इफिसियों 6:20 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जिस शुभ समाचार का मैं बेड़ियों से बंधा हुआ राजदूत हूँ। आप प्रार्थना करें, जिससे मैं निर्भीकता से शुभ समाचार की घोषणा कर सकूँ, जैसा कि मुझे बोलना चाहिए। पवित्र बाइबल इसी के लिए मैं ज़ंजीरों में जकड़े हुए राजदूत के समान सेवा कर रहा हूँ। प्रार्थना करो कि मैं, जिस प्रकार मुझे बोलना चाहिए, उसी प्रकार निर्भयता के साथ सुसमाचार का प्रवचन कर सकूँ। Hindi Holy Bible और यह भी कि मैं उस के विषय में जैसा मुझे चाहिए हियाव से बोलूं॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जिसके लिये मैं जंजीर से जकड़ा हुआ राजदूत हूँ; और यह भी कि मैं उसके विषय में जैसा मुझे चाहिये साहस से बोलूँ। नवीन हिंदी बाइबल जिसके लिए मैं ज़ंजीरों में जकड़ा हुआ राजदूत हूँ, कि उसमें जैसा मुझे बोलना चाहिए साहस के साथ बोल सकूँ। सरल हिन्दी बाइबल जिस ईश्वरीय सुसमाचार के लिए मैं इन बेड़ियों में भी राजदूत हूं कि मैं इनमें रहते हुए साहस के साथ बोल सकूं, जैसा कि सही भी है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जिसके लिये मैं जंजीर से जकड़ा हुआ राजदूत हूँ। और यह भी कि मैं उसके विषय में जैसा मुझे चाहिए साहस से बोलूँ। |
देखो, नगर के बाहर महायोद्धा सहायता के लिए पुकार रहे हैं; शान्ति-स्थापना के लिए भेजे गए दूत फूट-फूट कर रो रहे हैं।
गला फाड़कर पुकार, तुरही के उच्च स्वर के सदृश आवाज दे! मेरे निज लोगों पर उनके अपराध प्रकट कर, याकूब के वंशजों को उनके पाप बता।
‘ओ यिर्मयाह, उठ; कमर कस कर तैयार हो। उनसे सब बातें कह, जो मैंने तुझ से कही हैं। उनसे मत घबराना, अन्यथा मैं तुझे उनके सामने घबरा दूंगा।
अंगरक्षकों का नायक नबूजरदान यिर्मयाह को जंजीरों से बान्ध कर ला रहा था। यिर्मयाह के साथ यरूशलेम और यहूदा प्रदेश के बन्दी भी थे, जो गुलाम बन कर बेबीलोन जा रहे थे। नबूजरदान ने रामाह नगर में यिर्मयाह को मुक्त कर दिया, और उनको रामाह नगर से चले जाने दिया। इसके पश्चात् यिर्मयाह को प्रभु का सन्देश मिला।
सेना-नायक ने निकट आ कर पौलुस को गिरफ्तार कर लिया और उसे दो बेड़ियों से बाँधने का आदेश दिया। तब उसने पूछा कि यह कौन है और इसने क्या किया है।
पौलुस ने उत्तर दिया, “थोड़े में हो या बहुत में, परमेश्वर से मेरी यह प्रार्थना है कि न केवल आप, बल्कि जो लोग आज मेरी बातें सुन रहे हैं, वे सब-के-सब इन बेड़ियों को छोड़ कर मेरे सदृश बन जायें।”
इसी कारण मैंने आप लोगों को आमंत्रित किया कि आपसे मिलूं और बातें करूं। क्योंकि इस्राएल की आशा के कारण ही मैं इस जंजीर से जकड़ा गया हूँ।”
वह निर्भीकता से तथा निर्विघ्न रूप से परमेश्वर के राज्य का सन्देश सुनाते और प्रभु येशु मसीह के विषय में शिक्षा देते रहे।
