दाऊद जैतून पहाड़ पर चढ़ने लगा। वह रो रहा था। वह नंगे पैर था। उसका सिर ढका था। जो लोग उसके साथ थे, वे भी अपना सिर ढांपे हुए थे। वे रोते हुए पहाड़ पर चढ़ रहे थे।
2 शमूएल 16:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दाऊद पर्वत के शिखर को पार कर कुछ दूर गया था कि मपीबोशेत का सेवक सीबा दाऊद से भेंट करने के लिए आया। वह अपने साथ जीन कसे हुए दो गधे, दो सौ रोटियाँ, किशमिश के एक सौ गुच्छे, एक सौ ग्रीष्मकालीन फल और अंगूर के रस से भरी एक मशक लाया था। पवित्र बाइबल दाऊद जैतून पर्वत की चोटी पर थोड़ी दूर चला। वहाँ मपीबोशेत का सेवक सीबा, दाऊद से मिला। सीबा के पास काठी सहित दो खच्चर थे। खच्चरों पर दो सौ रोटियाँ, सौ किशमिश के गुच्छे, सौ ग्रीष्मफल और दाखमधु से भरी एक मशक थी। Hindi Holy Bible दाऊद चोटी पर से थोड़ी दूर बढ़ गया था, कि मपीबोशेत का कर्मचारी सीबा एक जोड़ी, जीन बान्धे हुए गदहों पर दो सौ रोटी, किशमिश की एक सौ टिकिया, धूपकाल के फल की एक सौ टिकिया, और कुप्पी भर दाखमधु, लादे हुए उस से आ मिला। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) दाऊद चोटी पर से थोड़ी दूर बढ़ गया था, कि मपीबोशेत का कर्मचारी सीबा एक जोड़ी जीन बाँधे हुए गदहों पर दो सौ रोटी, किशमिश की एक सौ टिकिया, धूपकाल के फल की एक सौ टिकिया, और कुप्पी भर दाखमधु, लादे हुए उससे आ मिला। सरल हिन्दी बाइबल जब दावीद पर्वत की चोटी से कुछ आगे निकल गए, मेफ़िबोशेथ का सेवक ज़ीबा उनसे भेंटकरने आया. वह अपने साथ दो गधों पर दो सौ रोटियां, किशमिश के सौ गुच्छे, सौ गर्मियों के फल और अंगूरों के रस का एक बर्तन लादकर लाया था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 दाऊद चोटी पर से थोड़ी दूर बढ़ गया था, कि मपीबोशेत का कर्मचारी सीबा एक जोड़ी, जीन बाँधे हुए गदहों पर दो सौ रोटी, किशमिश की एक सौ टिकियाँ, धूपकाल के फल की एक सौ टिकियाँ, और कुप्पी भर दाखमधु, लादे हुए उससे आ मिला। |
दाऊद जैतून पहाड़ पर चढ़ने लगा। वह रो रहा था। वह नंगे पैर था। उसका सिर ढका था। जो लोग उसके साथ थे, वे भी अपना सिर ढांपे हुए थे। वे रोते हुए पहाड़ पर चढ़ रहे थे।
जब दाऊद पर्वत के शिखर पर पहुँचा, जहाँ परमेश्वर की आराधना की जाती थी, तब दाऊद का मित्र हूशय जो अर्की जाति का था, उससे भेंट करने के लिए आया। उसका अंगरखा फटा हुआ था। उसके सिर पर धूल थी।
उसके साथ बिन्यामिन कुल के एक हजार पुरुष थे। शाऊल के राजपरिवार का सेवक सीबा भी अपने पन्द्रह पुत्रों और बीस सेवकों के साथ, राजा दाऊद से पहले यर्दन नदी पर पहुँच गया।
बर्जिल्लय बहुत वृद्ध था। उसकी उम्र अस्सी वर्ष की थी। जब राजा दाऊद महनइम नगर में था, तब बर्जिल्लय ने उसकी भोजन-व्यवस्था की थी; क्योंकि वह अत्यन्त समृद्ध था।
उनके पड़ोसी भी, इस्साकार, जबूलून और नफ्ताली जैसे दूर के कुल-क्षेत्रों के लोग, गधों, ऊंटों, बैलों और खच्चरों पर भोजन-वस्तु लाए। वे प्रचुर मात्रा में आटा, सूखे अंजीर फल, किशमिश, अंगूर रस, तेल, बैल और भेड़-बकरियां भी लाए; क्योंकि इस्राएली राष्ट्र में आनन्द व्याप्त था।
जहां तक मेरा प्रश्न है, मैं मिस्पाह में रहूंगा, और जब कसदी उच्चाधिकारी यहां आएंगे, तब मैं आपकी ओर से उनके सम्मुख खड़ा हूंगा। आप लोग घबराइए मत, अपने-अपने नगर में जाइए, और अंगूर और ग्रीष्मऋतु के फल एकत्र कीजिए, तेल निकालिए, और उसको बर्तनों में जमा कीजिए। जिन नगरों पर आप लोगों ने पुन: अधिकार कर लिया है, उनमें निवास कीजिए।’
यह सुन कर सब यहूदी जो अन्य देशों से खदेड़ दिए गए थे, अपने-अपने देश से यहूदा प्रदेश के मिस्पाह नगर में गदल्याह के पास लौट आए। इन लोगों ने अंगूर और ग्रीष्म फलों की खूब फसल उत्पन्न की।
धिक्कार है मुझे, मैंने अवसर खो दिया! मैं ग्रीष्म काल के फल तब तोड़ने गया जब वे झड़ा लिए गए। मैं अंगूरों को चुनने तब गया जब वे तोड़ लिए गए। न अंगूर का एक गुच्छा और न अंजीर का एक फल मुझे मिला, जिन्हें खाने को मेरा दिल चाहता था।
जब तुम वहाँ से और आगे बढ़ोगे, और ताबोर के बांज वृक्ष के पास पहुँचोगे तब तुम्हें वहाँ तीन मनुष्य मिलेंगे, जो बेत-एल की ओर परमेश्वर के पास जा रहे होंगे। उनमें से एक मनुष्य बकरी के तीन बच्चे, दूसरा तीन रोटियाँ और तीसरा अंगूर के रस से भरा एक कुप्पा ले जा रहा होगा।
यिशय ने पाँच रोटियाँ, अंगूर के रस से भरी एक मशक तथा बकरी का एक बच्चा लिया, और उनको अपने पुत्र दाऊद के द्वारा शाऊल के पास भेज दिया।
अबीगइल ने अविलम्ब दो सौ रोटी, अंगुर के रस से भरी हुई दो मशकें, पांच भेड़ों का पका हुआ मांस, प्राय: पन्द्रह किलो भुना हुआ अनाज, एक सौ गुच्छे किशमिश, और अंजीर के दो सौ सूखे फल लिये। उसने उनको गधों पर लादा।