‘जब इस देश में अकाल पड़ेगा, महामारी फैलेगी, फसल में गेरुआ कीड़ा लगेगा, पाला पड़ेगा, टिड्डी-दल का आक्रमण होगा अथवा फसल में कीड़े लगेंगे; जब उनके शत्रु उनको किसी नगर में घेर लेंगे, अथवा महामारी या रोग का उन पर हमला होगा,
आमोस 4:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘मैंने तुम्हारे खेतों को पाले और गेरुए कीड़े से मारा, तुम्हारे उद्यान, अंगूर-उद्यान उजाड़ दिए, तुम्हारे अंजीर और जैतून के वृक्ष टिड्डियाँ चाट गईं। फिर भी तुम मेरी ओर नहीं लौटे।’ प्रभु ने यह कहा है। पवित्र बाइबल “मैंने तुम्हारी फसलों को गर्मी और बीमारी से मार डाला। मैंने तुम्हारे बागों और अंगूर के बगीचों को नष्ट किया। टिड्डियों ने तुम्हारे अंजीर के पेड़ों और जैतून के पेड़ों को खा डाला। किन्तु तुम फिर भी मेरे पास सहायता के लिये नहीं आए।” यहोवा ने यह सब कहा। Hindi Holy Bible मैं ने तुम को लूह और गेरूई से मारा है; और जब तुम्हारी वाटिकाएं और दाख की बारियां, और अंजीर और जलपाई के वृक्ष बहुत हो गए, तब टिड्डियां उन्हें खा गईं; तौभी तुम मेरी ओर फिरकर न आए, यहोवा की यही वाणी है॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “मैं ने तुमको लूह और गेरुई से मारा है; और जब तुम्हारी वाटिकाएँ और दाख की बारियाँ, और अंजीर और जैतून के वृक्ष बहुत हो गए, तब टिड्डियाँ उन्हें खा गईं; तौभी तुम मेरी ओर फिरकर न आए,” यहोवा की यही वाणी है। सरल हिन्दी बाइबल “कई बार मैंने तुम्हारे बगीचों और अंगूर की बारियों पर कहर बरपाया, बीमारी और फफूंदी से उन्हें नाश किया. टिड्डियां तुम्हारे अंजीर और जैतून के पेड़ों को खा गईं, तो भी तुम मेरी ओर न फिरे,” याहवेह की यह घोषणा है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “मैंने तुम को लूह और गेरूई से मारा है; और जब तुम्हारी वाटिकाएँ और दाख की बारियाँ, और अंजीर और जैतून के वृक्ष बहुत हो गए, तब टिड्डियाँ उन्हें खा गईं; तो भी तुम मेरी ओर फिरकर न आए,” यहोवा की यही वाणी है। |
‘जब इस देश में अकाल पड़ेगा, महामारी फैलेगी, फसल में गेरुआ कीड़ा लगेगा, पाला पड़ेगा, टिड्डी-दल का आक्रमण होगा अथवा फसल में कीड़े लगेंगे; जब उनके शत्रु उनको किसी नगर में घेर लेंगे, अथवा महामारी या रोग का उन पर हमला होगा,
‘जब इस देश में अकाल पड़ेगा, महामारी फैलेगी, फसल में गेरुआ कीड़ा लगेगा, पाला पड़ेगा, टिड्डी-दल का आक्रमण होगा अथवा फसल में कीड़े लगेंगे; जब उनके शत्रु उनको किसी नगर में घेर लेंगे अथवा विपत्ति या रोग का उन पर हमला होगा,
अब तुम्हारे किस अंग पर प्रहार किया जा सकता है? तुम्हारा कोई अंग भी मार से बचा नहीं, फिर भी तुम बार-बार विद्रोह करते हो! तुम्हारा सारा सिर घायल है, तुम्हारा सम्पूर्ण हृदय रोगी है।
