उन्होंने हरएक पहाड़ी शिखर पर और हरे-भरे वृक्ष के नीचे वेदियां, पूजा-स्तम्भ और लकड़ी के खम्भे प्रतिष्ठित किए।
2 इतिहास 33:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उसके पिता हिजकियाह ने पहाड़ी शिखर की वेदियां तोड़ दी थीं। परन्तु मनश्शे ने उनको पुन: निर्मित किया। उसने बअल देवता के लिए वेदियां बनाईं और अशेराह देवी के लिए खम्भे खड़े किये। वह आकाश की प्राकृतिक शक्तियों की वंदना और पूजा करता था। पवित्र बाइबल मनशशे ने फिर उन उच्च स्थानों को बनाया जिन्हें उसके पिता हिजकिय्याह ने तोड़ गिराया था। मनशशे ने बाल देवताओं की वेदियाँ बनाईं और अशेरा—स्तम्भ खड़े किये। वह नक्षत्र—समूह को प्रणाम करता था तथा उन्हें पूजता था। Hindi Holy Bible उसने उन ऊंचे स्थानों को जिन्हें उसके पिता हिजकिय्याह ने तोड़ दिया था, फिर बनाया, और बाल नाम देवताओं के लिये वेदियां ओर अशेरा नाम मूरतें बनाईं, और आकाश के सारे गण को दण्डवत करता, और उनकी उपासना करता रहा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसने उन ऊँचे स्थानों को जिन्हें उसके पिता हिजकिय्याह ने तोड़ दिया था, फिर बनाया, और बाल नामक देवताओं के लिये वेदियाँ और अशेरा नामक मूरतें बनाईं, और आकाश के सारे गणों को दण्डवत् करता, और उनकी उपासना करता रहा। सरल हिन्दी बाइबल उसने उन सभी ऊंचे स्थानों को दोबारा बनवा दिया, जो उसके पिता हिज़किय्याह द्वारा गिराए गए थे. उसने बाल के लिए वेदियां और अशेराहें बनाईं. उसने आकाश के सभी तारों और नक्षत्रों की पूजा करनी भी शुरू कर दी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसने उन ऊँचे स्थानों को जिन्हें उसके पिता हिजकिय्याह ने तोड़ दिया था, फिर बनाया, और बाल नामक देवताओं के लिये वेदियाँ और अशेरा नामक मूरतें बनाईं, और आकाश के सारे गणों को दण्डवत् करता, और उनकी उपासना करता रहा। |
उन्होंने हरएक पहाड़ी शिखर पर और हरे-भरे वृक्ष के नीचे वेदियां, पूजा-स्तम्भ और लकड़ी के खम्भे प्रतिष्ठित किए।
उसने पहाड़ी शिखर की वेदियां हटा दीं। पूजा-स्तम्भ तोड़ दिए। अशेराह देवी की मूर्ति ध्वस्त कर दी। जो पीतल का सर्प मूसा ने बनाया था, और जिसके सम्मुख अब तक इस्राएली सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाते आ रहे थे, उसको भी हिजकियाह ने टुकड़े-टुकड़े कर दिया। पीतल के सर्प का नाम नहूश्तान था।
उसके पिता हिजकियाह ने पहाड़ी शिखर की वेदियां तोड़ दी थीं। मनश्शे ने उनको पुन: निर्मित किया। उसने बअल देवता के लिए वेदियां बनाईं और अशेराह देवी की पूजा के खम्भे खड़े किये जैसा इस्राएल प्रदेश के राजा अहाब ने किया था। मनश्शे आकाश की प्राकृतिक शक्तियों की वन्दना और पूजा करता था।
यहूदा प्रदेश के राजाओं ने प्रभु-भवन के प्रवेश-द्वार पर − अर्थात् राज-भवन के भण्डारी खोजा नतन-मेलेक के कमरे के समीप, जो ग्रीष्म-भवन कहलाता था − सूर्य देवता के लिए अश्व-मूर्तियां प्रतिष्ठित की थीं। राजा योशियाह ने उनको हटा दिया और सूर्य देवता के रथों को आग में भस्म कर दिया।
