जब पौ फटने लगी तब दूतों ने लोट से आग्रह किया कि वह शीघ्रता करे। उन्होंने कहा, ‘उठो, अपनी पत्नी और दोनों पुत्रियों को जो यहाँ हैं, लेकर चले जाओ। अन्यथा तुम भी इस नगर के कुकर्म-दण्ड में भस्म हो जाओगे।’
2 इतिहास 31:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पर्व के समाप्त होने के पश्चात् सब इस्राएली, जो उस समय यरूशलेम में उपस्थित थे, यहूदा प्रदेश के नगरों में गए। उन्होंने यहूदा और बिन्यामिन कुल-क्षेत्रों तथा एफ्रइम और मनश्शे गोत्र के क्षेत्रों में प्रतिष्ठित अशेराह देवी के पूजा-स्तम्भ, देवताओं की मूर्तियाँ, पहाड़ी शिखर की वेदियां तथा अन्य वेदियां ध्वस्त कर दीं। उन्होंने स्तम्भों के टुकड़े-टुकड़े कर दिए, मूर्तियों को काट दिया, मन्दिर और वेदियों को नष्ट कर दिया। तब इस्राएली राष्ट्र का प्रत्येक व्यक्ति अपने नगर को, अपने भूमि-क्षेत्र को लौट गया। पवित्र बाइबल फसह पर्व का उत्सव पूरा हुआ। इस्राएल के जो लोग फसह पर्व के लिये यरूशलेम में थे, वे यहूदा के नगरों को चले गए। तब उन्होंने पत्थर की उन मूर्तियों को ध्वस्त किया जो उन नगरों में थीं। उन पत्थर की मूर्तियों का पूजन असत्य देवताओं के रूप में होता था। उन लोगों ने अशेरा के स्तम्भों को भी काट डाला और उन्होंने उन उच्चस्थानों और वेदियों को भी तोड़ डाला जो बिन्यामीन और यहूदा के पूरे देशों में थे। लोगों ने एप्रैम और मनश्शे के क्षेत्र में भी वही किया। लोगों ने यह तब तक किया जब तक उन्होंने असत्य देवाताओं की पूजा की सभी चीज़ों को नष्ट नहीं कर दिया। तब सभी इस्राएली अपने नगरों को घर लौट गए। Hindi Holy Bible जब यह सब हो चुका, तब जितने इस्राएली अपस्थित थे, उन सभों ने यहूदा के नगरों में जा कर, सारे यहूदा और बिन्यामीन और एप्रेम और मनश्शे में कि लाठों को तोड़ दिया, अशेरों को काट डाला, और ऊंचे स्थानों और वेदियों को गिरा दिया; और उन्होंने उन सब का अन्त कर दिया। तब सब इस्राएली अपने अपने नगर को लौट कर, अपनी अपनी निज भूमि में पहुंचे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब यह सब हो चुका, तब जितने इस्राएली उपस्थित थे, उन सभों ने यहूदा के नगरों में जाकर, सारे यहूदा और बिन्यामीन और एप्रैम और मनश्शे में की लाठों को तोड़ दिया, अशेरों को काट डाला, और ऊँचे स्थानों और वेदियों को गिरा दिया; और उन्होंने उन सब का अन्त कर दिया। तब सब इस्राएली अपने अपने नगर को लौटकर, अपनी अपनी निज भूमि में पहुँचे। सरल हिन्दी बाइबल यह सब होने के बाद वहां उपस्थित इस्राएल के सारे वंशज यहूदिया के नगरों में जा पहुंचे और वहां उन्होंने पूजा की जगह हटा दीं, पूजा के खंभे तोड़ दिए और अशेराह के खंभे भी ध्वस्त कर दिए, जो यहूदिया, बिन्यामिन, एफ्राईम और मनश्शेह प्रदेश में बनाई गई थी. उन्होंने हर एक वेदी ढाह दी, एक भी बाकी न रही. यह करके सभी इस्राएल वंशज अपने-अपने नगर, अपनी स्वयं की भूमि पर लौट गए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब यह सब हो चुका, तब जितने इस्राएली उपस्थित थे, उन सभी ने यहूदा के नगरों में जाकर, सारे यहूदा और बिन्यामीन और एप्रैम और मनश्शे में की लाठों को तोड़ दिया, अशेरों को काट डाला, और ऊँचे स्थानों और वेदियों को गिरा दिया; और उन्होंने उन सब का अन्त कर दिया। तब सब इस्राएली अपने-अपने नगर को लौटकर, अपनी-अपनी निज भूमि में पहुँचे। |
जब पौ फटने लगी तब दूतों ने लोट से आग्रह किया कि वह शीघ्रता करे। उन्होंने कहा, ‘उठो, अपनी पत्नी और दोनों पुत्रियों को जो यहाँ हैं, लेकर चले जाओ। अन्यथा तुम भी इस नगर के कुकर्म-दण्ड में भस्म हो जाओगे।’
जो कार्य प्रभु की दृष्टि में बुरा था, उसने वही किया। फिर भी उसने उतने बुरे कार्य नहीं किए, जितने इस्राएल प्रदेश के पूर्ववर्ती राजाओं ने किए थे।
पर यदि तुम मुझसे यह कहोगे, “हमने अपने प्रभु परमेश्वर पर भरोसा किया,” तो मैं तुमसे यह कहता हूँ : क्या यह वही प्रभु परमेश्वर नहीं है, जिसके पहाड़ी शिखर के आराधना-गृह तथा वेदियां हिजकियाह ने हटा दी हैं, और जिसके लिए हिजकियाह ने यहूदा प्रदेश और यरूशलेम के निवासियों को यह आदेश दिया है, “तुम यरूशलेम की वेदी के सम्मुख ही आराधना करना?”
