देखो, परमेश्वर मुझे मार डालेगा, मेरे बचने की आशा नहीं है; फिर भी मैं उसके सम्मुख अपने आचरण का बचाव करूँगा।
अय्यूब 27:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परमेश्वर न करे कि मैं यह कहूँ कि तुम सच कहते हो। मैं जीवन के अन्तिम क्षण तक अपने आदर्श को अपने से अलग नहीं करूँगा। पवित्र बाइबल मैं कभी नहीं मानूँगा कि तुम लोग सही हो! जब तक मैं मरूँगा उस दिन तक कहता रहूँगा कि मैं निर्दोष हूँ! Hindi Holy Bible ईश्वर न करे कि मैं तुम लोगों को सच्चा ठहराऊं, जब तक मेरा प्राण न छूटे तब तक मैं अपनी खराई से न हटूंगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) ईश्वर न करे कि मैं तुम लोगों को सच्चा ठहराऊँ, जब तक मेरा प्राण न छूटे तब तक मैं अपनी खराई से न हटूँगा। सरल हिन्दी बाइबल परमेश्वर ऐसा कभी न होने दें, कि तुम्हें सच्चा घोषित कर दूं; मृत्युपर्यंत मैं धार्मिकता का त्याग न करूंगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परमेश्वर न करे कि मैं तुम लोगों को सच्चा ठहराऊँ, जब तक मेरा प्राण न छूटे तब तक मैं अपनी खराई से न हटूँगा। |
देखो, परमेश्वर मुझे मार डालेगा, मेरे बचने की आशा नहीं है; फिर भी मैं उसके सम्मुख अपने आचरण का बचाव करूँगा।
फिर भी धार्मिक मनुष्य अपने मार्ग पर डटा रहता है; निर्दोष आचरण वाला मनुष्य दिन-प्रतिदिन बलवान होता जाता है।
प्रभु ने शैतान से फिर पूछा, ‘क्या तूने मेरे सेवक अय्यूब पर ध्यान दिया? क्या उसके समान सिद्ध और निष्कपट, मुझ-परमेश्वर से डरनेवाला और बुराई से दूर रहने वाला कोई मनुष्य पृथ्वी पर है? यद्यपि तूने बिना किसी कारण से उसका नाश करने के लिए मुझे उकसाया था तो भी वह अब तक अपने आदर्श पर अटल है।’
उसकी पत्नी ने उससे कहा, ‘क्या तुम अब भी अपने आदर्श पर अटल हो? परमेश्वर को कोसो, और मर जाओ।’
मैंने धर्म का वस्त्र पहना था, और वह मुझे ढके रहा, न्याय से परिपूर्ण मेरा आचरण मेरी पोशाक और पगड़ी था!
यदि मेरे पैर सन्मार्ग से भटक गए थे और मेरा हृदय आंखों के बताए हुए कुमार्ग पर चला था; यदि मेरे हाथ किसी दुष्कर्म से कलंकित हुए
अय्यूब के तीनों मित्रों ने यह देखा कि अय्यूब अपनी दृष्टि में धार्मिक है; अत: अन्होंने उससे तर्क-वितर्क करना छोड़ दिया, और वे चुप हो गए।
उनके साथ एलीहू नामक एक युवक था। उसके पिता का नाम बारकेल था, जो बूजी वंश और राम के कुल का था। एलीहू का क्रोध अय्यूब के प्रति भड़क उठा; क्योंकि उसने अपने दु:ख के लिए परमेश्वर को दोषी और स्वयं को निर्दोष प्रमाणित किया था।
वह अय्यूब के तीनों मित्रों से भी नाराज हुआ; क्योंकि उन्होंने अय्यूब को दोषी तो घोषित किया, पर अपने पक्ष में अय्यूब को उत्तर न दे सके।
जब प्रभु अय्यूब से ये बातें कह चुका तब वह तेमान नगर के रहने वाले एलीपज से बोला, ‘मेरा क्रोध तेरे प्रति और तेरे दोनों मित्रों पर भड़क उठा है, क्योंकि तुमने मेरे विषय में सच्चाई को प्रकट नहीं किया, वरन् मेरे सेवक अय्यूब ने मेरी सच्चाई को प्रकट किया है।
सच्चाई की ओर लौटो, और विचार करो, जिससे मेरे साथ अन्याय न हो। कृपया पुन: सच्चाई से सोचो, मैंने अपने पक्ष में जो कहा है, वह सच है।
जो मनुष्य दुर्जनों का पक्ष लेता और सज्जनों को दोषी बताता है, उसके दोनों कार्य प्रभु की दृष्टि में घृणित हैं।
हमें एक बात का गर्व है-हमारा अन्त:करण हमें विश्वास दिलाता है कि हमने मनुष्यों के साथ और विशेष कर आप लोगों के साथ जो व्यवहार किया है, वह संसार की बुद्धिमानी के अनुसार नहीं, बल्कि उस सच्चाई और ईमानदारी के अनुसार था जो परमेश्वर की कृपा का वरदान है।
‘यदि दो मनुष्यों के मध्य झगड़ा हो, तो वे न्यायालय में जाएंगे, क्योंकि न्यायाधीश ही उनका न्याय करेंगे। वे निर्दोष व्यक्ति को निर्दोष, और दोषी व्यक्ति को दोषी घोषित करेंगे।