राजा ने महापुरोहित हिल्कियाह, उपपुरोहितों और द्वारपालों को आदेश दिया कि वे उन सब पात्रों को प्रभु के मन्दिर से बाहर निकाल दें जो बअल देवता, अशेराह देवी तथा आकाश की प्राकृतिक शक्तियों के लिए बनाए गए थे। तत्पश्चात् उसने उनको यरूशलेम नगर के बाहर किद्रोन घाटी में जला दिया, और वह उनकी राख बेत-एल की वेदी को ले गया।
राजा आहाज ने परमेश्वर के भवन के सब पात्रों को इकट्ठा किया, और उसके बाद उन पात्रों के टुकड़े-टुकड़े कर दिये। उसने प्रभु के भवन के द्वार बन्द कर दिये, और यरूशलेम नगर के कोने-कोने में स्वयं वेदियां बनवाईं।
लोगों ने यरूशलेम नगर के मोड़ों और चौकों पर स्थापित अन्य देवताओं की वेदियों को हटा दिया। जो वेदियां सुगन्धित धूप-बलि जलाने के लिए स्थापित की गई थीं, उनको किद्रोन की घाटी में फेंक दिया।
पर्व के समाप्त होने के पश्चात् सब इस्राएली, जो उस समय यरूशलेम में उपस्थित थे, यहूदा प्रदेश के नगरों में गए। उन्होंने यहूदा और बिन्यामिन कुल-क्षेत्रों तथा एफ्रइम और मनश्शे गोत्र के क्षेत्रों में प्रतिष्ठित अशेराह देवी के पूजा-स्तम्भ, देवताओं की मूर्तियाँ, पहाड़ी शिखर की वेदियां तथा अन्य वेदियां ध्वस्त कर दीं। उन्होंने स्तम्भों के टुकड़े-टुकड़े कर दिए, मूर्तियों को काट दिया, मन्दिर और वेदियों को नष्ट कर दिया। तब इस्राएली राष्ट्र का प्रत्येक व्यक्ति अपने नगर को, अपने भूमि-क्षेत्र को लौट गया।
क्या यह वही प्रभु परमेश्वर नहीं है, जिसकी पहाड़ी शिखर की वेदियां तथा अन्य वेदियां इसी हिजकियाह ने हटा दी हैं, और जिसके लिए हिजकियाह ने यहूदा प्रदेश और यरूशलेम के निवासियों को यह आदेश दिया है : “तुम यरूशलेम की एक ही वेदी के सम्मुख वन्दना करना और उसी एक ही वेदी के सम्मुख सुगन्धित धूप-बलि जलाना?”
उसने प्रभु के भवन में प्रतिष्ठित विदेशी देवी-देवताओं की मूर्तियां हटा दीं। यरूशलेम में स्थान-स्थान पर तथा जिस पहाड़ पर प्रभु का भवन स्थित है, उस पर उसने वेदियाँ बनाई थीं। उसने इन सब वेदियों को तोड़ दिया, और उनके टुकड़ों को यरूशलेम नगर के बाहर फेंक दिया।
‘द्रष्टाओं का इतिहास-ग्रंथ’ में भी मनश्शे का उल्लेख हुआ है: उसकी प्रार्थना; और परमेश्वर ने उसकी विनती, अनुनय-विनय कैसे स्वीकार किया; उसके पाप-कर्म तथा प्रभु के विरुद्ध उसका विश्वासघात; उन जगहों का वर्णन जहाँ मनश्शे ने पहाड़ी शिखर के मन्दिर बनाए थे, जहाँ अशेराह के खम्भे तथा मूर्तियाँ प्रतिष्ठित की थीं। इसी ग्रंथ में लिखा है कि उसने प्रभु के सम्मुख स्वयं को विनम्र किया था।
इन लोगों ने मुझे त्याग दिया और अन्य जातियों के देवताओं की मूर्तियों के सम्मुख सुगंधित धूप-द्रव्य जलाया। इन्होंने अपने हाथों से देवताओं की मूर्तियां बनाकर मेरे क्रोध को भड़काया है। अत: मेरी क्रोधाग्नि इस स्थान के प्रति भड़केगी, और वह कभी नहीं बुझेगी।”
