मैं प्रभु के निश्चय की घोषणा करूंगा : उसने मुझसे यह कहा है : “तू मेरा पुत्र है, आज मैंने तुझे उत्पन्न किया है।
2 कुरिन्थियों 1:19 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्योंकि सिल्वानुस, तिमोथी और मैंने आपके बीच जिनका प्रचार किया, उन परमेश्वर-पुत्र येशु मसीह में कभी ‘हां’ और कभी ‘नहीं’-जैसी बात नहीं-उन में मात्र ‘हां’ है। पवित्र बाइबल क्योंकि तुम्हारे बीच जिस परमेश्वर के पुत्र यीशु मसीह का हमने, यानी सिलवानुस, तिमुथियुस और मैंने प्रचार किया है, वह “हाँ” और “ना” दोनों एक साथ नहीं है बल्कि उसके द्वारा एक चिरन्तन “हाँ” की ही घोषणा की गयी है। Hindi Holy Bible क्योंकि परमेश्वर का पुत्र यीशु मसीह जिसका हमारे द्वारा अर्थात मेरे और सिलवानुस और तीमुथियुस के द्वारा तुम्हारे बीच में प्रचार हुआ; उस में हां और नहीं दोनों न थीं; परन्तु, उस में हां ही हां हुई। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि परमेश्वर का पुत्र यीशु मसीह जिसका हमारे द्वारा अर्थात् मेरे और सिलवानुस और तीमुथियुस के द्वारा तुम्हारे बीच में प्रचार हुआ, उसमें ‘हाँ’ और ‘नहीं’ दोनों नहीं थे, परन्तु उसमें ‘हाँ’ ही ‘हाँ’ हुई। नवीन हिंदी बाइबल क्योंकि परमेश्वर का पुत्र यीशु मसीह, जिसका प्रचार तुम्हारे बीच हमारे द्वारा, अर्थात् मेरे, सिलवानुस और तीमुथियुस के द्वारा किया गया, वह ऐसा नहीं जो “हाँ” और “नहीं” दोनों हो, बल्कि उसमें “हाँ” ही है। सरल हिन्दी बाइबल परमेश्वर का पुत्र मसीह येशु, जिनका प्रचार सिलवानॉस, तिमोथियॉस तथा मैंने तुम्हारे मध्य किया, वह प्रचार कभी “हां” या कभी “ना” नहीं परंतु परमेश्वर में हमेशा हां ही रहा है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि परमेश्वर का पुत्र यीशु मसीह जिसका हमारे द्वारा अर्थात् मेरे और सिलवानुस और तीमुथियुस के द्वारा तुम्हारे बीच में प्रचार हुआ; उसमें ‘हाँ’ और ‘नहीं’ दोनों न थी; परन्तु, उसमें ‘हाँ’ ही ‘हाँ’ हुई। |
मैं प्रभु के निश्चय की घोषणा करूंगा : उसने मुझसे यह कहा है : “तू मेरा पुत्र है, आज मैंने तुझे उत्पन्न किया है।
परमेश्वर ने मूसा से कहा, ‘मैं हूं, जो मैं हूं।’ परमेश्वर ने फिर कहा, ‘इस्राएली लोगों से यह कहना : “मैं-हूं ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है।” ’
वह बोल ही रहा था कि उन सब पर एक चमकीला बादल छा गया और उस बादल में से यह वाणी सुनाई पड़ी, “यह मेरा प्रिय पुत्र है। मैं इस पर अत्यन्त प्रसन्न हूँ। इसकी बात सुनो।”
यह कह रहे थे, “हे मन्दिर ढाने वाले और तीन दिनों में उसे फिर बना देने वाले! यदि तू परमेश्वर का पुत्र है, तो अपने को बचा और क्रूस से उतर आ”।
शतपति और उसके साथ येशु पर पहरा देने वाले सैनिक भूकम्प और इन सब घटनाओं को देख कर अत्यन्त भयभीत हो गये और बोल उठे, “निश्चय ही, यह परमेश्वर का पुत्र था।”
और देखो, स्वर्ग से वह वाणी सुनाई दी, “यह मेरा प्रिय पुत्र है। मैं इस पर अत्यन्त प्रसन्न हूँ।”
तब परीक्षक ने पास आकर उनसे कहा, “यदि आप परमेश्वर के पुत्र हैं, तो कह दीजिए कि ये पत्थर रोटियाँ बन जाएँ।”
स्वर्गदूत ने उत्तर दिया, “पवित्र आत्मा आप पर उतरेगा और सर्वोच्च परमेश्वर का सामर्थ्य आप पर छाया करेगा। इसलिए जो आप से उत्पन्न होगा, वह पवित्र होगा और परमेश्वर का पुत्र कहलाएगा।
यहूदी धर्मगुरुओं ने उत्तर दिया, “हमारी एक व्यवस्था है और उस व्यवस्था के अनुसार यह प्राणदण्ड के योग्य है, क्योंकि यह स्वयं को परमेश्वर का पुत्र मानता है।”
किन्तु इनका विवरण इसलिए दिया गया है, जिससे आप विश्वास करें कि येशु ही मसीह, परमेश्वर के पुत्र हैं और अपने इस विश्वास के द्वारा उनके नाम से जीवन प्राप्त करें।
“परमेश्वर ने संसार से इतना प्रेम किया कि उसने उसके लिए अपने एकलौते पुत्र को अर्पित कर दिया, जिससे जो कोई उस में विश्वास करता है, वह नष्ट न हो, बल्कि शाश्वत जीवन प्राप्त करे।
