वहाँ एफ्रइम कुल-क्षेत्र के कुछ अगुए थे। उनके नाम इस प्रकार हैं: अजर्याह बेन-योहानान, बेरेक्याह बेन-मशिल्लेमोत, यहिजकियाह बेन-शल्लूम, और अमासा बेन-हद्लै। ये अगुए युद्ध से लौटनेवाले इस्राएली सैनिकों के सम्मुख खड़े हो गए।
2 इतिहास 28:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अब तुम मेरी बात सुनो, और अपने जाति भाई-बन्धुओं को, जिन्हें तुमने बन्दी बना लिया है, वापस यहूदा प्रदेश भेज दो; क्योंकि प्रभु की भयंकर क्रोधाग्नि तुम पर भड़कनेवाली है।’ पवित्र बाइबल अब मेरी सुनो। अपने जिन भाई बहनों को तुम लोगों ने बन्दी बनाया है उन्हें वापस कर दो। यह करो क्योंकि यहोवा का भयंकर क्रोध तुम्हारे विरुद्ध है।” Hindi Holy Bible इसलिये अब मेरी सुनो और इन बन्धुओं को जिन्हें तुम अपने भाइयों में से बन्धुआ बना के ले आए हो, लौटा दो, यहोवा का क्रोध तो तुम पर भड़का है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये अब मेरी सुनो और इन बन्दियों को जिन्हें तुम अपने भाइयों में से बन्दी बना के ले आए हो, लौटा दो, यहोवा का क्रोध तो तुम पर भड़का है।” सरल हिन्दी बाइबल इसलिये अब मेरी सुनो और इन बंदियों को, जिन्हें तुम अपने ही भाइयों में से पकड़कर ले आए हो, लौट जाने दो; क्योंकि अब याहवेह का तेज क्रोध तुम्हारे विरुद्ध भड़क रहा है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए अब मेरी सुनो और इन बन्दियों को जिन्हें तुम अपने भाइयों में से बन्दी बनाकर ले आए हो, लौटा दो, यहोवा का क्रोध तो तुम पर भड़का है।” |
वहाँ एफ्रइम कुल-क्षेत्र के कुछ अगुए थे। उनके नाम इस प्रकार हैं: अजर्याह बेन-योहानान, बेरेक्याह बेन-मशिल्लेमोत, यहिजकियाह बेन-शल्लूम, और अमासा बेन-हद्लै। ये अगुए युद्ध से लौटनेवाले इस्राएली सैनिकों के सम्मुख खड़े हो गए।
इस्राएली सैनिक अपने जाति-बन्धुओं के स्त्री-पुरुषों और पुत्र-पुत्रियों को बन्दी बनाकर सामरी नगर ले गए। बन्दियों की संख्या दो लाख थी। वे अपने जाति भाई-बन्धुओं की धन-सम्पत्ति भी लूटकर ले गए।
अत: समस्त धर्म-सभा की ओर से हमारे पदाधिकारी ही कार्य करें। प्रत्येक नगर के वे पुरुष जिन्होंने विदेशी जातियों की कन्याओं से विवाह किया है निश्चित समय पर आएं। उनके साथ प्रत्येक नगर के न्यायाधीश और धर्मवृद्ध भी आएं। यह कार्य तब तक किया जाए, जब तक इस सम्बन्ध में परमेश्वर का भड़का हुआ क्रोध हमसे दूर न हो जाए।’
जिस उपवास से मैं प्रसन्न होता हूं, वह यह है : दुर्जनता के बन्धकों से मनुष्य को मुक्त करना, व्यक्ति की गरदन से जूआ उतारना, अत्याचार की गुलामी में कैद इन्सान को स्वतन्त्र करना, वस्तुत: हर प्रकार की गुलामी से मनुष्य को स्वतंत्र करना।
जिस प्रकार तुम दोष लगाते हो, उसी प्रकार तुम पर भी दोष लगाया जाएगा और जिस नाप से तुम नापते हो, उसी से तुम्हारे लिए भी नापा जाएगा।
जिसने दया नहीं दिखायी है, उसका न्याय दया के साथ नहीं किया जायेगा; किन्तु दया न्याय पर विजय पाती है।