तुम्हारी सूिक्तयाँ राख के समान व्यर्थ हैं, तुम्हारे बचाव के तर्क मिट्टी के हैं, जो ढह जाती है।
अय्यूब 27:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘अय्यूब ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा : पवित्र बाइबल फिर अय्यूब ने आगे कहा: Hindi Holy Bible अय्यूब ने और भी अपनी गूढ़ बात उठाई और कहा, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अय्यूब ने और भी अपनी गूढ़ बात उठाई और कहा, सरल हिन्दी बाइबल तब अपने वचन में अय्योब ने कहा: इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अय्यूब ने और भी अपनी गूढ़ बात उठाई और कहा, |
तुम्हारी सूिक्तयाँ राख के समान व्यर्थ हैं, तुम्हारे बचाव के तर्क मिट्टी के हैं, जो ढह जाती है।
जैसे पंगु मनुष्य के पैर व्यर्थ लटकते रहते हैं, वैसे ही मूर्ख के मुंह में नीति के वचन व्यर्थ लगते हैं।
बिल्आम ने अपनी गाथा गाना आरम्भ किया। उसने गाया : ‘बालाक ने, मोआब के राजा ने मुझे सीरिया देश से, पूर्वी पहाड़ियों से बुलाया : “आओ, मेरे लिए याकूब को श्राप दो, आओ, इस्राएल की भत्र्सना करो।”
बिल्आम ने अपनी गाथा गाना आरम्भ किया। उसने यह गाया; ‘बओर के पुत्र, बिल्आम की यह वाणी है, यह वाणी उस व्यक्ति की है जो द्रष्टा है;
और उसने अपनी गाथा गाना आरम्भ किया। उसने यह गाया, ‘बओर के पुत्र, बिल्आम की यह वाणी है, यह वाणी उस व्यक्ति की है, जो द्रष्टा है।