उसके कानों में डरावनी आवाजें गूँजती हैं; सुख-समृद्धि के दिनों में विनाश करने वाला उस पर टूट पड़ता है!
1 थिस्सलुनीकियों 5:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब लोग यह कहेंगे, “अब तो शान्ति और सुरक्षा है”, तभी विनाश, गर्भवती की प्रसव-पीड़ा की तरह, उन पर अचानक आ पड़ेगा और वे उससे नहीं बच सकेंगे। पवित्र बाइबल जब लोग कह रहे होंगे कि “सब कुछ शांत और सुरक्षित है” तभी जैसे एक गर्भवती स्त्री को अचानक प्रसव वेदना आ घेरती है वैसे ही उन पर विनाश उतर आयेगा और वे कहीं बच कर भाग नहीं पायेंगे। Hindi Holy Bible जब लोग कहते होंगे, कि कुशल है, और कुछ भय नहीं, तो उन पर एकाएक विनाश आ पड़ेगा, जिस प्रकार गर्भवती पर पीड़ा; और वे किसी रीति से बचेंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब लोग कहते होंगे, “कुशल है, और कुछ भय नहीं,” तो उन पर एकाएक विनाश आ पड़ेगा, जिस प्रकार गर्भवती पर पीड़ा; और वे किसी रीति से न बचेंगे। नवीन हिंदी बाइबल जब लोग कहेंगे, “शांति और सुरक्षा है,” तब जैसे गर्भवती स्त्री पर प्रसव-पीड़ा आती है, वैसे ही अचानक उन पर विनाश आ पड़ेगा, और वे बच नहीं सकेंगे। सरल हिन्दी बाइबल लोग कह रहे होंगे, “सब कुशल है, कोई संकट है ही नहीं!” उसी समय बिना किसी पहले से जानकारी के उन पर विनाश टूट पड़ेगा—गर्भवती की प्रसव पीड़ा के समान, उनका भाग निकलना असंभव होगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब लोग कहते होंगे, “कुशल है, और कुछ भय नहीं,” तो उन पर एकाएक विनाश आ पड़ेगा, जिस प्रकार गर्भवती पर पीड़ा; और वे किसी रीति से न बचेंगे। (मत्ती 24:37-39) |
उसके कानों में डरावनी आवाजें गूँजती हैं; सुख-समृद्धि के दिनों में विनाश करने वाला उस पर टूट पड़ता है!
परमेश्वर उन्हें सुरक्षित रखता, और उन्हें सम्भालता है; वह उनके कुमार्गों पर उनकी रक्षा करता है
अकस्मात् उनका सर्वनाश हो जाए। जो जाल उन्होंने बिछाया है, वे उसमें स्वयं फंस जाएं, वे उसमें गिर पड़ें और उनका सर्वनाश हो जाए!
विनाश उन पर छा जाए; वे जीवित ही मृतक-लोक को चले जाएं; क्योंकि बुराई उनके घर में, उनके मध्य में है।
जो मनुष्य बार-बार डांटे जाने पर भी अपना हठ नहीं छोड़ता, उसका अचानक सर्वनाश होगा, और वह फिर नहीं सुधर सकेगा।
उस दिन वे यह कहेंगे, “ये ही थे हमारी आशा के केन्द्र। असीरिया के राजा से बचने के लिए हमने इनकी ही शरण ली थी! जब इनका यह हाल है, तब हम कैसे बचेंगे?”
तेरा शत्रु-दल बारीक रेत-कणों के सदृश बिखर जाएगा; निर्दयी आक्रमणकारियों का समुदाय भूसे के सदृश उड़ जाएगा। पलक झपकते, अचानक
इस कारण तुम्हारा यह अनिष्ट होगा: जैसे एक ऊंची दीवार का कुछ भाग टूट कर आगे निकल आता है, और गिरनेवाला होता है; अचानक, क्षण-भर में टूटकर गिर पड़ता है, ऐसी ही दशा तुम्हारी होगी।
पर तुझ पर अनिष्ट का प्रकोप होगा, जिस को दूर करने का मन्त्र तू नहीं जानती। तुझ पर विपत्ति का पहाड़ टूटेगा, जिसको तू दूर नहीं कर सकेगी। अचानक तेरा सर्वनाश हो जाएगा, तू उसको समझ ही नहीं पाएगी।
सुन, एक क्षण, एक ही दिन ये दोनों विपत्तियाँ तुझ पर टूट पड़ेंगी: तू सन्तान से पूर्णत: वंचित होगी, और तू विधवा होगी। तेरे अनेक टोने-टोटके, तेरे भारी-भारी तन्त्र-मन्त्र निष्फल हो जाएंगे!
वे एक दूसरे से कहते हैं : ‘आओ, शराब ले आएं, हम शराब पीकर छक जाएं, कल का दिन भी आज के समान अत्यन्त सुहावना होगा।’
जिनको तूने मित्रता का पाठ पढ़ाया था, जिन को तूने मित्र बनाया था, जब वे तेरे शासक नियुक्त होंगे तब तू क्या कहेगी? क्या यह देखकर तुझे जच्चा स्त्री के समान प्रसव-पीड़ा नहीं होगी?
