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1 थिस्सलुनीकियों 4:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

इसलिए जो इस आदेश का तिरस्‍कार करता है, वह मनुष्‍य का नहीं, बल्‍कि परमेश्‍वर का तिरस्‍कार करता है जो आप को अपना पवित्र आत्‍मा प्रदान करता है।

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पवित्र बाइबल

इसलिए जो इस शिक्षा को नकारता है वह किसी मनुष्य को नहीं नकार रहा है बल्कि परमेश्वर को ही नकार रहा है। उस परमेश्वर को जो तुम्हें अपनी पवित्र आत्मा भी प्रदान करता है।

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Hindi Holy Bible

इस कारण जो तुच्छ जानता है, वह मनुष्य को नहीं, परन्तु परमेश्वर को तुच्छ जानता है, जो अपना पवित्र आत्मा तुम्हें देता है॥

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

इस कारण जो इसे तुच्छ जानता है, वह मनुष्य को नहीं परन्तु परमेश्‍वर को तुच्छ जानता है, जो अपना पवित्र आत्मा तुम्हें देता है।

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नवीन हिंदी बाइबल

इसलिए जो इसे अस्वीकार करता है वह मनुष्य को नहीं बल्कि परमेश्‍वर को अस्वीकार करता है, जो तुम्हें अपना पवित्र आत्मा देता है।

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सरल हिन्दी बाइबल

परिणामस्वरूप वह, जो इन निर्देशों को नहीं मानता है, किसी मनुष्य को नहीं परंतु परमेश्वर ही को अस्वीकार करता है, जो अपना पवित्र आत्मा तुम्हें देते हैं.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

इसलिए जो इसे तुच्छ जानता है, वह मनुष्य को नहीं, परन्तु परमेश्वर को तुच्छ जानता है, जो अपना पवित्र आत्मा तुम्हें देता है।

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1 थिस्सलुनीकियों 4:8
21 क्रॉस रेफरेंस  

‘तू अनेक वर्षों तक उनकी हठधर्मिता को सहता रहा; तूने अपने आत्‍मा के द्वारा, अपने नबियों के माध्‍यम से उनको चेतावनी दी; फिर भी उन्‍होंने उन पर कान नहीं दिया। इसलिए तूने अनेक देशों की कौमों के हाथों में उनको सौंप दिया।


मूसा ने पुन: कहा, ‘यह तब होगा जब प्रभु सन्‍ध्‍या समय तुम्‍हें खाने के लिए मांस और प्रात:काल भर-पेट रोटी देगा; क्‍योंकि जो बक-बक तुमने प्रभु के विरुद्ध की थी, उसने उसे सुना है। हम क्‍या हैं? तुम्‍हारा बक-बकाना हमारे विरुद्ध नहीं, वरन् प्रभु के विरुद्ध है।’


प्रभु के प्रति भय-भाव ही बुद्धि का मूल है, जो मूर्ख हैं; वे ही बुद्धि और शिक्षा को तुच्‍छ समझते हैं।


तुम मूर्ख मनुष्‍य से ज्ञान की बातें मत कहना, क्‍योंकि वह तुम्‍हारे वचनों को तुच्‍छ समझेगा।


अपने सेवक से जिसको मनुष्‍य सर्वथा तुच्‍छ समझते हैं, जिससे राष्‍ट्र घृणा करते हैं, जो शासकों का गुलाम है, उससे प्रभु इस्राएल का मुक्‍तिदाता और उसका पवित्र परमेश्‍वर यों कहता है : ‘तुझे देखकर राजा अपने सिंहासन से खड़े हो जाएंगे, सामन्‍त तेरे सम्‍मुख भूमि पर लेटकर तुझे साष्‍टांग प्रणाम करेंगे, क्‍योंकि मैं-प्रभु ने, जो सच्‍चा परमेश्‍वर हूं, जो इस्राएल का पवित्र परमेश्‍वर हूं, तुझे मनोनीत किया है।’


यह प्रभु की इच्‍छा थी कि वह मार सहे, प्रभु ने उसे दु:ख से पीड़ित किया। जब वह पाप-बलि के लिए अपना प्राण अर्पित करता है, तब वह अपने वंश को देखेगा; वह दीर्घायु प्राप्‍त करेगा। उसके हाथ से प्रभु की इच्‍छा सफल होगी।


