जिन लोगों के नाम ऊपर लिखे हुए हैं, यहूदा प्रदेश के राजा हिजकियाह के राज्य-काल में यहाँ आए थे। उन्होंने हाम के कुलों और मऊनी जाति को, जो उनको वहां मिले थे, पूर्णत: नष्ट कर दिया। उन्होंने उनको जड़-मूल से खत्म कर दिया, और आज तक उनका कोई अवशेष नहीं रहा। वे उनके स्थान पर बस गए; क्योंकि उनके पशुओं के लिए वहां चारा उपलब्ध था।
राजा आसा के पास यहूदा प्रदेश तथा बिन्यामिन कुल-क्षेत्र के सैनिक थे: यहूदा प्रदेश के तीन लाख सैनिक तथा बिन्यामिन कुल-क्षेत्र के दो लाख अस्सी हजार सैनिक। यहूदा प्रदेश के सैनिक ढाल और बर्छी रखते थे, और बिन्यामिन के सैनिक फरी और धनुष धारण करते थे। सब सैनिक सशक्त और शूरवीर थे।
और सुनो, महापुरोहित अमर्याह प्रभु की आराधना सम्बन्धी सब मुकद्दमों का निर्णय करेंगे। वह तुम्हारे प्रमुख न्यायाधीश होंगे। राजा से सम्बन्धित सब राजकीय मामलों का निपटारा यहूदा कुल के प्रशासक जबद्याह बेन-यिश्माएल करेंगे। वह राजकीय मुकद्दमों में तुम्हारे प्रमुख न्यायाधीश होंगे। लेवी वंश के उप-पुरोहित तुम्हारी सहायता करने वाले मुन्शी होंगे। अत: साहस और धैर्य से न्याय करो। निष्कपट मनुष्य के साथ प्रभु हो।’
तब द्रष्टा येहू बेन-हनानी उससे भेंट करने को निकला। उसने राजा से कहा, ‘महाराज, क्या आपको चाहिए था कि आप दुष्कर्मी की सहायता करें? आप प्रभु के प्रेम का तिरस्कार करने वालों से प्रेम करते हैं। महाराज, आपने ठीक नहीं किया। आपके इसी कार्य के कारण प्रभु का क्रोध आप पर भड़का।
प्रभु, जब तेरे निज लोग इस्राएली मिस्र देश से निकलकर यहां आ रहे थे, तब तूने उन्हें अम्मोन, मोआब और सेईर के पहाड़ी देश पर आक्रमण करने नहीं दिया। अत: वे उनसे दूर रहे, और उनका विनाश नहीं किया।
राजा हिजकियाह ने प्रभु के भवन में आराधना का प्रबन्ध किया। उसने अपने कार्यों से प्रभु के प्रति विश्वास प्रकट किया। इन कार्यों के पश्चात् असीरिया के राजा सनहेरिब ने यहूदा प्रदेश पर आक्रमण कर दिया। उसने यहूदा प्रदेश के सब किलाबन्द नगरों को घेर लिया। वह सोचता था कि वह उन गढ़वाले नगरों को जीत लेगा।
परन्तु हमने मोआब के अहंकार के विषय में सुना है कि वह कितना घमंडी था। हम उसकी धृष्टता, उसके अभिमान, गर्व को जानते हैं, पर उस का डींग मारना, यह सब व्यर्थ है।
उस समय यहूदा प्रदेश का राजा आहाज था। उसके पिता का नाम योताम और दादा का नाम ऊज्जियाह था। उसके राज्य-काल में सीरिया देश के राजा रसीन तथा इस्राएल प्रदेश के राजा पेकह बेन-रमल्याह ने राजा आहाज की राजधानी यरूशलेम पर चढ़ाई कर दी। पर वे युद्ध न जीत सके।
अम्मोनी राष्ट्र के सम्बन्ध में प्रभु यों कहता है : ‘क्या इस्राएल निर्वंश हो गया? क्या उसका कोई वारिस नहीं है? तब अम्मोनी राष्ट्र-देवता मल्काम ने गाद प्रदेश पर क्यों अधिकार कर लिया, और अपने निवासियों को उनके नगरों में बसा दिया?