प्रभु ने अपने निज लोगों को शक्तिमान बनाया है; समस्त सन्तों के लिए इस्राएल की सन्तान के लिए, उस प्रजा के लिए जो प्रभु के निकट है, यह स्तुति का विषय है। प्रभु की स्तुति करो!
इफिसियों 2:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तब उन्होंने आकर दोनों को शान्ति का शुभसमाचार सुनाया : आप लोगों को, जो दूर थे और उन लोगों को, जो निकट थे; पवित्र बाइबल सो आकर उसने तुम्हें, जो परमेश्वर से बहुत दूर थे और जो उसके निकट थे, उन्हें शांति का सुसमाचार सुनाया। Hindi Holy Bible और उस ने आकर तुम्हें जो दूर थे, और उन्हें जो निकट थे, दानों को मेल-मिलाप का सुसमाचार सुनाया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसने आकर तुम्हें जो दूर थे और उन्हें जो निकट थे, दोनों को मेलमिलाप का सुसमाचार सुनाया। नवीन हिंदी बाइबल उसने आकर तुम्हें जो दूर थे और उन्हें भी जो निकट थे मेल का सुसमाचार सुनाया; सरल हिन्दी बाइबल वह आए और उन्हें, जो दूर थे और उन्हें भी, जो पास थे, शांति का संदेश सुनाया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और उसने आकर तुम्हें जो दूर थे, और उन्हें जो निकट थे, दोनों को मेल-मिलाप का सुसमाचार सुनाया। (इफि. 2:13, प्रेरि. 2:39) |
प्रभु ने अपने निज लोगों को शक्तिमान बनाया है; समस्त सन्तों के लिए इस्राएल की सन्तान के लिए, उस प्रजा के लिए जो प्रभु के निकट है, यह स्तुति का विषय है। प्रभु की स्तुति करो!
हे परमेश्वर, हम तेरी सराहना करते हैं। हम तेरी स्तुति करते हैं; तेरा नाम हमारे निकट है; लोग तेरे आश्चर्यपूर्ण कार्यों का वर्णन करते हैं।
अथवा यदि वे मेरी छत्र-छाया में शरण लेना चाहें तो वे मेरे साथ शान्ति स्थापित करें। वे मुझसे मेल-मिलाप करें।”
पहाड़ों पर उसके पैर कितने सुन्दर दिखाई देते हैं, जो शुभ-सन्देश सुनाने के लिए आता है, जो शांति का सन्देश सुनाता है, जो कुशल-मंगल का समाचार लाता है, जो उद्धार की सूचना देता है, जो सियोन से यह कहता है : ‘तेरा परमेश्वर राजा है!’
वह एफ्रइम-राज्य के रथों को यरूशलेम के युद्ध के घोड़ों को नष्ट करेगा। वह युद्ध के धनुषों को तोड़ेगा, और सब राष्ट्रों में शान्ति स्थापित करेगा। उसका साम्राज्य भूमध्यसागर से मृतसागर तक, फरात नदी से दक्षिणी सीमान्त, पृथ्वी की सीमांत तक होगा।
यदि वह घर योग्य है, तो अपनी शान्ति उस पर रहने दो। यदि वह घर योग्य नहीं है, तो अपनी शान्ति अपने पास लौट आने दो।
“अथवा कौन ऐसी स्त्री होगी, जिसके पास दस सिक्के हों और उन में से एक खो जाए, तो बत्ती जला कर और घर बुहार कर सावधानी से तब तक न खोजती रहे, जब तक वह उसे मिल नहीं जाए?
“सर्वोच्च स्वर्ग में परमेश्वर की महिमा हो और पृथ्वी पर उन मनुष्यों को शान्ति मिले, जिनसे वह प्रसन्न है।”
“परमेश्वर ने इस्राएलियों को अपना सन्देश भेजा और येशु मसीह द्वारा, जो सब के प्रभु हैं, शान्ति का शुभसमाचार सुनाया।
क्योंकि वह प्रतिज्ञा आपके तथा आपकी सन्तान के लिए है, और उन सब के लिए, जो अभी दूर हैं और जिन्हें हमारा प्रभु परमेश्वर अपने पास बुला रहा है।”
परन्तु यदि लोगों को उस में विश्वास नहीं, तो वे उसकी दुहाई कैसे दे सकते हैं? यदि उन्होंने उसके विषय में कभी सुना नहीं, तो उस में विश्वास कैसे कर सकते हैं? यदि कोई प्रचारक न हो, तो वे उसके विषय में कैसे सुन सकते हैं?
यदि हम विश्वास के कारण धार्मिक ठहराए गए हैं, तो हमें हमारे प्रभु येशु मसीह द्वारा परमेश्वर में शान्ति प्राप्त होती है।
इसलिए हम मसीह के राजदूत हैं, मानो परमेश्वर हमारे द्वारा आप लोगों से अनुरोध कर रहा है। हम मसीह के नाम पर आप से यह विनती करते हैं कि आप परमेश्वर से मेल कर लें।
यदि आप लोगों ने उनके विषय में सुना और उस सत्य के अनुसार शिक्षा ग्रहण की है जो येशु में प्रकट हुआ,
ऐसा कौन महान् राष्ट्र है, जिसका ईश्वर उसके समीप रहता है, जैसा हमारा प्रभु परमेश्वर हमारे समीप रहता है? जब-जब हम उसे पुकारते हैं, वह हमारी प्रार्थना सुनता है।