वे जानते नहीं, वे समझते नहीं, वे अंधकार में भटक रहे हैं; पृथ्वी के समस्त आधार डगमगाने लगे हैं।
1 यूहन्ना 1:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यदि हम कहते हैं कि हमें उसके साथ सहभागिता प्राप्त है, किन्तु अन्धकार में चल रहे हैं, तो हम झूठ बोलते हैं और सत्य के अनुसार आचरण नहीं करते। पवित्र बाइबल यदि हम कहें कि हम उसके साझी हैं और पाप के अन्धकारपूर्ण जीवन को जीते रहे तो हम झूठ बोल रहे हैं और सत्य का अनुसरण नहीं कर रहे हैं। Hindi Holy Bible यदि हम कहें, कि उसके साथ हमारी सहभागिता है, और फिर अन्धकार में चलें, तो हम झूठे हैं: और सत्य पर नहीं चलते। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यदि हम कहें कि उसके साथ हमारी सहभागिता है और फिर अन्धकार में चलें, तो हम झूठे हैं और सत्य पर नहीं चलते; नवीन हिंदी बाइबल यदि हम कहें कि हमारी उसके साथ सहभागिता है फिर भी अंधकार में चलें, तो हम झूठ बोलते हैं और सत्य पर नहीं चलते। सरल हिन्दी बाइबल यदि हम यह दावा करते हैं कि हमारी उनके साथ संगति है और फिर भी हम अंधकार में चलते हैं तो हम झूठे हैं और सच पर नहीं चलते. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यदि हम कहें, कि उसके साथ हमारी सहभागिता है, और फिर अंधकार में चलें, तो हम झूठ बोलते हैं और सत्य पर नहीं चलते। |
वे जानते नहीं, वे समझते नहीं, वे अंधकार में भटक रहे हैं; पृथ्वी के समस्त आधार डगमगाने लगे हैं।
क्या वे अत्याचारी राजा तुझसे सम्बद्ध हो सकते हैं जो संविधि की आड़ में उत्पात मचाते हैं?
उस दिन बहुत-से लोग मुझ से कहेंगे, ‘प्रभु! प्रभु! क्या हम ने आपके नाम से नबूवत नहीं की? आपके नाम से भूतों को नहीं निकाला? आपके नाम से सामर्थ्य के अनेक कार्य नहीं किए?’
इस पर येशु ने उनसे कहा, “अब थोड़े ही समय तक ज्योति तुम्हारे बीच रहेगी। जब तक ज्योति तुम्हारे पास है, आगे बढ़ते रहो। कहीं ऐसा न हो कि अन्धकार तुम को घेर ले। जो अन्धकार में चलता है, वह नहीं जानता कि वह कहाँ जा रहा है।
मैं ज्योति-जैसा संसार में आया हूँ, जिससे जो कोई मुझ में विश्वास करे, वह अन्धकार में नहीं रहे।
येशु ने लोगों से फिर कहा, “संसार की ज्योति मैं हूँ। जो मेरा अनुसरण करता है, वह अन्धकार में कभी नहीं चलेगा वरन् वह जीवन की ज्योति प्राप्त करेगा।”
यद्यपि तुम उसे नहीं जानते− पर मैं उसे जानता हूँ। यदि मैं कहता कि उसे नहीं जानता, तो मैं तुम्हारी तरह झूठा बन जाता। किन्तु मैं उसे जानता हूँ और उसके वचन का पालन करता हूँ।
वे कपटी लोगों के पाखण्ड द्वारा भटकाये जायेंगे, जिनके अन्त:करण पर शैतान की मुहर लग चुकी है,
मेरे भाइयो और बहिनो! यदि कोई यह कहता है कि मैं विश्वास करता हूँ, किन्तु उसके अनुसार आचरण नहीं करता, तो इस से क्या लाभ? क्या विश्वास ही उसका उद्धार कर सकता है?
यदि आप लोगों में से कोई उन से कहे, “शांति से जाइए, गरम-गरम कपड़े पहनिए और भर पेट खाइए”, किन्तु वह उन्हें शरीर के लिए आवश्यक वस्तुएँ नहीं दे, तो इस से क्या लाभ?
और ऐसे मनुष्य से कोई कह सकता है, “तुम विश्वास करते हो, किन्तु मैं उसके अनुसार आचरण करता हूँ। मुझे अपना विश्वास दिखाओ जिस पर तुम नहीं चलते और मैं अपने आचरण द्वारा तुम्हें अपने विश्वास का प्रमाण दूँगा।”
यदि हम कहते हैं कि हमने पाप नहीं किया है, तो हम उसे झूठा सिद्ध करते हैं और उसका वचन हम में नहीं है।
हमने जो देखा और सुना है, वही हम तुम लोगों को भी बताते हैं, जिससे तुम्हें भी हमारे साथ सहभागिता प्राप्त हो। निस्संदेह, हमारी सहभागिता पिता के साथ और उसके पुत्र येशु मसीह के साथ है।
यदि हम कहते हैं कि हम निष्पाप हैं, तो हम अपने आप को धोखा देते हैं और हम में सत्य नहीं है।
जो कहता है कि मैं उसे जानता हूँ किन्तु उसकी आज्ञाओं का पालन नहीं करता, वह झूठा है और उस में सत्य नहीं है।
यदि कोई यह कहे कि मैं परमेश्वर से प्रेम करता हूँ और वह अपने भाई अथवा बहिन से बैर करे, तो वह झूठा है। यदि वह अपने भाई अथवा बहिन से, जिसे वह देखता है, प्रेम नहीं करता, तो वह परमेश्वर से जिसे उसने कभी नहीं देखा, प्रेम नहीं कर सकता।