“जो तुम्‍हारी सुनता है, वह मेरी सुनता है और जो तुम्‍हारा तिरस्‍कार करता है, वह मेरा तिरस्‍कार करता है। जो मेरा तिरस्‍कार करता है, वह उसका तिरस्‍कार करता है जिसने मुझे भेजा है।”


जो मेरा तिरस्‍कार करता और मेरी शिक्षा ग्रहण करने से इन्‍कार करता है, उसको दोषी ठहराने वाला एक है : जो वचन मैंने कहा है, वही उसे अन्‍तिम दिन दोषी ठहराएगा।


‘निन्‍दको! देखो, आश्‍चर्य करो और दूर हटो! मैं इन दिनों वह कार्य सम्‍पन्न करने वाला हूँ, जिसके विषय में यदि कोई तुम्‍हें बताता, तो तुम उस पर कभी विश्‍वास नहीं करते।’ ”


आशा व्‍यर्थ नहीं होती, क्‍योंकि परमेश्‍वर ने हमें पवित्र आत्‍मा प्रदान किया है और उसके द्वारा परमेश्‍वर का प्रेम ही हमारे हृदय में उंडेला गया है।


परमेश्‍वर ने अपने आत्‍मा द्वारा हम पर वही प्रकट किया है, क्‍योंकि आत्‍मा सब कुछ की, परमेश्‍वर के रहस्‍य की भी, थाह लेता है।


फिर भी यदि वह वैसी ही रह जाये, तो वह अधिक धन्‍य है। यह मेरा विचार है और मुझे विश्‍वास है कि परमेश्‍वर का आत्‍मा मुझमें भी विद्यमान है।


परमेश्‍वर ने हम पर अपनी मुहर लगायी और अग्रिम राशि के रूप में हमारे हृदयों को पवित्र आत्‍मा प्रदान किया है।


आप लोग संतान ही हैं। इसका प्रमाण यह है कि परमेश्‍वर ने हमारे हृदय में अपने पुत्र का आत्‍मा भेजा है, जो पुकार कर यह कहता है, “अब्‍बा! पिता!”


उन पर प्रकट किया गया था कि जब वे सन्‍देश सुनाते थे, तब वे अपने लिए नहीं, बल्‍कि आप लोगों के हित के लिए सेवा करते थे। अब शुभसमाचार के प्रचारक, स्‍वर्ग से भेजे हुए पवित्र आत्‍मा की प्रेरणा से, आप लोगों को वही सन्‍देश सुनाते हैं। स्‍वर्गदूत भी इन बातों की पूरी जानकारी प्राप्‍त करने के लिए उत्‍सुक हैं।


क्‍योंकि मनुष्‍य की इच्‍छा से कभी नबूवत मुखरित नहीं हुई, बल्‍कि पवित्र आत्‍मा से प्रेरित हो कर मनुष्‍य परमेश्‍वर की ओर से बोले।


जो परमेश्‍वर की आज्ञाओं का पालन करता है, वह परमेश्‍वर में निवास करता है और परमेश्‍वर उस में। और हम जानते हैं कि वह हम में निवास करता है, क्‍योंकि उसने हम को अपना आत्‍मा प्रदान किया है।


फिर भी ये व्यक्‍ति अपने उन्‍माद में शरीर को अपवित्र करते, प्रभुत्‍व को तुच्‍छ समझते और स्‍वर्गिक सत्‍वों की निन्‍दा करते हैं।


परन्‍तु आज तुमने अपने परमेश्‍वर को अस्‍वीकार किया है। वह तुम्‍हारी विपत्तियों और कष्‍टों से तुम्‍हें बचाने वाला, तुम्‍हारा उद्धारकर्ता है। परन्‍तु तुम यह कहते हो : “नहीं, हमारे लिए राजा ही नियुक्‍त कीजिए।” इसलिए अब तुम अपने कुल और गोत्र के क्रम में प्रभु के सम्‍मुख उपस्‍थित हो जाओ।’


प्रभु ने शमूएल से कहा, ‘जो बात इस्राएली लोग तुझसे कहते हैं, उसको तू सुन। उन्‍होंने तुझे नहीं, बल्‍कि मुझे अस्‍वीकार किया है कि मैं उन पर राज्‍य न करूँ।