मोआब देश के लोगों ने सुना कि राजा उनसे युद्ध करने के लिए आए हैं। अत: छोटे से बड़े तक, सब पुरुष, जो शस्त्र धारण कर सकते थे, बुलाए गए। वे सीमा-चौकी पर नियुक्त किए गए।
इफिसियों 6:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आप सत्य का कमरबन्द कस कर, धार्मिकता का कवच धारण करें पवित्र बाइबल सो अपनी कमर पर सत्य का फेंटा कस कर धार्मिकता की झिलम पहन कर तथा पैरों में शांति के सुसमाचार सुनाने की तत्परता के जूते धारण करके तुम लोग अटल खड़े रहो। Hindi Holy Bible सो सत्य से अपनी कमर कसकर, और धार्मीकता की झिलम पहिन कर। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये सत्य से अपनी कमर कसकर, और धार्मिकता की झिलम पहिन कर, नवीन हिंदी बाइबल अतः सत्य से अपनी कमर कसकर, और धार्मिकता का कवच पहनकर, सरल हिन्दी बाइबल इसलिये अपनी कमर सच से कसकर, धार्मिकता का कवच धारण कर स्थिर खड़े रहो, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए सत्य से अपनी कमर कसकर, और धार्मिकता की झिलम पहनकर, (यशा. 11:5, यशा. 59:17) |
मोआब देश के लोगों ने सुना कि राजा उनसे युद्ध करने के लिए आए हैं। अत: छोटे से बड़े तक, सब पुरुष, जो शस्त्र धारण कर सकते थे, बुलाए गए। वे सीमा-चौकी पर नियुक्त किए गए।
मैंने धर्म का वस्त्र पहना था, और वह मुझे ढके रहा, न्याय से परिपूर्ण मेरा आचरण मेरी पोशाक और पगड़ी था!
उसने धार्मिकता का कवच धारण किया, और उद्धार का मुकुट अपने सिर पर रखा। उसने प्रतिशोध के वस्त्र पहिने, और क्रोधाग्नि की चादर ओढ़ ली।
रात प्राय: बीत चुकी है, दिन निकलने को है; इसलिए हम, अन्धकार के कर्मों को त्याग कर, ज्योति के शस्त्र धारण कर लें।
सत्य के प्रचार तथा परमेश्वर के सामर्थ्य से स्वयं को परमेश्वर के योग्य सेवक प्रमाणित किया है। धार्मिकता के शस्त्र से हमने न केवल अपना बचाव किया, वरन् आक्रमण भी किया।
इसलिए आप परमेश्वर के अस्त्र-शस्त्र से सुसज्जित हों, जिससे आप दुर्दिन में शत्रु का सामना करने में समर्थ हों और अन्त तक अपना कर्त्तव्य पूरा कर विजय प्राप्त करें।
हम, जो दिन के हैं, विश्वास एवं प्रेम का कवच और मुक्ति की आशा का टोप पहन कर सतर्क बने रहें।
इसलिए आप लोग अपने मन की शक्तियों को कर्म करने के लिए तत्पर करें। आप संयमी बने रहें और उस अनुग्रह की पूरी आशा करें, जो येशु मसीह के प्रकट होने पर आप को प्राप्त होगा।
मुझे उस दृश्य में वे घोड़े और उन पर सवार सैनिक इस प्रकार दीख पड़े : सैनिक अग्नि-जैसे लाल, धूम्रकान्त-जैसे नीले और गन्धक-जैसे पीले कवच पहने हुए थे। घोड़ों के सिर सिंहों के सिर-जैसे थे और उनके मुँह से आग, धूआँ और गन्धक निकल रही थी।
ऐसा लग रहा था कि उनके कवच लोहे के कवच थे। उनके डैनों की आवाज युद्ध के लिए तेज दौड़नेवाले बहुसंख्यक रथों और अश्वों की आवाज-जैसी थी।