येशु ने उनसे कहा, “मैं तुम से सच-सच कहता हूँ : अब्राहम के जन्म लेने के पहले से ही मैं हूँ।”
तब समस्त कलीसिया की सहमति से प्रेरितों तथा धर्मवृद्धों ने निश्चय किया कि उन में से कुछ लोगों को चुन कर पौलुस तथा बरनबास के साथ महानगर अन्ताकिया भेजा जाये। उन्होंने दो व्यक्तियों को चुना, जो भाई-बहिनों में प्रमुख थे, अर्थात् यहूदा को, जो बरसब्बास कहलाता था, तथा सीलास को,
पौलुस दिरबे और लुस्त्रा नगर भी पहुँचे। वहां तिमोथी नामक एक शिष्य था, जो विश्वासी यहूदी माता तथा यूनानी पिता का पुत्र था।
जब सीलास और तिमोथी मकिदुनिया से आये तो पौलुस वचन सुनाने में अपना पूरा समय देने लगे और यहूदियों को यह साक्षी देते रहे कि येशु ही मसीह हैं।
यात्रा करते-करते वे मार्ग में एक जलाशय के पास पहुँचे। ख़ोजे ने कहा, “यहाँ पानी है। अब मेरे बपतिस्मा में क्या बाधा है?” [
वह शीघ्र ही सभागृहों में येशु के विषय में प्रचार करने लगे कि वही परमेश्वर के पुत्र हैं।
कुरिन्थुस नगर में परमेश्वर की कलीसिया तथा समस्त यूनान देश में रहने वाले सभी सन्तों के नाम पौलुस, जो परमेश्वर की इच्छा से येशु मसीह का प्रेरित नियुक्त हुआ है, और भाई तिमोथी का पत्र।
पिता परमेश्वर और प्रभु येशु मसीह में थिस्सलुनीके नगर की कलीसिया के नाम पौलुस, सिल्वानुस और तिमोथी का पत्र। आप को अनुग्रह तथा शान्ति प्राप्त हो!
हमारे पिता परमेश्वर और प्रभु येशु मसीह में थिस्सलुनीके नगर की कलीसिया के नाम पौलुस, सिल्वानुस और तिमोथी का पत्र।
धर्म का यह रहस्य निस्सन्देह महान् है : मसीह मनुष्य के रूप में प्रकट हुए, पवित्र आत्मा के द्वारा सत्य प्रमाणित हुए, और स्वर्गदूतों को दिखाई दिये। अन्यजातियों में उनका प्रचार हुआ, संसार भर में उन पर विश्वास किया गया और वह महिमा में ऊपर उठा लिये गये।
वे तो नष्ट हो जायेंगे, किन्तु तू बना रहता है। वे सब वस्त्र की तरह पुराने हो जायेंगे।
मैंने आप लोगों को यह संिक्षप्त पत्र सिलवानुस से लिखवाया है, जिन को मैं अपना विश्वसनीय भाई मानता हूँ। मैं आप को समझाता हूं, और विश्वास दिलाता हूँ कि इस में जो लिखा हुआ है, वह परमेश्वर का सच्चा अनुग्रह है। उस अनुग्रह में सुदृढ़ बने रहें।
जब उन्हें पिता-परमेश्वर से सम्मान तथा महिमा प्राप्त हुई और भव्य ऐश्वर्य में से उनके प्रति एक वाणी यह कहती हुई सुनाई पड़ी, “यह मेरा पुत्र, मेरा प्रिय है। मैं इस से प्रसन्न हूँ।”
हमने जो देखा और सुना है, वही हम तुम लोगों को भी बताते हैं, जिससे तुम्हें भी हमारे साथ सहभागिता प्राप्त हो। निस्संदेह, हमारी सहभागिता पिता के साथ और उसके पुत्र येशु मसीह के साथ है।
हम जानते हैं कि परमेश्वर-पुत्र आया है और उसने हमें सच्चे परमेश्वर को पहचानने की समझ दी है। हम सच्चे परमेश्वर में निवास करते हैं; क्योंकि हम उसके पुत्र येशु मसीह में निवास करते हैं। यही सच्चा परमेश्वर और शाश्वत जीवन है।
जो कोई मसीह की शिक्षा की सीमा के अन्दर नहीं रहता, बल्कि उस से बाहर चला जाता है, उसे परमेश्वर प्राप्त नहीं है। जो शिक्षा की सीमा के अन्दर रहता है, उसे पिता और पुत्र, दोनों प्राप्त हैं।
“तुम जो कुछ देख रहे हो, उसे पुस्तक में लिखो और उसे सात कलीसियाओं को भेज दो − इफ़िसुस, स्मुरना, पिरगमुन, थुआतीरा, सरदीस, फिलदेलफिया, और लौदीकिया को।”
मैं उसे देखते ही मृतक-जैसा उसके चरणों पर गिर पड़ा। उसने मुझ पर अपना दाहिना हाथ रख कर कहा, “मत डरो। प्रथम और अन्तिम मैं हूँ।
जो है, जो था और जो आनेवाला है, वही सर्वशक्तिमान प्रभु परमेश्वर कहता है, “अल्फा और ओमेगा मैं हूँ।”
“थुआतीरा की कलीसिया के दूत को यह लिखो : “जिसकी आँखें अग्नि की तरह धधकती हैं और जिसके पैर पीतल की तरह चमकते हैं, उस परमेश्वर-पुत्र का सन्देश इस प्रकार है :