यदि तू मेरी सब आज्ञाओं को सुनेगा, मेरे मार्ग पर चलेगा, जो कार्य मेरी दृष्टि में उचित हैं, उसको करेगा, और जैसा मेरा सेवक दाऊद मेरी संविधियों और आज्ञाओं का पालन करता था, वैसा ही तू करेगा, तो मैं तेरे साथ रहूंगा। जैसा मैंने दाऊद के लिए राज-वंश का निर्माण किया था वैसा ही तेरे लिए करूंगा। मैं तुझे इस्राएली राष्ट्र दे दूंगा।
उसकी वृद्धावस्था के समय उसकी पत्नियों ने उसका हृदय अन्य देवताओं की ओर उन्मुख कर दिया। जैसा सुलेमान के पिता दाऊद का हृदय प्रभु परमेश्वर के प्रति पूर्णत: सच्चा था वैसा उसका हृदय नहीं रहा।
जो कार्य प्रभु की दृष्टि में उचित था, वह दाऊद ने किया था। उसने अपने जीवन-भर उन आज्ञाओं का उल्लंघन नहीं किया था, जो प्रभु ने उसे दी थीं। हां, उसने हित्ती जाति के ऊरियाह के विषय में एक बार आज्ञा-उल्लंघन किया था।
अमस्याह ने वही किया, जो प्रभु की दृष्टि में उचित था। फिर भी उसने अपने पूर्वज दाऊद के समान कार्य नहीं किया। उसने अपने सब कार्यों से अपने पिता योआश का अनुसरण किया,
‘हे प्रभु, स्मरण कर कि मैं सच्चाई और सम्पूर्ण हृदय से तेरे सम्मुख तेरे मार्ग पर चलता रहा। मैंने उन्हीं कार्यों को किया है, जो तेरी दृष्टि में उचित हैं।’ यह कहकर हिजकियाह फूट-फूटकर रोने लगा।
मनुष्य लोगों के सम्मुख गीत गाता है, और यह कहता है, “मैंने पाप किया था, मैंने उचित कार्य को अनुचित बना दिया था, तो भी मुझे इस अधर्म का दण्ड नहीं दिया गया।
प्रभु ने कहा, ‘यदि तुम अपने प्रभु परमेश्वर की वाणी ध्यानपूर्वक सुनोगे, जो कार्य मेरी दृष्टि में उचित है, उसे करोगे, मेरी आज्ञाओं पर कान दोगे और मेरी समस्त संविधियों का पालन करोगे, तो मैं तुम पर महामारियाँ नहीं डालूँगा, जो मैंने मिस्र-निवासियों पर डाली थीं, क्योंकि मैं प्रभु हूं−तुम्हें स्वस्थ करने वाला।’
“हे प्रभु, स्मरण कर कि मैं सच्चाई और सम्पूर्ण हृदय से तेरे सम्मुख तेरे मार्ग पर चला। मैंने उन्हीं कार्यों को किया, जो तेरी दृष्टि में उचित हैं।” यह कहकर हिजकियाह फूट-फूटकर रोने लगा।
‘अब, ओ इस्राएल, तेरा प्रभु परमेश्वर तुझ से क्या चाहता है? केवल यह कि तू अपने प्रभु परमेश्वर की भक्ति करे उसके सब मार्गों पर चले और उससे प्रेम करे; तू अपने सम्पूर्ण हृदय और सम्पूर्ण प्राण से अपने प्रभु परमेश्वर की सेवा करे,
जो कार्य प्रभु की दृष्टि में उचित और भला है, उसी को करना, जिससे तेरा भला हो और तू उस उत्तम देश में प्रवेश कर उसको अपने अधिकार में कर सके, जिसकी शपथ प्रभु ने तेरे पूर्वजों से खाई थी