अत: मैं उनके पास खड़ा हुआ और मैंने उनका वध कर दिया। मैं निश्चित रूप से जानता था कि वह भूमि पर गिर जाने के पश्चात् नहीं बचेंगे। मैंने उनका मुकुट, और बाजूबन्द उतार लिया; और स्वामी, मैं उनको आपके पास ले आया हूँ।’
2 शमूएल 1:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दाऊद ने मृतक से कहा, ‘तेरे रक्त का दोष तेरे ही सिर पर पड़े; क्योंकि तेरे ओंठों ने स्वयं तेरे विरुद्ध साक्षी दी है: तूने यह कहा था, “मैंने ही प्रभु के अभिषिक्त राजा को मार डाला है।” ’ Hindi Holy Bible और दाऊद ने उस से कहा, तेरा खून तेरे ही सिर पर पड़े; क्योंकि तू ने यह कहकर कि मैं ही ने यहोवा के अभिषिक्त को मार डाला, अपने मुंह से अपने ही विरुद्ध साक्षी दी है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और दाऊद ने उससे कहा, “तेरा खून तेरे ही सिर पर पड़े; क्योंकि तू ने यह कहकर कि मैं ही ने यहोवा के अभिषिक्त को मार डाला, अपने मुँह से अपने ही विरुद्ध साक्षी दी है।” सरल हिन्दी बाइबल दावीद ने कहा, “तुम्हारा रक्त-दोष तुम्हारे ही सिर पर है, क्योंकि स्वयं तुमने यह कहते हुए अपने मुख से अपने ही विरुद्ध गवाही दी है, ‘मैंने याहवेह के अभिषिक्त की हत्या की है.’ ” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और दाऊद ने उससे कहा, “तेरा खून तेरे ही सिर पर पड़े; क्योंकि तूने यह कहकर कि मैं ही ने यहोवा के अभिषिक्त को मार डाला, अपने मुँह से अपने ही विरुद्ध साक्षी दी है।” |
अत: मैं उनके पास खड़ा हुआ और मैंने उनका वध कर दिया। मैं निश्चित रूप से जानता था कि वह भूमि पर गिर जाने के पश्चात् नहीं बचेंगे। मैंने उनका मुकुट, और बाजूबन्द उतार लिया; और स्वामी, मैं उनको आपके पास ले आया हूँ।’
प्रभु ने शाऊल के परिवार के सब रक्तपात का बदला तुझसे लिया है। तू उसके स्थान पर राज्य कर रहा है, परन्तु प्रभु ने तेरे पुत्र अबशालोम के हाथ में राज्य को सौंप दिया। देख, तू स्वयं अपनी बुराई के जाल में कैसा फंस गया; क्योंकि तू हत्यारा है!’
जिस दिन तुम नगर से बाहर निकलोगे, और किद्रोन की घाटी को पार करोगे, उसी दिन तुम्हें निश्चय ही मृत्यु-दण्ड मिलेगा। तुम यह बात अच्छी तरह से जान लो। तुम्हारी हत्या का दोष तुम्हारे ही सिर पर पड़ेगा।’
मैं नहीं, वरन् तुम्हारा मुँह ही तुम्हें दोषी ठहाराता है; तुम्हारे ओंठ तुम्हारे विरुद्ध गवाही देते हैं।
वह ब्याज पर रुपया उधार देता है, और सूदखोर है। क्या उस धार्मिक मनुष्य का ऐसा पुत्र जीवित रहेगा? कदापि नहीं। वह निश्चय ही मरेगा; क्योंकि उसने ये घृणित कार्य किये हैं। उसकी हत्या का दोष उसी के सिर पर होगा।
क्योंकि उसने नरसिंगे की आवाज सुनी थी, फिर भी वह सावधान नहीं हुआ। अत: वह अपनी हत्या का जिम्मेदार स्वयं ठहरा। किन्तु यदि वह पहरेदार की चेतावनी पर ध्यान देता, तो वह अपने प्राण बचा लेता।
यदि कोई स्त्री पशु के निकट जाकर उससे संभोग करेगी, तो उस स्त्री और पशु का वध करना। दोनों को मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा। उनका रक्त उन्हीं के सिर पर पड़ेगा।
‘प्रत्येक स्त्री अथवा पुरुष को जो ओझा या भूत-प्रेत साधने वाला है, मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा। उनका पत्थरों से मार कर वध किया जाएगा। उनका रक्त उन्हीं के सिर पर पड़ेगा।’
जो व्यक्ति अपनी माता अथवा पिता को अपशब्द कहेगा, उसे मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा। क्योंकि उसने अपनी माता अथवा पिता को अपशब्द कहे थे, अत: उसका रक्त उसी के सिर पर पड़ेगा।
स्वामी ने उससे कहा, ‘दुष्ट सेवक! मैं तेरे ही शब्दों से तेरा न्याय करूँगा। तू जानता था कि मैं निर्दय व्यक्ति हूँ। मैंने जो जमा नहीं किया, उसे निकालता हूँ और जो नहीं बोया, उसे काटता हूँ।
किन्तु जब वे लोग पौलुस का विरोध करने और निन्दा करने लगे, तो उन्होंने अपने वस्त्र की धूल झाड़ कर उनसे यह कहा, “तुम्हारा रक्त तुम्हारे सिर पड़े! मेरा अन्त:करण शुद्ध है। मैं अब से गैर-यहूदियों के पास जाऊंगा।”
हम जानते हैं कि व्यवस्था जो कुछ कहती है, वह उन लोगों से कहती है, जो व्यवस्था के अधीन हैं, जिससे प्रत्येक व्यक्ति का मुँह बन्द हो जाए और परमेश्वर के सामने समस्त संसार दण्ड के योग्य माना जाए।
इस प्रकार निर्दोष व्यक्ति का रक्त तेरे उस देश में नहीं बहेगा, जिसको पैतृक-अधिकार के लिए तेरा प्रभु परमेश्वर तुझे प्रदान कर रहा है। अन्यथा उसके रक्त का दोष तुझ पर लगेगा।
यदि कोई भी व्यक्ति तेरे घर के द्वार से बाहर सड़क पर जाएगा तो उसकी हत्या का दोष स्वयं उसके माथे पर पड़ेगा, और हम निर्दोष माने जाएंगे। परन्तु यदि तेरे साथ घर के भीतर रहने वाले किसी व्यक्ति की हत्या होगी तो उसका दोष हम पर होगा।
इसका यह कारण था कि यरूब्बअल के सत्तर पुत्रों के साथ की गई हिंसा का फल अवश्य मिलना चाहिए। हत्या का दोष उनके भाई अबीमेलक के सिर पर, जिसने उनका वध किया था, तथा शकेम नगर के लोगों पर था, जिन्होंने अबीमेलक के भाइयों का वध करने में उसके हाथ मजबूत किए थे।
जब दाऊद ने सुना कि नाबाल का देहान्त हो गया, तब उसने कहा, ‘धन्य है प्रभु! नाबाल ने मेरा अपमान किया था। उसका प्रतिशोध स्वयं प्रभु ने उससे लिया, और मुझे, अपने सेवक को बुराई करने से रोका। प्रभु ने नाबाल की बुराई का फल उसी के सिर पर डाल दिया।’ तत्पश्चात् दाऊद ने अबीगइल के पास दूत भेजे कि वे उससे दाऊद के साथ विवाह करने के लिए बातचीत करें।
दाऊद ने अबीशय से कहा, ‘शाऊल का वध मत करो। कौन व्यक्ति प्रभु के अभिषिक्त राजा पर हाथ उठा कर निर्दोष रह सकता है?’