अत: तू उनकी वेदियों को तोड़ डालना। उनके स्तम्भों को गिरा देना। उनकी अशेरा देवी के खम्भों को ध्वस्त करना।
कौन जानता है कि मेरा उत्तराधिकारी बुद्धिमान होगा अथवा मूर्ख? तो भी धरती पर वह मेरे समस्त परिश्रम के फल को भोगेगा और जो कुछ मैंने बुद्धि से संग्रह किया है वह उसका स्वामी होगा।
युद्ध के शस्त्रों से बुद्धि उत्तम है, किन्तु एक दुर्जन अनेक भले कार्यों को नष्ट कर देता है।
क्या उनके पुत्र-पुत्रियां पहाड़ों पर, खुले मैदानों में हरे-हरे वृक्षों के नीचे, ऊंची-ऊंची पहाड़ियों पर स्थापित अपनी वेदियों और अशेरा देवी की मूर्तियों को एक पल के लिए भी भूल सकते हैं? अत: ओ यहूदा प्रदेश! जो पाप तूने अपने प्रदेश में किए हैं, उनके दण्ड के लिए मैं तेरी सारी सम्पत्ति, तेरा बहुमूल्य खजाना लुटेरे शत्रु को दे दूंगा।
यहूदा प्रदेश के राजाओं के महल, यरूशलेम निवासियों के मकान, जहां आकाश की प्राकृतिक शक्तियों को सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाया गया है, अन्य देवी-देवताओं को पेय-बलि चढ़ायी गयी है, वे सब घर तोपेत पूजा-स्थल के समान अशुद्ध होंगे।” ’
प्रभु कहता है, ‘यहूदा प्रदेश के निवासियों ने मेरी दृष्टि में दुष्कर्म किए हैं। जो भवन मेरे नाम से प्रसिद्ध है, उसको अशुद्ध करने के लिए उन्होंने उसमें घृणित मूर्तियां प्रतिष्ठित की हैं।
उनकी हड्डियां सूर्य, चन्द्रमा और आकाश के तारागणों के सामने बिखरा दी जाएंगी; क्योंकि इनसे ही वे प्यार करते थे। इन की ही उन्होंने सेवा की थी, और इनका ही अनुसरण किया था। वे इन से ही शकुन विचारते थे, और इनकी ही पूजा करते थे। उनके इन्हीं दुष्कर्मों के कारण उनकी हड्डियां एकत्र नहीं की जाएंगी, और न वे पुन: गाड़ी जाएंगी। कूड़े के ढेर की तरह उनकी हड्डियों का ढेर जमीन पर पड़ा रहेगा।
ये अपने घर की छत पर चढ़कर आकाश की शक्तियों की पूजा करते हैं, और मिलकोम देवता के नाम पर शपथ खाते हैं। ये मेरी भी वन्दना करते हैं; और मुझ-प्रभु के नाम पर भी शपथ खाते हैं!
तब परमेश्वर उनसे विमुख हो गया और उसने उन्हें आकाश के नक्षत्रों की उपासना करने के लिए छोड़ दिया, जैसा कि नबियों की पुस्तक में लिखा है : ‘इस्राएलियो! क्या तुम लोगों ने निर्जन प्रदेश में चालीस वर्ष तक मुझे पशु-बलि तथा अन्न-बलि चढ़ायी थी? नहीं!
‘जो वेदी तू अपने प्रभु परमेश्वर के लिए बनाएगा, उसके पास अशेरा देवी के खम्भे के रूप में कोई पेड़ मत लगाना।
उसने दूसरे देवताओं की पूजा की है, और उनकी अथवा सूर्य, चन्द्रमा या आकाश की सेना में से किसी की वन्दना की है, जिसकी आज्ञा मैंने नहीं दी है,
सावधान! ऐसा न हो कि जब तुम आकाश की ओर अपनी आंखें उठाओ और सूर्य, चन्द्रमा और तारों को, आकाश की समस्त सेना को देखो, तब उनकी ओर खिंच जाओ, और उनकी वन्दना करो, उनकी सेवा करो। तुम्हारे प्रभु परमेश्वर ने आकाश के नीचे की समस्त जातियों में उनको बांट दिया है।