जो मनुष्य यहां-वहां गप्प मारता फिरता है, वह गुप्त बातें भी प्रकट कर देता है, अत: मूर्खतापूर्ण बातें करनेवाले की संगति मत करो।
1 कुरिन्थियों 2:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मेरे प्रवचन तथा मेरे सन्देश में विद्वत्तापूर्ण शब्दों का आकर्षण नहीं, बल्कि आत्मा का सामर्थ्य था, पवित्र बाइबल और मेरी वाणी तथा मेरा संदेश मानव बुद्धि के लुभावने शब्दों से युक्त नहीं थे बल्कि उनमें था आत्मा की शक्ति का प्रमाण Hindi Holy Bible और मेरे वचन, और मेरे प्रचार में ज्ञान की लुभाने वाली बातें नहीं; परन्तु आत्मा और सामर्थ का प्रमाण था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और मेरे वचन, और मेरे प्रचार में ज्ञान की लुभानेवाली बातें नहीं, परन्तु आत्मा और सामर्थ्य का प्रमाण था, नवीन हिंदी बाइबल और मेरा वचन और मेरा प्रचार ज्ञान के लुभानेवाले शब्दों के साथ नहीं, बल्कि आत्मा और सामर्थ्य के प्रमाण के साथ था, सरल हिन्दी बाइबल मेरा वचन तथा मेरा प्रचार मनुष्य के ज्ञान भरे शब्दों की लुभावनी शैली में नहीं परंतु पवित्र आत्मा तथा सामर्थ्य के प्रमाण में था, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और मेरे वचन, और मेरे प्रचार में ज्ञान की लुभानेवाली बातें नहीं; परन्तु आत्मा और सामर्थ्य का प्रमाण था, |
जो मनुष्य यहां-वहां गप्प मारता फिरता है, वह गुप्त बातें भी प्रकट कर देता है, अत: मूर्खतापूर्ण बातें करनेवाले की संगति मत करो।
ऐसे लुभावने वचन बोलकर उस स्त्री ने युवक को फांस लिया; उसने मीठी-मीठी बातें कहकर उसको अपने वश में कर लिया।
प्रभु, मैं अपने विरुद्ध अनेक लोगों की कानाफूसी सुनता हूँ। मेरे चहुं ओर आतंक का साम्राज्य है। लोग मेरे विरुद्ध यह कह रहे हैं: ‘आओ, हम उस पर दोष लगाएं; तब हम उसको अपराधी ठहरा देंगे।’ मेरे घनिष्ठ मित्र भी मेरे पतन की राह देख रहे हैं। वे कह रहे हैं, ‘शायद वह धोखा खाए। तब हम उसको अपने वश में कर लेंगे, और उससे बदला लेंगे।’
ओ नबियो, तुमने झूठी भविष्यवाणी की, और तुम झूठा शकुन विचार कर कहते रहे, “प्रभु यह कहता है” जबकि मैंने तुमको भेजा ही नहीं था। तुम मुझसे आशा करते हो कि मैं तुम्हारी झूठी भविष्यवाणी को पूरा करूं?
क्योंकि मैंने आप लोगों को परमेश्वर का सम्पूर्ण अभिप्राय बताने में कुछ भी उठा नहीं रखा।
अग्रिप्पा ने पौलुस से कहा, “थोड़े में ही तुम मुझसे स्वीकार कराओगे कि तुमने मुझे मसीही बना लिया है!”
