आखिर आप लोग क्या चाहते हैं? क्या मैं छड़ी लिये आप के पास आऊं या प्रेम और कोमलता का भाव ले कर?
2 कुरिन्थियों 13:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं दूर रहते हुए ये बातें इसलिए लिख रहा हूँ कि आप के यहाँ रहते हुए मुझे, प्रभु द्वारा प्रदत्त अधिकार के अनुसार, आप लोगों के साथ कठोर व्यवहार न करना पड़े; क्योंकि मुझे यह अधिकार आप के विनाश के लिए नहीं, बल्कि आप के आध्यात्मिक निर्माण के लिए मिला है। पवित्र बाइबल इसलिए तुमसे दूर रहते हुए भी मैं इन बातों को तुम्हें लिख रहा हूँ ताकि जब मैं तुम्हारे बीच होऊँ तो मुझे प्रभु के द्वारा दिये गये अधिकार से तुम्हें हानि पहुँचाने के लिए नहीं बल्कि तुम्हारे आध्यात्मिक विकास के लिए तुम्हारे साथ कठोरता न बरतनी पड़े। Hindi Holy Bible इस कारण मैं तुम्हारे पीठ पीछे ये बातें लिखता हूं, कि उपस्थित होकर मुझे उस अधिकार के अनुसार जिसे प्रभु ने बिगाड़ने के लिये नहीं पर बनाने के लिये मुझे दिया है, कड़ाई से कुछ करना न पड़े॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इस कारण मैं तुम्हारे पीठ पीछे ये बातें लिखता हूँ, कि उपस्थित होकर मुझे उस अधिकार के अनुसार जिसे प्रभु ने बिगाड़ने के लिये नहीं पर बनाने के लिये मुझे दिया है, कड़ाई से कुछ करना न पड़े। नवीन हिंदी बाइबल इस कारण अनुपस्थित होते हुए भी मैं ये बातें लिख रहा हूँ, ताकि जब मैं तुम्हारे पास आऊँ तो मुझे उस अधिकार का प्रयोग कठोरता से न करना पड़े जिसे प्रभु ने मुझे तुम्हारे विनाश के लिए नहीं बल्कि उन्नति के लिए दिया है। सरल हिन्दी बाइबल इस कारण दूर होते हुए भी मैं तुम्हें यह सब लिख रहा हूं कि वहां उपस्थिति होने पर मुझे प्रभु द्वारा दिए गए अधिकार का प्रयोग कठोर भाव में न करना पढ़े. इस अधिकार का उद्देश्य है उन्नत करना, न कि नाश करना. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इस कारण मैं तुम्हारे पीठ पीछे ये बातें लिखता हूँ, कि उपस्थित होकर मुझे उस अधिकार के अनुसार जिसे प्रभु ने बिगाड़ने के लिये नहीं पर बनाने के लिये मुझे दिया है, कड़ाई से कुछ करना न पड़े। |
आखिर आप लोग क्या चाहते हैं? क्या मैं छड़ी लिये आप के पास आऊं या प्रेम और कोमलता का भाव ले कर?
और मेरा निर्णय यह है : अपने प्रभु येशु के नाम पर हम-अर्थात् आप लोग और मैं आत्मा में-एकत्र हो जायेंगे और अपने प्रभु येशु के अधिकार से
मैं आप लोगों से अनुरोध कर रहा हूँ-आप ऐसा करें कि आप लोगों के साथ रहते समय मुझे निर्भीकता न दिखलानी पड़े, क्योंकि जो लोग समझते हैं कि हम सांसारिक मनुष्य की तरह आचरण करते हैं, मैंने उनके साथ कठोर व्यवहार करने का संकल्प किया है।
हमारे संघर्ष के अस्त्र-शस्त्र सांसारिक नहीं हैं, बल्कि उन में परमेश्वर का सामर्थ्य विद्यमान है, जिससे वे हर प्रकार के किले नष्ट कर सकते हैं। हम कुतर्कों और घमण्ड से उत्पन्न उन सब बातों का खण्डन करते हैं, जो परमेश्वर को जानने में बाधक हैं। हम प्रत्येक विवेकशील मनुष्य को मसीह की अधीनता स्वीकार करने को बाध्य करते हैं।
आपके विनाश के लिए नहीं, बल्कि आपके आध्यात्मिक निर्माण के लिए हमें प्रभु से जो अधिकार मिला है, यदि मैं उस पर कुछ अधिक गर्व कर रहा हूँ, तो मुझे इस बात की कोई लज्जा नहीं है।
जब मैं दूसरी बार आप के यहाँ आया, तो उन लोगों से, जिन्होंने पहले पाप किया था, और अन्य सभी लोगों से भी, मैंने जो बात कही थी, वही पहुँचने से पहले दुहरा रहा हूँ कि मैं लौटने पर किसी पर दया नहीं करूँगा;
तब मैंने इस बात को लेकर पत्र लिखा, जिससे कहीं ऐसा न हो कि मेरे आने पर, जिन लोगों से मुझे आनन्द मिलना चाहिए, वे मुझे दु:खी बनायें; क्योंकि आप सब के विषय में मेरा दृढ़ विश्वास है कि मेरा आनन्द आप सब का आनन्द भी है।
हमने अपने निर्दोष आचरण, ज्ञान, सहनशीलता, दयालुता, पवित्र आत्मा के कार्यों, निष्कपट प्रेम,
यह कथन सत्य-साक्षी निकला। इसलिए तुम उन्हें कड़ी चेतावनी देते रहो, जिससे वे विश्वास में परिपक्व हो जाएं