सीरिया देश के राजा बेन-हदद ने अपनी समस्त सेना एकत्र की। उसके सात बत्तीस राजा तथा घोड़े और रथ थे। बेन-हदद ने सामरी नगर पर आक्रमण कर दिया। उसने उसको घेर लिया, और युद्ध छेड़ दिया।
2 राजाओं 8:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब गेहजी राजा को बता रहा था कि एलीशा ने किस प्रकार मृत बालक को पुनर्जीवित किया था तब ही शूनेमवासी महिला ने, जिसके मृत पुत्र को एलीशा ने पुनर्जीवित किया था, अपने घर और भूमि के लिए राजा की दुहाई दी। गेहजी ने कहा, ‘महाराज, मेरे स्वामी, यही वह महिला है! यही है वह बालक, जिसको एलीशा ने पुनर्जीवित किया था।’ पवित्र बाइबल गेहजी राजा को एलीशा के बारे में एक मृत व्यक्ति को जीवित करने की बात बता रहा था। उसी समय वह स्त्री राजा के पास गई जिसके पुत्र को एलीशा ने जिलाया था। वह चाहती थी कि वह अपने घर और अपनी भूमि को वापस दिलाने में उससे सहायता माँगे। गेहजी ने कहा, “मेरे प्रभु राजा, यह वही स्त्री है और यह वही पुत्र है जिसे एलीशा ने जिलाया था।” Hindi Holy Bible जब वह राजा से यह वर्णन कर ही रहा था कि एलीशा ने एक मुर्दे को जिलाया, तब जिस स्त्री के बेटे को उसने जिलाया था वही आकर अपने घर और भूमि के लिये दोहाई देने लगी। तब गेहजी ने कहा, हे मेरे प्रभु! हे राजा! यह वही स्त्री है और यही उसका बेटा है जिसे एलीशा ने जिलाया था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब वह राजा से यह वर्णन कर ही रहा था कि एलीशा ने एक मुर्दे को जिलाया, तब जिस स्त्री के बेटे को उसने जिलाया था वही आकर अपने घर और भूमि के लिये दोहाई देने लगी। तब गेहजी ने कहा, “हे मेरे प्रभु! हे राजा! यह वही स्त्री है और यही उसका बेटा है जिसे एलीशा ने जिलाया था।” सरल हिन्दी बाइबल जब गेहज़ी, एलीशा द्वारा मृतक को जीवित किए जाने की घटना को बता रहा था, ठीक उसी समय पर यह स्त्री अपनी संपत्ति के वापस मिलने का आग्रह लेकर आ उपस्थित हुई. उसे देख गेहज़ी कह उठा, “महाराज, मेरे स्वामी, यही तो है, वह स्त्री और यही है उसका वह पुत्र, जिसे एलीशा ने जीवित किया है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब वह राजा से यह वर्णन कर ही रहा था कि एलीशा ने एक मुर्दे को जिलाया, तब जिस स्त्री के बेटे को उसने जिलाया था वही आकर अपने घर और भूमि के लिये दुहाई देने लगी। तब गेहजी ने कहा, “हे मेरे प्रभु! हे राजा! यह वही स्त्री है और यही उसका बेटा है जिसे एलीशा ने जिलाया था।” |
सीरिया देश के राजा बेन-हदद ने अपनी समस्त सेना एकत्र की। उसके सात बत्तीस राजा तथा घोड़े और रथ थे। बेन-हदद ने सामरी नगर पर आक्रमण कर दिया। उसने उसको घेर लिया, और युद्ध छेड़ दिया।
एलीशा ने अपने सेवक गेहजी से कहा, ‘महिला को बुला।’ सेवक ने शूनेमवासी महिला को बुलाया। वह आई और एलीशा के सम्मुख खड़ी हो गई।
एलीशा उठे। उन्होंने पलंग से उतरकर कमरे में एक बार चहलकदमी की। वह पलंग पर पुन: चढ़े, और बालक के शरीर पर पसर गए। तब बालक ने सात बार छींका, और अपनी आँखें खोल दीं।
एक दरबारी ने कहा, ‘महाराज, हमारे स्वामी, हममें से किसी ने भी विश्वासघात नहीं किया। परन्तु इस्राएल प्रदेश में एलीशा नामक एक नबी है। वह इस्राएल प्रदेश के राजा को वे तमाम बातें भी बता देता है, जो आप अपने शयनागार में कहते हैं!’
एक दिन इस्राएल प्रदेश का राजा नगर के परकोटे पर से गुजर रहा था। तब एक स्त्री ने उसकी दुहाई दी, ‘ओ महाराज, हमारे मालिक, हमारी सहायता कीजिए।’
राजा ने महिला से पूछताछ की कि क्या एलीशा ने उसके पुत्र को जीवित किया था। महिला ने सब बता दिया। राजा ने उसके लिए एक अधिकारी नियुक्त किया और उस अधिकारी को यह आदेश दिया: ‘जो कुछ इसका है, वह सब इसको वापस दिलाओ। इसके अतिरिक्त, जिस दिन इसने हमारे देश को छोड़ा था, उस दिन से आज तक इसके खेतों में जो फसल उत्पन्न हुई है, वह भी इसको दिलाओ।’
तब उसकी पत्नी जेरेश और उसके मित्रों ने यह सलाह दी, ‘तुम बीस मीटर ऊंचा फांसी का खम्भा बनाओ, और कल सबेरे महाराज से कहो कि वह मोरदकय को फांसी पर टांगने का आदेश दें। इसके बाद शाम को महाराज के साथ आनन्द से भोज में जाना।’ यह सलाह हामान को पसन्द आई। उसने फांसी का खम्भा बनवाया।
हे मेरे परमेश्वर, हे राजा, मैं तेरा गुणगान करूंगा; मैं युग-युगान्त तेरे नाम को धन्य कहूंगा।
मनुष्य मन में अपना मार्ग तो निश्चित करता है पर उस पर चलना, यह प्रभु के हाथ में होता है।
मैंने पुन: अनुभव किया कि सूर्य के नीचे इस धरती पर तेज दौड़ने वाला धावक नहीं जीतता, और न बलवान योद्धा लड़ाई जीतता है। बुद्धिमान मनुष्य को भोजन नहीं मिलता, और न समझदारों को धन-सम्पत्ति। विद्वानों पर कोई कृपा नहीं करता। ये सब समय और संयोग के वश में हैं।
अत: रूत चली गई। वह फसल काटनेवाले के पीछे-पीछे सिला बीनने के लिए खेत में आई। संयोगवश रूत खेत के उस भाग में सिला बीनने लगी जो एलीमेलक के सम्बन्धी बोअज का था।
शाऊल ने दाऊद की आवाज पहचान ली। उसने पूछा, ‘मेरे पुत्र दाऊद, क्या यह तेरी आवाज है?’ दाऊद ने उत्तर दिया, ‘हां महाराज, मेरे स्वामी, यह मेरी आवाज है।’