ओ आग जलानेवालो! ओ अग्निबाण छोड़ने वालो! तुम्हें स्वयं अपनी जलाई हुई आग में, अग्निबाणों से सुलगाई हुई अग्नि में चलना पड़ेगा; मेरा हाथ ही तुम्हें यह भोगने पर विवश करेगा। तुम संताप में पड़े रहोगे।
पूर्व दिशा से सीरियाई सेना, पश्चिमी दिशा से पलिश्ती सेना इस्राएल पर आक्रमण करेंगी; वे मुंह फाड़कर इस्राएल को निगल जाएंगी। प्रभु का क्रोध इस विनाश के बाद भी शान्त नहीं होगा। विनाश के लिए उसका हाथ अब तक उठा हुआ है।
फिर भी यह कपटी बहिन यहूदा मेरे पास पूरे हृदय से नहीं लौटी। उसके हृदय में कपट बना रहा,’ प्रभु की यह वाणी है।
‘हे प्रभु, क्या तू सच्चाई को नहीं देखता? देख, तूने उनको मारा, किन्तु उन्हें पीड़ा का अनुभव ही नहीं हुआ! तूने उनका संहार किया, फिर भी उन्होंने इससे पाठ नहीं सीखा! उन्होंने अपना हृदय चट्टान से अधिक कठोर बना लिया, उन्होंने पश्चात्ताप करने से इन्कार कर दिया।’
इस्राएल को मिस्र देश की गुलामी में लौटना पड़ेगा; और असीरिया उसका राजा होगा; क्योंकि इस्राएल मेरे पास नहीं लौटा।
जो कुतरनेवाली टिड्डी से बचा उसको उड़नेवाली टिड्डी ने खा लिया। जो उड़नेवाली टिड्डी से बचा उसे फुदकनेवाली टिड्डी खा गई। जो फुदकनेवाली टिड्डी से बचा उसको छीलनेवाली टिड्डी ने खा लिया।
उसने मेरे अंगूर-उद्यान को उजाड़ दिया, उसने मेरे अंजीर के वृक्ष काट दिए। उसने उनकी छालें छील-छीलकर गिरा दीं, उनकी शाखाएँ सफेद हो गईं।
मेरी विशाल टिड्डी-सेना ने, जो मैंने तुम्हारे मध्य भेजी थी, उड़नेवाली, फुदकनेवाली, छीलनेवाली और कुतरनेवाली टिड्डियों ने जितनी फसल खाई थी, उसका दुगुना मैं तुम्हें दूंगा।
‘मैंने तुम्हारे नगरों में अकाल का प्रकोप भेजा; तुम्हारे सब स्थानों में भोजन का अभाव किया, फिर भी तुम मेरी ओर नहीं लौटे।’ प्रभु ने यह कहा है।
अत: दो-तीन नगरों के निवासी भटकते हुए पानी की तलाश में उस नगर में आए जहाँ पानी था। उन्होंने पानी पिया, परन्तु वह पर्याप्त नहीं था। फिर भी तुम मेरी ओर नहीं लौटे।’ प्रभु ने यह कहा है।
यद्यपि अंजीर वृक्ष में फूल नहीं आए, अंगूर-लताओं में फल नहीं लगे, जैतून के फलों की फसल नहीं हुई, खेतों में भी अन्न नहीं उपजा, बाड़ों में भेड़-बकरी नहीं रही, और पशुशालाओं में गाय-बैल नहीं रहे,
मैंने तुम्हारे हर काम को, तुम्हारी समस्त फसल को पाला, गेरूआ और ओलों से नष्ट कर दिया, तो भी तुम मेरी ओर नहीं मुड़े। मुझ-प्रभु का यह कथन है।
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है, ‘मैं विनाशक-जीव को डांटूंगा, ताकि वह तुम्हारी भूमि की फसल को नष्ट न करे। मैं, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यह कहता हूं: तुम्हारे अंगूर-उद्यान में अंगूर की भरपूर फसल होगी।
प्रभु तुझको क्षय, ज्वर, जलन, ताप, अकाल, फफूंदी और पूर्वी वायु के झोंकों से मारेगा। जब तक तू मिट नहीं जाएगा तब तक ये तेरा पीछा करते रहेंगे।