हे प्रभु, क्या तूने यहूदा को पूर्णत: त्याग दिया है? क्या तू सियोन से घृणा करने लगा है? तूने हमें इस तरह क्यों मारा कि हम अब स्वस्थ हो ही नहीं सकते? हम कल्याण की बाट जोहते रहे, पर हमारा कल्याण नहीं हुआ, हम स्वस्थ होने की प्रतीक्षा करते हैं, पर देख, हम पर आतंक छा गया।
ओ यरूशलेम नगरी, लबानोन की निवासिनी! देवदार के जंगलों में अपना घोंसला बनानेवाली! जब तुझमें गर्भवती स्त्री की पीड़ाएं उठेंगी, जब तुझ पर दु:ख का पहाड़ टूटेगा तब तू क्या दर्द से नहीं चीखेगी?’
मैंने प्रसव-पीड़ा से कराहती हुई स्त्री की चीख सुनी। मुझे ऐसा लगा मानो यह कराह उस स्त्री की है, जो पहली बार बच्चे को जन्म दे रही है। यह चीख पुत्री सियोन की थी; वह हांफ रही थी, और हाथ फैलाए हुए कह रही थी, ‘मुझे बचाओ! मैं हत्यारों के हाथ में पड़ गई हूं; मैं बेहोश हो रही हूं।’
मेरे निज लोगों के घावों पर झूठ का मलहम लगाते हैं; वे उनसे कहते हैं, “तुम्हारा कल्याण होगा,” जबकि कल्याण होगा ही नहीं।
उनके विषय में खबर सुनकर हमारे हाथ-पैर सुन्न पड़ गए। जैसे प्रसव-पीड़ित स्त्री दर्द से चीखती है, वैसे ही हम आतंक और डर से चीख रहे हैं।
वे मेरे निज लोगों के घावों पर झूठ का मलहम लगाते हैं। वे उनसे कहते हैं, “तुम्हारा कल्याण होगा,” जबकि कल्याण होगा ही नहीं।
ओ झूठे नबियो, तुमने, हां तुमने, मेरे निज लोगों को बहकाया है। तुम कहते हो, “शान्ति है” जबकि कहीं शान्ति है ही नहीं। लोग दीवार खड़ी करते हैं, तो मानो तुम उस पर लीपा-पोती करते हो!
प्रसव-पीड़ा उसे होती है, पर उत्पन्न होनेवाला शिशु मूर्ख है। वह गर्भ के मुख से बाहर ही नहीं निकलता।
प्रसव निकट आने पर गर्भवती स्त्री को दु:ख होता है, क्योंकि उसका समय आ गया है; किन्तु शिशु को जन्म देने के बाद वह अपनी वेदना भूल जाती है, क्योंकि उसे आनन्द होता है कि संसार में एक मनुष्य का जन्म हुआ है।
‘निन्दको! देखो, आश्चर्य करो और दूर हटो! मैं इन दिनों वह कार्य सम्पन्न करने वाला हूँ, जिसके विषय में यदि कोई तुम्हें बताता, तो तुम उस पर कभी विश्वास नहीं करते।’ ”
यदि कोई व्यक्ति इस शपथपूर्ण व्यवस्था के वचन सुनने के पश्चात् मन ही मन अपने को सौभाग्यशाली मानता है, और यह कहता है, “यद्यपि मैं अपने हृदय के हठ के अनुसार चलूंगा, तो भी मेरा कुशल-मंगल होगा” , तो ऐसा विचार गेहूं के साथ घुन को भी पीस डालता है।
ऐसे लोगों को प्रभु के सान्निध्य और उनके तेजोमय सामर्थ्य से पृथक होकर अनंत विनाश का दण्ड मिलेगा।
और स्वर्ग के प्रथम जन्म सिद्ध नागरिकों की सभा† एकत्र होती है; जहां सब का न्यायकर्ता परमेश्वर, पूर्णता-प्राप्त धर्मियों की आत्माएँ
तो हम कैसे बच सकेंगे, यदि हम उस महान् मुक्ति का तिरस्कार करेंगे, जिसकी घोषणा पहले पहल प्रभु द्वारा हुई थी? जिन लोगों ने प्रभु को सुना, उन्होंने उनके सन्देश को हमारे लिए प्रमाणित किया।
स्मरण रखें : परमेश्वर ने पापी स्वर्गदूतों को भी क्षमा नहीं किया, बल्कि उन्हें नरक के अंधकार में न्याय-दिवस के लिए जंजीरों में जकड़ दिया है।
गिद्ओन नोबह और योगबहाह नगरों की पूर्व दिशा में कारवां के मार्ग से गया। उसने मिद्यानी सेना पर आक्रमण कर दिया। उस समय सेना निश्चिन्त थी।