उसकी वृद्धावस्था के समय उसकी पत्नियों ने उसका हृदय अन्य देवताओं की ओर उन्मुख कर दिया। जैसा सुलेमान के पिता दाऊद का हृदय प्रभु परमेश्वर के प्रति पूर्णत: सच्चा था वैसा उसका हृदय नहीं रहा।
2 राजाओं 14:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अमस्याह ने वही किया, जो प्रभु की दृष्टि में उचित था। फिर भी उसने अपने पूर्वज दाऊद के समान कार्य नहीं किया। उसने अपने सब कार्यों से अपने पिता योआश का अनुसरण किया, पवित्र बाइबल अमस्याह ने वे कार्य किये जिन्हें यहोवा ने अच्छा बताया था। किन्तु उसने अपने पूर्वज दाऊद की तरह परमेश्वर का अनुसरण पूरी तरह से नहीं किया। अमस्याह ने वे सारे काम किये जो उसके पिता योआश ने किये थे। Hindi Holy Bible उसने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में ठीक था तौभी अपने मूल पुरुष दाऊद की नाईं न किया; उसने ठीक अपने पिता योआश के से काम किए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में ठीक था तौभी अपने मूल पुरुष दाऊद के समान न किया; उसने ठीक अपने पिता योआश के से काम किए। सरल हिन्दी बाइबल उसने वही किया, जो याहवेह की दृष्टि में सही था—फिर भी, अपने पूर्वज दावीद के समान नहीं. उसने हर एक काम में अपने पिता योआश का अनुसरण किया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में ठीक था तो भी अपने मूलपुरुष दाऊद के समान न किया; उसने ठीक अपने पिता योआश के से काम किए। |
उसकी वृद्धावस्था के समय उसकी पत्नियों ने उसका हृदय अन्य देवताओं की ओर उन्मुख कर दिया। जैसा सुलेमान के पिता दाऊद का हृदय प्रभु परमेश्वर के प्रति पूर्णत: सच्चा था वैसा उसका हृदय नहीं रहा।
जैसा उसके पूर्वज दाऊद ने किया था, वैसा ही उसने वही कार्य किया, जो प्रभु की दृष्टि में उचित था।
जो पाप अबियाम के पिता ने उसके पहले किये वे ही उसने भी किये। जैसे उसके पूर्वज दाऊद का हृदय प्रभु परमेश्वर के प्रति सच्चा था वैसे अबियाम का हृदय नहीं था।
सुलेमान को प्रभु से प्रेम था। वह अपने पिता दाऊद की संविधियों पर चलता था। परन्तु वह भी पहाड़ी शिखर की वेदी पर पशु-बलि चढ़ाता था और सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाता था।
योआश ने अपने जीवन-भर वे ही कार्य किए जो प्रभु की दृष्टि में उचित थे; क्योंकि पुरोहित यहोयादा उसको धार्मिक शिक्षा देता था।
जब उसने राज्य करना आरम्भ किया तब वह पच्चीस वर्ष का था। उसने राजधानी यरूशलेम में उन्तीस वर्ष तक राज्य किया। उसकी मां का नाम यहोअद्दीन था। वह यरूशलेम नगर की थी।
किन्तु पहाड़ी शिखर की वेदियां नहीं तोड़ी गईं। लोग उन पर पशु-बलि चढ़ाते और सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाते रहे।
योशियाह ने वे कार्य किए जो प्रभु की दृष्टि में उचित हैं। वह अपने पूर्वज दाऊद के मार्ग पर चला। वह उससे तिल मात्र भी अलग नहीं हुआ।
पुरोहित यहोयादा की मृत्यु के बाद यहूदा प्रदेश के उच्चाधिकारी राजा योआश के पास आए। उन्होंने भूमि पर लेटकर राजा को साष्टांग प्रणाम किया। राजा ने उनकी बातें मान लीं।
हे प्रभु, तू ही मेरा बल और मेरा गढ़ है; संकट के समय मैं तेरी ही शरण में आता हूं। प्रभु, विश्व के कोने-कोने से, सब राष्ट्रों के लोग तेरे सम्मुख आएंगे, और यह कहेंगे : ‘निस्सन्देह, हमारे पूर्वजों को पैतृक अधिकार में असत्य के अतिरिक्त कुछ नहीं मिला; उन्हें निस्सार वस्तुएं प्राप्त हुई जो मनुष्य को लाभ नहीं पहुंचातीं।
आप लोग जानते हैं कि पूर्वजों से चली आयी हुई निरर्थक जीवनचर्या से आपका उद्धार सोने-चांदी जैसी नश्वर चीजों की क़ीमत पर नहीं हुआ है,