उसने पहाड़ी शिखर की वेदियां हटा दीं। पूजा-स्तम्भ तोड़ दिए। अशेराह देवी की मूर्ति ध्वस्त कर दी। जो पीतल का सर्प मूसा ने बनाया था, और जिसके सम्मुख अब तक इस्राएली सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाते आ रहे थे, उसको भी हिजकियाह ने टुकड़े-टुकड़े कर दिया। पीतल के सर्प का नाम नहूश्तान था।
उसने अन्य जाति की वेदियां, पहाड़ी शिखर के पूजागृह ध्वस्त कर दिए। उसने पूजा-स्तम्भ तथा अशेराह देवी की प्रतिमा को काट दिया।
इसके बाद सब लोग बअल देवता के पूजागृह को गए। उन्होंने उसे खण्डहर बना दिया। उन्होंने उसकी वेदियों और मूर्तियों के टुकड़े-टुकड़े कर दिए। उन्होंने वेदियों के सम्मुख ही बअल देवता के पुरोहित मत्तान का वध कर दिया।
क्या यह वही प्रभु परमेश्वर नहीं है, जिसकी पहाड़ी शिखर की वेदियां तथा अन्य वेदियां इसी हिजकियाह ने हटा दी हैं, और जिसके लिए हिजकियाह ने यहूदा प्रदेश और यरूशलेम के निवासियों को यह आदेश दिया है : “तुम यरूशलेम की एक ही वेदी के सम्मुख वन्दना करना और उसी एक ही वेदी के सम्मुख सुगन्धित धूप-बलि जलाना?”
उसके पिता हिजकियाह ने पहाड़ी शिखर की वेदियां तोड़ दी थीं। परन्तु मनश्शे ने उनको पुन: निर्मित किया। उसने बअल देवता के लिए वेदियां बनाईं और अशेराह देवी के लिए खम्भे खड़े किये। वह आकाश की प्राकृतिक शक्तियों की वंदना और पूजा करता था।
‘जाओ, और शूशन नगर के सब यहूदियों को एकत्र करो, और मेरे लिए सामूहिक उपवास करो। तीन दिन और रात न भोजन करना, और न पानी पीना। तुम्हारे समान मैं भी अपनी सखियों के साथ उपवास करूंगी। तब मैं महाराज के पास जाऊंगी, यद्यपि ऐसा करना नियम के विरुद्ध होगा। यदि मुझे मरना ही पड़ेगा तो मैं मर जाऊंगी।’
तब तू उनके देवताओं की वन्दना नहीं करना, उनकी सेवा मत करना, और न उनके कार्यों के अनुरूप कार्य करना वरन् उनको पूर्णत: ध्वस्त करना, उनके पूजा-स्तम्भों को तोड़-फोड़ देना।
अत: तू उनकी वेदियों को तोड़ डालना। उनके स्तम्भों को गिरा देना। उनकी अशेरा देवी के खम्भों को ध्वस्त करना।
वह वेदियों की ओर दृष्टि नहीं करेगा, जिनको उसने अपने हाथ से बनाया था। वह अपने हाथ से गढ़ी हुई अशेराह देवी की मूर्तियों और सूर्य-देवता के स्तम्भों पर दृष्टिपात नहीं करेगा।
तू उनके साथ ऐसा व्यवहार करना : उनकी वेदियों को तोड़ डालना। उनके स्तम्भों को गिरा देना। उनके अशेरा देवी के खम्भों को काटकर गिरा देना। उनकी मूर्तियों को आग में जला देना;