जब एसाव ने आँखें ऊपर कीं, और स्त्रियों और बच्चों को देखा तब याकूब से पूछा, ‘ये तुम्हारे साथ कौन हैं?’ याकूब बोला, ‘परमेश्वर ने मुझ पर कृपा की और उसने मुझ को ये बच्चे प्रदान किए हैं। ये आपके सेवक के बच्चे हैं।’
1 राजाओं 5:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब हीराम ने सुलेमान के ये शब्द सुने तब वह अत्यन्त आनन्दित हुआ। उसने कहा, ‘धन्य है प्रभु, आज जिसने इस महान राष्ट्र पर शासन करने के लिए दाऊद को ऐसा बुद्धिमान पुत्र प्रदान किया।’ पवित्र बाइबल जब हीराम ने, जो कुछ सुलैमान ने माँगा, वह सुना तो वह बहुत प्रसन्न हुआ। राजा हीराम ने कहा, “आज मैं यहोवा को धन्यवाद देता हूँ कि उसने दाऊद को इस विशाल राष्ट्र का शासक एक बुद्धिमान पुत्र दिया है।” Hindi Holy Bible सुलैमान की ये बातें सुनकर, हीराम बहुत आनन्दित हुआ, और कहा, आज यहोवा धन्य है, जिसने दाऊद को उस बड़ी जाति पर राज्य करने के लिये एक बुद्धिमान पुत्र दिया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) सुलैमान की ये बातें सुनकर, हीराम बहुत आनन्दित हुआ, और कहा, “आज यहोवा धन्य है, जिसने दाऊद को उस बड़ी जाति पर राज्य करने के लिये एक बुद्धिमान पुत्र दिया है।” सरल हिन्दी बाइबल शलोमोन के ये वचन सुन हीराम बहुत ही खुश होकर कह उठा, “आज धन्य हैं याहवेह, जिन्होंने इस बड़े देश पर शासन के लिए दावीद को एक बुद्धिमान पुत्र दिया है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 सुलैमान की ये बातें सुनकर, हीराम बहुत आनन्दित हुआ, और कहा, “आज यहोवा धन्य है, जिसने दाऊद को उस बड़ी जाति पर राज्य करने के लिये एक बुद्धिमान पुत्र दिया है।” |
जब एसाव ने आँखें ऊपर कीं, और स्त्रियों और बच्चों को देखा तब याकूब से पूछा, ‘ये तुम्हारे साथ कौन हैं?’ याकूब बोला, ‘परमेश्वर ने मुझ पर कृपा की और उसने मुझ को ये बच्चे प्रदान किए हैं। ये आपके सेवक के बच्चे हैं।’
महाराज ने कहा, “इस्राएली राष्ट्र का प्रभु परमेश्वर धन्य है! उसने मुझे यह अवसर प्रदान किया कि मैं आज अपनी आंखों से अपने वंशज को अपने सिंहासन पर विराजते हुए देख सका!” ’
धन्य है आपका प्रभु परमेश्वर जिसने प्रसन्न होकर आपको इस्राएली राष्ट्र का सिंहासन प्रदान किया। प्रभु ने इस्राएली राष्ट्र से सदा प्रेम किया है। उसने अपने इस प्रेम के कारण आपको राजा बनाया जिससे आप न्याय और धर्म के कार्य करें।’
अत: तू अपने सेवक को ऐसा हृदय प्रदान कर कि वह प्रजा की बात सुने, उनका न्याय करे; वह भले और बुरे को परख सके। प्रभु, तेरी इस महाप्रजा पर कौन शासन कर सकता है?’
समस्त इस्राएल देश में सुलेमान के बारह क्षेत्रीय प्रशासक थे। वे राजा तथा राजपरिवार के भोजन की व्यवस्था करते थे। प्रत्येक क्षेत्रीय प्रशासक को वर्ष में एक महीने की भोजन-व्यवस्था करनी पड़ती थी।
अब आप आदेश दीजिए कि लबानोन प्रदेश के देवदार के वृक्ष मेरे लिए काटे जाएं। मेरे सेवक भी आपके सेवकों के साथ पेड़ काटेंगे। जो मजदूरी आप अपने सेवकों के लिए निश्चित करेंगे, वह मैं आपके सेवकों को दूंगा। आप जानते हैं कि हमारे मध्य में सीदोनियों के समान लकड़ी काटने वाले मजदूर नहीं हैं।’
हीराम ने सुलेमान को यह सन्देश भेजा: ‘तुम्हारे द्वारा भेजे गए सन्देश को मैंने सुना। जो इच्छा तुमने देवदार और सनोवर वृक्षों के सम्बन्ध में प्रकट की है, उसको मैं पूर्ण करूंगा।
यदि मैं तुझे स्मरण न करूं, यदि यरूशलेम को अपने आनन्द से श्रेष्ठ न मानूं, तो मेरी जीभ मेरे तालू से चिपक जाए!
राजा सुलेमान के नीतिवचन : बुद्धिमती संतान के कारण पिता आनन्दित रहता है; पर मूर्ख संतान से मां को दु:ख होता है।
बुद्धिमान पुत्र अपने पिता की शिक्षा की बातें सुनता है, परन्तु पिता की हंसी उड़ानेवाला कुपुत्र डांट-कपट पर भी ध्यान नहीं देता।
बुद्धिमती संतान के कारण पिता आनन्दित होता है; किन्तु मूर्ख संतान अपनी मां का तिरस्कार करती है।
धार्मिक पुत्र का पिता उसके कारण अत्यन्त आनन्द मनाता है, निस्सन्देह जिस पिता ने बुद्धिमान पुत्र को उत्पन्न किया है, वह हर्षित होता है।
मैं और ये बच्चे, जो प्रभु ने मुझे दिए हैं, इस्राएल के लिए संकेत-चिह्न हैं : सियोन पर्वत पर विराजनेवाले सेनाओं के प्रभु की ओर से शकुन-चिह्न हैं।
देखो, हमारे लिए एक बालक का जन्म हुआ है; हमें एक पुत्र दिया गया है। राज-सत्ता उसके कंधों पर है। उसका यह नाम रखा जाएगा : ‘अद्भुत् परामर्शदाता’, ‘शक्तिमान ईश्वर’, ‘शाश्वत पिता’, ‘शान्ति का शासक’।