आशा का स्रोत, परमेश्वर आप लोगों को विश्वास द्वारा प्रचुर आनन्द और शान्ति प्रदान करे, जिससे पवित्र आत्मा के सामर्थ्य से आप लोगों की आशा परिपूर्ण हो।
शक्तिशाली चिह्नों और चमत्कारों से और परमेश्वर के आत्मा के सामर्थ्य से सम्पन्न किया है। मैंने यरूशलेम और उसके आसपास के प्रदेश से ले कर इल्लुरिकुम तक मसीह के शुभ-समाचार का प्रचार-कार्य पूरा किया है।
वे हमारे प्रभु मसीह की सेवा नहीं, बल्कि अपने पेट की पूजा करते हैं। वे चिकनी-चुपड़ी और खुशामद-भरी बातों से भोले-भाले लोगों को भुलावे में डालते हैं।
क्योंकि मसीह ने मुझे बपतिस्मा देने नहीं, बल्कि शुभ समाचार का प्रचार करने भेजा है। मैंने इस कार्य के लिए सांसारिक ज्ञान से परिपूर्ण भाषा का उपयोग नहीं किया, जिससे मसीह के क्रूस के सन्देश का प्रभाव फीका न पड़े।
भाइयो और बहिनो! जब मैं परमेश्वर के रहस्य की घोषणा सुनाने आप लोगों के यहाँ आया, तो मैंने शब्दाडम्बर अथवा पाण्डित्य का प्रदर्शन नहीं किया।
हम इन वरदानों की व्याख्या करते समय मानवीय बुद्धि से प्रेरित शब्दों का नहीं, बल्कि आत्मा द्वारा प्रदत्त शब्दों का प्रयोग करते हैं। इस प्रकार हम आध्यात्मिक शब्दावली में आध्यात्मिक तथ्यों की विवेचना करते हैं।
हमने अपने निर्दोष आचरण, ज्ञान, सहनशीलता, दयालुता, पवित्र आत्मा के कार्यों, निष्कपट प्रेम,
मैं अब किसका कृपापात्र बनने की कोशिश कर रहा हूँ—मनुष्यों का अथवा परमेश्वर का? क्या मैं मनुष्यों को प्रसन्न करना चाहता हूँ? यदि मैं अब तक मनुष्यों को प्रसन्न करना चाहता, तो मैं मसीह का सेवक नहीं होता।
क्योंकि हमने निरे शब्दों द्वारा नहीं, बल्कि सामर्थ्य, पवित्र आत्मा तथा दृढ़ विश्वास के साथ आप लोगों के बीच शुभ समाचार का प्रचार किया। आप जानते हैं कि आपके कल्याण के लिए आप के बीच हमारा आचरण कैसा था।
उन पर प्रकट किया गया था कि जब वे सन्देश सुनाते थे, तब वे अपने लिए नहीं, बल्कि आप लोगों के हित के लिए सेवा करते थे। अब शुभसमाचार के प्रचारक, स्वर्ग से भेजे हुए पवित्र आत्मा की प्रेरणा से, आप लोगों को वही सन्देश सुनाते हैं। स्वर्गदूत भी इन बातों की पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए उत्सुक हैं।
जब हमने आप लोगों को अपने प्रभु येशु मसीह के सामर्थ्य तथा आगमन के विषय में बताया, तो हमने चतुराई से गढ़ी हुई कल्पित कथाओं का सहारा नहीं लिया, बल्कि अपनी ही आँखों से उनका प्रताप उस समय देखा,
जो लोग अभी-अभी भ्रान्ति का जीवन बिताने वालों से अलग हुए हैं, वे उन्हें व्यर्थ शब्दाडम्बर और शरीर की घृणित वासनाओं द्वारा लुभाते हैं।
उन्होंने चौथे दिन शिमशोन की पत्नी से कहा, ‘तू अपने पति को फुसला जिससे वह हमें पहेली का अर्थ बता दे; अन्यथा हम तुझे और तेरे पिता के घर को आग से जला देंगे। क्या तूने हमें लूटने के लिए यहाँ बुलाया था?’
तब पलिश्ती जाति के सामंत दलीलाह के पास आए। उन्होंने उससे कहा, ‘शिमशोन को फुसलाओ। तुम पता लगाओ कि उसकी महाशक्ति का स्रोत कहाँ है। हम उसे किस प्रकार वश में कर सकते हैं, ताकि उसे बाँध कर शक्तिहीन कर सकें। हममें से प्रत्येक सामंत तुम्हें चांदी के ग्यारह सौ सिक्के देगा।’