मैं बिन्यामिन की सुरक्षा का दायित्व लेता हूँ। आप मेरे हाथ से उसे वापस लेंगे। यदि मैं उसे आपके पास वापस लाकर आपके सम्मुख नहीं खड़ा करूँगा, तो मैं आपके प्रति सदा के लिए अपराधी बना रहूँगा।
अय्यूब 17:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘हे प्रभु, मेरी जमानत दे, अपने और मेरे बीच में तू ही जामिन हो। तेरे सिवाय और कौन व्यक्ति मेरी जमानत दे सकता है? पवित्र बाइबल “परमेश्वर, मेरे निरपराध होने का शपथ—पत्र मेरा स्वीकार कर। मेरी निर्दोषता की साक्षी देने के लिये कोई तैयार नहीं होगा। Hindi Holy Bible जमानत दे अपने और मेरे बीच में तू ही जामिन हो; कौन है जो मेरे हाथ पर हाथ मारे? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “ज़मानत दे, अपने और मेरे बीच में तू ही ज़ामिन हो; कौन है जो मेरे हाथ पर हाथ मारे? सरल हिन्दी बाइबल “परमेश्वर, मुझे वह ज़मानत दे दीजिए, जो आपकी मांग है. कौन है वह, जो मेरा जामिन हो सकेगा? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “जमानत दे, अपने और मेरे बीच में तू ही जामिन हो; कौन है जो मेरे हाथ पर हाथ मारे? |
मैं बिन्यामिन की सुरक्षा का दायित्व लेता हूँ। आप मेरे हाथ से उसे वापस लेंगे। यदि मैं उसे आपके पास वापस लाकर आपके सम्मुख नहीं खड़ा करूँगा, तो मैं आपके प्रति सदा के लिए अपराधी बना रहूँगा।
आपके सेवक, मैंने, अपने पिता से लड़के की सुरक्षा का दायित्व यह कहकर लिया है, “यदि मैं उसे आपके पास वापस नहीं लाता तो मैं आपके प्रति आजीवन अपराधी बना रहूँगा।”
‘अय्यूब, किसी को भी पुकारो; —तुम्हें कोई भी व्यक्ति उत्तर नहीं देगा! परमेश्वर के पवित्र जनों में से तुम किसके पास जाओगे?
जो मनुष्य किसी अजनबी की जमानत लेता है, वह हानि उठाता है; जमानत लेने के दायित्व से दस कदम दूर रहनेवाला झंझटों से बचा रहता है।
जो मनुष्य बन्धक रखता है, जो अपने पड़ोसी के कर्ज के लिए जमानत देता है, वह निस्सन्देह निर्बुद्धि है।
यदि कोई मनुष्य अजनबी की जमानत देता है, तो उसको अजनबी के वस्त्र गिरवी रख लेना चाहिए; और यदि वह किसी विदेशी की जमानत देता है तो उससे बंधक की वस्तु लेना चाहिए।
उन लोगों के समान मत बनो, जो दूसरों कि जमानत देते हैं, जो कर्जदारों का कर्ज चुकाने के लिए वचन देते हैं।
तो यह निश्चय है, कि पथ के लुटेरे की तरह गरीबी तुझ पर टूट पड़ेगी; सशस्त्र सैनिक के समान अभाव तुझ पर आक्रमण करेगा।
मैं सूपाबेनी अथवा सारस के समान चूं-चूं करता हूं; कबूतर जैसे मैं कराहता हूं; मेरी आंखें ऊपर देखते-देखते पथरा गईं। स्वामी, मैं कष्ट में हूं; तू मुझे सहारा दे!
इस प्रकार, हम देखते हैं कि येशु जिस विधान का उत्तरदायित्व लेते हैं, वह कहीं अधिक श्रेष्ठ है।