बार ही मर गये; परन्‍तु अब वह जीवित होकर परमेश्‍वर के लिए ही जीते हैं।


पार्थिव आराधना-स्‍थल का महापुरोहित किसी दूसरे का रक्‍त ले कर प्रतिवर्ष पवित्र-स्‍थान में प्रवेश करता है। परन्‍तु मसीह को उसी तरह बार-बार अपने को अर्पित करने की आवश्‍यकता नहीं है।


‘हारून अपनी पाप-बलि के रूप में बछड़ा चढ़ाएगा और अपने तथा अपने परिवार के लिए प्रायश्‍चित्त करेगा। वह अपनी पाप-बलि के लिए बछड़े का वध करेगा।


किन्‍तु केवल महापुरोहित, वर्ष में एक ही बार, पिछले कक्ष में वह रक्‍त लिये प्रवेश करता था, जिसे वह अपने और प्रजा के दोषों के लिए प्रायश्‍चित के रूप में चढ़ाता था।


प्रत्‍येक महापुरोहित मनुष्‍यों में से चुना जाता है और परमेश्‍वर-सम्‍बन्‍धी बातों में मनुष्‍यों का प्रतिनिधि नियुक्‍त किया जाता है, जिससे वह भेंट और पापों के प्रायश्‍चित की बलि चढ़ाये।


‘हारून लोगों के लिए पाप-बलि के बकरे का वध करेगा। वह उसके रक्‍त को अन्‍त:पट के भीतर लाएगा। जैसा उसने बछड़े के रक्‍त के साथ किया वैसा ही बकरे के रक्‍त के साथ करेगा। वह उसको दया-आसन के ऊपर तथा उसके सामने छिड़क देगा।


‘हारून अपनी पाप-बलि के रूप में बछड़ा चढ़ाएगा और अपने तथा अपने परिवार के लिए प्रायश्‍चित्त करेगा।


उन्‍हीं के द्वारा आप लोग भी इस भवन में जोड़े जाते हैं, जिससे आप पवित्र आत्‍मा में परमेश्‍वर के लिए एक निवास स्‍थान बनें।


तू लेवी कुल के पुरोहितों को, जो सादोक के वंशज हैं, पाप-बलि चढ़ाने के लिए एक बछड़ा देना। वे ही पुरोहित मेरी धर्म-सेवा करने के लिए मेरे निकट आ सकते हैं। मुझ-स्‍वामी प्रभु की यही वाणी है।


यदि येशु पृथ्‍वी पर रहते, तो वह पुरोहित भी नहीं होते; क्‍योंकि व्‍यवस्‍था के अनुसार भेंट चढ़ाने के लिए पुरोहित विद्यमान हैं-


यदि ऐसा होता तो संसार के प्रारम्‍भ से उन्‍हें बार-बार दु:ख भोगना पड़ता, किन्‍तु अब युग के अन्‍त में वह एक ही बार प्रकट हुए जिससे वह आत्‍मबलिदान द्वारा पाप को मिटा दें।


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