लिआ ने कहा, ‘मैं कितनी धन्य हूँ! स्त्रियाँ मुझे धन्य-धन्य कहेंगी।’ इसलिए उसने उसका नाम ‘आशेर’ रखा।
2 शमूएल 2:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वहाँ अब्नेर ने उसे गिलआद, अशूरी, यिज्रएल, एफ्रइम, बिन्यामिन और समस्त इस्राएल प्रदेश का राजा बना दिया। पवित्र बाइबल उस स्थान पर अब्नेर ने ईशबोशेत को गिलाद, आशेर, यिज्रेल, एप्रैम और बिन्यामीन का राजा बनाया। ईशबोशेत सारे इस्राएल का राजा बन गया। Hindi Holy Bible और उसे गिलाद अशूरियों के देश यिज्रेल, एप्रैम, बिन्यामीन, वरन समस्त इस्राएल के देश पर राजा नियुक्त किया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और उसे गिलाद, अशूरियों के देश, यिज्रेल, एप्रैम, बिन्यामीन, वरन् समस्त इस्राएल प्रदेश पर राजा नियुक्त किया। सरल हिन्दी बाइबल उसे गिलआद, अश्शूरवासियों, येज़्रील, एफ्राईम, बिन्यामिन और संपूर्ण इस्राएल के ऊपर राजा के रूप में प्रतिष्ठित कर दिया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और उसे गिलाद अशूरियों के देश, यिज्रेल, एप्रैम, बिन्यामीन, वरन् समस्त इस्राएल प्रदेश पर राजा नियुक्त किया। |
लिआ ने कहा, ‘मैं कितनी धन्य हूँ! स्त्रियाँ मुझे धन्य-धन्य कहेंगी।’ इसलिए उसने उसका नाम ‘आशेर’ रखा।
जब शाऊल का पुत्र ईशबोशेत इस्राएल देश पर राज्य करने लगा, तब वह चालीस वर्ष का था। उसने दो वर्ष तक राज्य किया। किन्तु यहूदा के वंशजों ने दाऊद का अनुसरण किया।
जब शाऊल के राज-परिवार तथा दाऊद के राज-परिवार के मध्य युद्ध जारी था, तब यह घटना घटी। अब्नेर शाऊल के राज-परिवार में प्रमुख शक्तिशाली व्यक्ति बन गया था।
बिन्यामिन कुल के सैनिकों की संख्या तीन हजार थी। ये शाऊल के चचेरे भाई-बन्धु थे। इन सैनिकों में से अनेक सैनिक शाऊल के राज-परिवार के प्रति निष्ठावान बने रहे।
एफ्रइम गोत्र के बीस हजार आठ सौ सैनिक थे। ये भी शक्तिशाली थे। ये अपने पितृकुल के प्रसिद्ध सैनिक थे।
गिलआद प्रदेश मेरा है, और मनश्शे प्रदेश भी मेरा है एफ्रइम प्रदेश मेरा शिरस्त्राण है, यहूदा प्रदेश मेरा राजदण्ड है।
आशेर-कुल के वंशजों की संख्या, उनकी पीढ़ी के गोत्रों और पूर्वजों के परिवारों में, नामों की गिनती के अनुसार, हरएक सिर, प्रत्येक पुरुष, जो बीस वर्ष तथा इससे अधिक आयु का था और युद्ध में जाने के योग्य था, यह थी :
एफ्रइम गोत्र के परिवारों के भूमि-क्षेत्र की सीमा यह थी: उनकी पूर्वी सीमा उपरले बेत-होरोन तक अट्रोत-अद्दार थी।
तप्पूह से सीमा-रेखा पश्चिम में कानाह बरसाती नदी की ओर जाती और भूमध्यसागर में समाप्त होती थी। यही भूमि-क्षेत्र एफ्रइम के गोत्र के परिवारों की संख्या के अनुसार पैतृक-अधिकार में दिया गया।
इसके अतिरिक्त मनश्शे गोत्र की पैतृक-भूमि में स्थित निर्धारित कस्बे और उनके गांव भी एफ्रइम के वंशजों को दिए गए।
मनश्शे यूसुफ का ज्येष्ठ पुत्र था, इसलिए उसके वंशजों को भी चिट्ठी डालकर पैतृक-अधिकार के लिए भूमि प्रदान की गई। गिलआद का पिता और मनश्शे का ज्येष्ठ पुत्र माकीर एक सैनिक था; अत: उसे गिलआद और बाशान प्रदेश प्रदान किए गए।
पहले क्रम में बिन्यामिन कुल के लोगों के लिए उनके परिवारों की संख्या के अनुसार चिट्ठी डाली गई। उन्हें पैतृक-अधिकार में यहूदा कुल और यूसुफ कुल के मध्य का भूमि-भाग प्राप्त हुआ।
यर्दन नदी पूर्वी सीमा थी। बिन्यामिन कुल को उसके परिवारों की संख्या के अनुसार पैतृक-अधिकार के लिए यही भूमि-भाग प्राप्त हुआ, और उसकी ये ही सीमाएं थीं।
अत: रूबेन और गाद कुल के तथा अर्ध मनश्शे गोत्र के लोग अपने-अपने भूमि-भाग को लौटे। उन्होंने शेष इस्राएली लोगों को कनान देश के शिलोह नगर पर छोड़ा, और गिलआद प्रदेश की ओर, अपने प्रदेश की ओर बढ़े, जिसको उन्होंने मूसा के द्वारा दिए गए प्रभु के वचन के अनुसार पैतृक-अधिकार में प्राप्त किया था।
आशेर के वंशजों ने उन नगरों के निवासी कनानी लोगों को नहीं निकाला था, इसलिए वे कनानी लोगों के मध्य निवास करते रहे।
पलिश्ती सामन्तों ने अपने सैन्य-दल अपेक में एकत्र किए। इस्राएली सैनिक यिज्रएल के झरने के समीप पड़ाव डाले हुए थे।