मैं तुझसे एक बड़ा राष्ट्र उत्पन्न करूँगा। मैं तुझे आशिष दूँगा, और तेरे नाम को महान बनाऊंगा कि तू मानव-जाति के लिए आशिष का माध्यम बने।
2 इतिहास 26:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अम्मोन देश के निवासी राजा उज्जियाह को कर देने लगे। वह अत्यन्त शक्तिशाली हो गया। उसकी कीर्ति मिस्र देश की सीमा तक फैल गई। पवित्र बाइबल अम्मोनी उज्जिय्याह को राज्य कर देते थे। उज्जिय्याह का नाम मिस्र की सीमा तक प्रसिद्ध हो गया। वह प्रसिद्ध था क्योंकि वह बहुत शक्तिशाली था। Hindi Holy Bible और अम्मोनी उज्जिय्याह को भेंट देने लगे, वरन उसकी कीर्ति मिस्र के सिवाने तक भी फैल गई्र, क्योंकि वह अत्यन्त सामथीं हो गया था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अम्मोनी उज्जिय्याह को भेंट देने लगे, वरन् उसकी कीर्ति मिस्र की सीमा तक भी फैल गई, क्योंकि वह अत्यन्त सामर्थी हो गया था। सरल हिन्दी बाइबल अम्मोनवासी भी उज्जियाह को कर देते थे. उसका यश मिस्र की सीमा तक पहुंच गया था, क्योंकि वह बलवान हो चुका था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अम्मोनी उज्जियाह को भेंट देने लगे, वरन् उसकी कीर्ति मिस्र की सीमा तक भी फैल गई, क्योंकि वह अत्यन्त सामर्थी हो गया था। |
मैं तुझसे एक बड़ा राष्ट्र उत्पन्न करूँगा। मैं तुझे आशिष दूँगा, और तेरे नाम को महान बनाऊंगा कि तू मानव-जाति के लिए आशिष का माध्यम बने।
छोटी पुत्री को भी एक पुत्र उत्पन्न हुआ। उसने उसका नाम बेनअम्मी रखा। वह आज तक अम्मोनी जाति का राष्ट्र-पिता माना जाता है।
उसने लवण घाटी में अठारह हजार एदोमी सैनिकों का संहार किया। इस प्रकार दाऊद ने ख्याति अर्जित की।
दाऊद ने मोआब राज्य को भी पराजित किया। उसने बन्दी सैनिकों को भूमि पर लिटाया। सैनिकों को डोरी से नापा। दो डोरी सैनिक मार डाले, और उनके बाद एक डोरी सैनिक छोड़ दिए। इस प्रकार मोआबी लोग दाऊद के अधीन हो गए। वे दाऊद को कर देने लगे।
वह सब मनुष्यों से अधिक बुद्धिमान था। वह एज्राह के रहने वाले एतान और माहोल के पुत्रों हेमान, कालकोल और दरदा से अधिक बुद्धिमान था। उसका नाम चारों ओर के राष्ट्रों में फैल गया था।
दाऊद का नाम सब देशों में फैल गया। प्रभु ने सब राष्ट्रों के हृदय में उसका डर बैठा दिया।
पलिश्ती देश के कुछ लोगों ने तो यहोशाफट को उपहार दिए। उन्होंने उसको कर के रूप में चांदी दी। अरब देश के लोगों ने उसको भेंट में सात हजार सात सौ मेढ़े, और सात हजार सात सौ बकरे दिए।
इसके कुछ समय पश्चात् मोआब और अम्मोन की सेनाओं ने राजा यहोशाफट पर आक्रमण करने के लिए प्रस्थान किया। उनके साथ मऊनी जाति के भी कुछ सैनिक थे।
इसके अतिरिक्त उसने चौकसी के लिए यरूशलेम के कोण-द्वार पर, घाटी-द्वार पर और शहरपनाह के मोड़ पर मीनारें बनाईं, और उनको सुदृढ़ किया।
उसने अम्मोन देश के राजा से युद्ध भी किया था, और उसके सैनिकों पर विजय प्राप्त की थी। उसी वर्ष अम्मोनियों ने भेंट और कर के रूप में उसको साढ़े तीन हजार किलो चांदी, एक हजार टन गेहूं और एक हजार टन जौ दिया था। दूसरे और तीसरे वर्ष भी उन्होंने इतनी ही मात्रा में चांदी, गेहूं और जौ कर के रूप में उसको दिया था।
उनका नाम सारे सीरिया देश में फैल गया। लोग मिर्गी, लकवा आदि नाना प्रकार की बीमारियों और कष्टों से पीड़ित सब रोगियों को और भूतग्रस्तों को येशु के पास ले आते और वह उन्हें स्वस्थ कर देते थे।
जब तू अम्मोन वंशियों की सीमा पर पहुंचेगा तब उन्हें मत सताना, और न युद्ध के लिए उन्हें उकसाना; क्योंकि मैं तुझे अधिकार करने के लिए अम्मोन वंशियों की भूमि का एक टुकड़ा भी नहीं दूंगा। मैंने लोट के वंशजों को उसे पैतृक-अधिकार के लिए प्रदान किया है।”
अम्मोनी जाति के राजा नाहश ने याबेश-गिलआद नगर पर चढ़ाई कर दी। उसने नगर को घेर लिया। याबेश नगर के सब नागरिकों ने नाहश से कहा, ‘हमारे साथ सन्धि कीजिए। हम आपकी गुलामी करेंगे।’