1 कुरिन्थियों 16:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आप जो कुछ भी करें, प्रेम से करें। पवित्र बाइबल तुम जो कुछ करो, प्रेम से करो। Hindi Holy Bible जो कुछ करते हो प्रेम से करो॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जो कुछ करते हो प्रेम से करो। नवीन हिंदी बाइबल तुम्हारे सब कार्य प्रेम से किए जाएँ। सरल हिन्दी बाइबल तथा हर एक काम प्रेम भाव में ही करो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जो कुछ करते हो प्रेम से करो। |
यदि तुम अपने भोजन के कारण अपने भाई अथवा बहिन को दु:ख देते हो, तो तुम प्रेम-मार्ग पर नहीं चलते। जिस मनुष्य के लिए मसीह मर गये हैं, तुम अपने भोजन के कारण उसके विनाश का कारण न बनो।
जो भी हो, आप श्रेष्ठतर वरदानों की धुन में रहें! अब मैं आप के सम्मुख सर्वोत्तम मार्ग प्रस्तुत करता हूँ :
आप प्रेम की साधना करते रहें। आप आध्यात्मिक वरदानों की धुन में रहें; किन्तु विशेष रूप से नबूवत के वरदान की अभिलाषा किया करें।
भाइयो और बहिनो! आप लोगों से मेरा एक अनुरोध है। आप स्तिफनास के परिवार को जानते हैं। वे लोग यूनान के “प्रथम फल” हैं और सन्तों की सेवा में लगे रहते हैं।
अब मूर्तियों को अर्पित मांस के विषय में। इसके संबंध में हम सब को ज्ञान प्राप्त है-यह मानी हुई बात है; किन्तु वह ‘ज्ञान’ मनुष्य को अहंकारी बनाता है, जब कि प्रेम निर्माण करता है।
परन्तु पवित्र आत्मा का फल है : प्रेम, आनन्द, शान्ति, सहनशीलता, दयालुता, हितकामना, ईमानदारी,
प्रभु ऐसा करें कि जिस तरह हम आप लोगों को प्यार करते हैं, उसी तरह आपका प्रेम एक दूसरे के प्रति सब के प्रति बढ़ता और उमड़ता रहे।
तिमोथी अभी-अभी आप के यहाँ से लौटे हैं और आप के विश्वास तथा प्रेम के विषय में अच्छा समाचार लाये हैं। वह हमें बताते हैं कि आप सदा हम को प्रेम से याद करते हैं और हमें फिर देखने के लिए उतने ही उत्सुक हैं, जितने हम आप लोगों को देखने के लिए।
भाइयो और बहिनो! आप लोगों के विषय में परमेश्वर को निरन्तर धन्यवाद देना हमारा उचित कर्त्तव्य है; क्योंकि आपका विश्वास बहुत अच्छी तरह फल-फूल रहा है और आप-सब का एक दूसरे के प्रति प्रेम बढ़ रहा है।
इस आदेश का लक्ष्य वह प्रेम है, जो शुद्ध हृदय, निर्दोष अन्त:करण और निष्कपट विश्वास से उत्पन्न होता है।
आप लोगों में विवाह सम्मानित और दाम्पत्य जीवन अदूषित हो; क्योंकि परमेश्वर लम्पटों और व्यभिचारियों का न्याय करेगा।
मुख्य बात यह है कि आप आपस में गहरा प्रेम बनाये रखें, क्योंकि प्रेम बहुत-से पाप ढाँक देता है।