इस पर पतरस और अन्य प्रेरितों ने यह उत्तर दिया, “हमें मनुष्यों की आज्ञा की अपेक्षा परमेश्वर की आज्ञा का पालन करना चाहिए।
इसलिए हम मसीह के राजदूत हैं, मानो परमेश्वर हमारे द्वारा आप लोगों से अनुरोध कर रहा है। हम मसीह के नाम पर आप से यह विनती करते हैं कि आप परमेश्वर से मेल कर लें।
इसलिए मैं पौलुस, जो आप गैर-यहूदियों की भलाई के लिए येशु मसीह के कारण कैदी हूं, आप से एक प्रार्थना करना चाहता हूं।
परमेश्वर ने आप लोगों को बुलाया है। आप अपने इस बुलावे के अनुसार आचरण करें-यह आप लोगों से मेरा अनुरोध है, जो प्रभु के कारण कैदी हूँ।
आप मेरे लिए भी प्रार्थना करें, जिससे बोलते समय मुझे शब्द दिये जायें और मैं निर्भीकता से उस शुभ समाचार का रहस्य घोषित कर सकूँ,
मेरी हार्दिक अभिलाषा और आशा यह है कि मुझे किसी बात पर लज्जित नहीं होना पड़े, वरन् मैं पूर्ण निर्भीकता से बोलूँ, जिससे सदा की भांति अब भी-चाहे मैं जीवित रहूँ या मर जाऊं-मसीह मेरी देह द्वारा महिमान्वित हों।
आप सब के विषय में मेरा यह विचार उचित है। आप मेरे हृदय में बस गये हैं, क्योंकि जब मैं कैद में हूँ या शुभ समाचार की सच्चाई की रक्षा और पुष्टि कर रहा हूँ, तो आप सब मेरे इस अनुग्रह में सहभागी हो जाते हैं जो मुझ पर हुआ है।
आप हमारे लिए भी प्रार्थना करें, जिससे परमेश्वर शुभ-सन्देश सुनाने को हमारे लिए द्वार खोल दे और मसीह का रहस्य, जिस के लिए मैं अभी बेड़ियों से जकड़ा हुआ हूँ, घोषित करने का सुअवसर प्रदान करे।
आप जानते हैं कि हमें कुछ समय पहले फिलिप्पी नगर में दुर्व्यवहार और अपमान सहना पड़ा था। फिर भी हमने अपने परमेश्वर पर भरोसा रख कर, घोर विरोध का सामना करते हुए, निर्भीकता से आप लोगों के बीच परमेश्वर के शुभ समाचार का प्रचार किया।
प्रभु की दया उनेसिफुरुस के परिवार पर बनी रहे, क्योंकि उनेसिफुरुस ने मुझे अकसर ढाढ़स बँधाया है। वह मेरी बेड़ियों से लज्जित नहीं हुआ,
इस शुभ समाचार की सेवा में मैं कष्ट पाता हूँ; और अपराधी की तरह बन्दी हूँ परन्तु परमेश्वर का वचन बन्दी नहीं है।
उनेसिमुस के लिए तुम से निवेदन कर रहा हूँ। वह मेरा मानस पुत्र है, क्योंकि मैंने इन जंजीरों में उसको जन्म दिया है। पहले वह तुम्हारे लिए “अनुपयोगी” था, परन्तु
फिर भी मैं भ्रातृप्रेम के नाम पर तुम से केवल निवेदन करता हूँ। मैं पौलुस, जो बूढ़ा हो चला और आजकल येशु मसीह के कारण कैदी भी हूँ,
हम प्रेम का मर्म इसी से पहचान गये कि येशु ने हमारे लिए अपना प्राण अर्पित किया तो हमें भी अपने भाई-बहिनों के लिए अपना प्राण अर्पित करना चाहिए।
प्रिय भाइयो एवं बहिनो! हम जिस मुक्ति के सहभागी हैं, मैं उसके विषय में बड़ी उत्सुकता से आप लोगों को लिखना चाहता था, किन्तु अब मुझे आवश्यक प्रतीत हुआ कि इस पत्र द्वारा आप लोगों से यह अनुरोध करूँ कि आप उस विश्वास की रक्षा के लिए संघर्ष करें, जो सदा के लिए सन्तों को सौंपा गया है;